रशिया-यूक्रैन तनाव बढ़ने से कच्चे तेल की कीमत उछलकर प्रति बैरल ९९ डॉलर्स हुई – अंतरराष्ट्रीय शेअर बाज़ारों में गिरावट

मास्को/लंदन/न्यूयॉर्क – रशिया के राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमीर पुतिन ने सोमवार रात को किए ऐलान का तीव्र असर अंतरराष्ट्रीय बाज़ार पर हुआ हैं| कच्चे तेल की किमत उछलकर प्रति बैरल ९९ डॉलर्स से अधिक हुई| सितंबर २०१४ के बाद कच्चे तेल की किमतों ने ९९ डॉलर्स का स्तर पार करने का यह पहला ही अवसर हैं| कच्चे तेल के इस उछाल के साथ ही जागतिक शेअर बाज़ारों में गिरावट हुई हैं और अमरीका, यूरोप एवं एशिया के शेअर बाज़ारों में बड़ी गिरावट देखी गई|

सोमवार रात रशिया के राष्ट्राध्यक्ष ने पूर्व यूक्रैन के दो प्रांतों को स्वतंत्र देश के तौर पर स्वीकृति प्रदान करने का ऐलान किया| इसके साथ ही रशिया की सेना भी इन प्रांतों में तैनात की गई| रशिया की यह कार्रवाई यानी यूक्रैन पर किया हमला ही हैं, यह दावा पश्‍चिमी देशों ने किया| इस वजह से अंतरराष्ट्रीय बाज़ार में तीव्र असर होता दिखाई दे रहा हैं|

मंगलवार को लंदन एवं अमरीका में हुए कारोबार के दौरान कच्चे तेल की कीमत चार प्रतिशत से भी अधिक उछली| लंदन में हुए कारोबार में ‘ब्रेंटक्रूड’ की कीमत मे पांच प्रतिशत से भी अधिक उछाल दिखाई दिया और इसकी कीमत प्रति बैरल ९९.३४ डॉलर्स दर्ज़ हुई| अमरीका में ‘डब्ल्यूटीआई’ प्रकार के तेल की कीमत मे ४.५ प्रतिशत से अधिक बढ़ोतरी हुई और यह कीमत प्रति बैरल ९५ बैरल तक जा पहुँची|

पुतिन के ऐलान के बाद रशियन शेअर बाज़ार की कुल छह प्रतिशत गिरावट हुई| इसके अलावा रशिया की मुद्रा रुपल की किमत ८१ तक जा पहुँची| यह दो वर्ष में हुई सबसे  बड़ी गिरावट साबित हुई हैं| अमरीका और यूरोप के शेअर बाज़ारों में इस दौरान डेढ़ से दो प्रतिशत गिरावट हुई और रशियन कंपनियों के शेअर्स का बड़ा नुकसान हुआ हैं| एशियाई शेअर बाज़ार में भी दो से तीन प्रतिशत गिरावट देखी गई हैं| 

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