यूक्रैन और रशिया के समर्थक सशस्त्र गुट भी युद्ध में उतरेंगे

मास्को/किव – पिछले १५ दिनों से रशिया और यूक्रैन का युद्ध अगले चरण में पहुँचा है| सीरिया में स्थित अल कायदा से जुड़ा आतंकियों का बड़ा गुट रशियन सेना से भिडने के लिए यूक्रैन में दाखिल हुआ है| यह सभी आतंकी तुर्की के रास्ते यूक्रैन पहुँचे हैं, ऐसा कहा जा रहा है| इसके साथ ही रशिया के चेचेन प्रांत के विद्रोही भी यूक्रैन के पक्ष में युद्ध में उतरने के बयान करने लगे हैं| ऐसी स्थिति में रशियन राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमीर पुतिन ने खाड़ी क्षेत्र के आतंकवाद विरोधि युद्ध में उतरे सशस्त्र गुटों को यूक्रैन में उतारने के आदेश दिए हैं|

russia-ukraine-supporters-2रशियन राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमीर पुतिन ने रक्षामंत्री सर्जेई शोईगू को यूक्रैन में विदेशी लड़ाकू भेजने की सूचना दी| रक्षामंत्री शोईगू ने ही शुक्रवार को इसकी जानकारी सार्वजनिक की| ‘रशियन सेना ने यूक्रैन में मुक्ति अभियान शुरू किया है| खाड़ी के कम से कम १६ हज़ार लोग इस युद्ध में उतरने के लिए तैयार हैं और उन्होंने रशिया से ऐसी बिनती भी की है| इनमें रशिया की ‘आयएस’ विरोधि संघर्ष मे सहायता करनेवाले गुटों की मात्रा ज्यादा है’, ऐसा शोईगू ने कहा|

इस पर रशियन राष्ट्राध्यक्ष का बयान रक्षामंत्री शोईगू ने साझा किया| ‘यह सभी रशिया समर्थक पैसों के लिए नहीं, बल्कि डोन्बास की जनता की सहायता के लिए इस संघर्ष में शामिल हो रहे हैं| हमें भी उन्हें इस संघर्ष में उतरने की अनुमति देनी होगी’, ऐसा राष्ट्राध्यक्ष पुतिन ने अपने रक्षामंत्री से कहा| इससे रशियन राष्ट्राध्यक्ष ने यूक्रैन के युद्ध में खाड़ी क्षेत्र के बड़े गुट को उतारने की तैयारी की है, यह दावे अंतरराष्ट्रीय माध्यम कर रहे हैं|

रशिया आतंकवाद विरोधि संघर्ष में शामिल हुए गुटों की सहायता लेने की तैयारी में होने के अलावा यूक्रैन रशिया विरोधि युद्ध में आतंकियों का इस्तेमाल करेगा, ऐसी खबरें प्रसिद्ध की जा रही हैं| कुछी दिन पहले सीरिया के इदलिब और अलेप्पो प्रांतों में स्थित अल कायदा से जुड़े आतंकी यूक्रैन में दाखिल होने की खबरें प्रसिद्ध हुईं थी| ‘हयात तहरीर अल-शाम’ नामक अल कायदा से जुड़े संगठन के ४५० आतंकी तुर्की के रास्ते यूक्रैन में उतरने की बात रशियन वृत्तसंस्था ‘स्पुटनिक’ ने कही थी|

russia-ukraine-supporters-1तुर्की की ‘तुर्कीस्तान इस्लामिक पार्टी’, ‘अन्सार अल-तौहिद’ एवं ‘गार्डियन्स ऑफ दी रिलीजन’ नामक चरमपंथी संगठनों के नेताओं से चर्चा करने के बाद यह आतंकी सीरिया से तुर्की पहुँचे| इसके बाद तुर्की की गुप्तचर यंत्रणा के अफसरों ने इन आतंकियों को यूक्रैन रवाना किया, ऐसी खबर रशियन एवं कुछ अरबी वृत्तसंस्थाओं ने प्रदान की हैं| फिलहाल यूक्रैन के कौनसे हिस्से में आतंकियों के गुट हैं, यह इन वृत्तसंस्थाओं ने स्पष्ट नहीं किया है| लेकिन, यूक्रैन के संघर्ष के लिए इन आतंकियों को भत्ते के तौर पर १,२०० से १,५०० डॉलर्स दिए जा रहे हैं, यह भी सामने आया है| इन आतंकियों में बेल्जियन, फ्रेंच, मोरोक्कन, ट्युनिशियन, ब्रिटीश एवं अल्बानियन और चीनी वंश के १५० आतंकियों का समावेश होने का दावा किया जा रहा है|

रशियन एवं अरबी वृत्तसंस्थाओं के इन खबरों की अभी पुष्टी नहीं हुई है| लेकिन, दस दिन पहले रशिया के साथ संघर्ष छिड़ने पर यूक्रैन की सरकार ने जेल से गुनाहगारों को रिहा करके उन्हें रशिया विरोधि जंग में उतारने की खबरें प्राप्त हुई थीं| तो, रशिया विरोधि सिरफीरे यूक्रैन पहुँचने की बात भी सामने आयी थी| इसकी वजह से अगले दिनों में यूक्रैन के युद्ध में रशिया और यूक्रैन की सेनाएं ही नहीं, बल्कि दोनों देशों के पक्ष में सशस्त्र गुटों में भी जोरदार संघर्ष होगा, ऐसे आसार दिखाई देने लगे हैं|

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