इस्रायल के जेरूसलम में रशिया दूतावास की शाखा शुरू करेगी – रशिया और इस्रायल का संयुक्त ऐलान

जेरूसलम – रशिया जल्द ही इस्रायल के जेरूसलम शहर में दूतावास का दफ्तर शुरू कर रही हैं। यह दफ्तर दूतावास के तर्ज पर काम करेगा, यह ऐरान रशियन दूतावास और इस्रायली विदेश मंत्रालय ने किया। रशिया के इन निर्णय का इस्रायल में स्वागत किया जा रहा है। वहीं, पश्चिम जेरूसलम का यह दफ्तर रशियन दूतावास ही होगा, ऐसी चिंता पैलेस्टिनी नेता व्यक्त कर रहे हैं। इससे जेरूसलम को राजधानी के तौर पर मंजूरी देने की इस्रायल की जारी कोशिशों को सहायता मिलेगी, ऐसी आलोचना पैलेस्टिनी नेता कर रहे हैं।  

दूतावासवर्ष १९८५ में रशिया ने पश्चिम जेरूसलम में दूतावास की इमारत बनाने के लिए जगह खरीदी थी। लेकिन, तभी से इस जगह को लेकर रशिया और इस्रायल की सरकार के बीच राजनीतिक विवाद हो रहा था। इस वजह से रशिया इस जगह पर दूतावास या उसका दफ्तर शुरू करने से दूर रही थी। फिलहाल इस जगह को गाड़ियों की पाकिग के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है। लेकिन, लगभग ३७ वर्ष बाद रशिया और इस्रायल का यह विवाद खत्म करने पर सहमति बनी है।

पिछले साल से शुरू चर्चा के बाद इस्रायल की सरकार ने इस जगह पर किया दावा हटाया है। साथ ही इस जगह का कर भी इस्रायल ने रद किया है, ऐसी जानकारी सामने आ रही हैं। इसके आगे वर्णित जगह पर रशियन दूतावास का दफ्तर शुरू करने के लिए रशिया और इस्रायल ने समझौता किया। इसके अनुसार जल्द ही वहां पर दूतावास का दफ्तर शुरू होगा, यह ऐलान रशियन दूतावास और इस्रायल के विदेश मंत्रालय ने किया।  

इस्रायल के विदेश मंत्री एली कोहेन ने रशिया के इस निर्णय का स्वागत किया। रशिया का यह निर्णय यानी इस्रायल को प्राप्त हुई राजनीतिक कामयाबी है, ऐसा विदेश मंत्री कोहेन ने कहा। इस वजह से जेरूसलम में विदेशी दूतावास की संख्या बढ़ने के मुद्दे पर कोहेन ने ध्यान आकर्षित किया।

लेकिन, पश्चिम जेरूसलम में शुरू हो रहा रशियन दूतावास का यह दफ्तर ही होगा, यह दावा किया जा रहा है। अन्य देशों की तरह तेल अवीव में रशिया का दूतावास है। लेकिन, शुक्रवार के ऐलान के बाद रशिया ने जेरूसलम में स्वतंत्र दूतावास शुरू करने की गतिविधियां तेज़ की है। इसके ज़रिये रशियन राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमीर पुतिन जेरूसलम को बतौर इस्रायल की राजधानी होने की मंजूरी दे रहे हैं, इसपर पैलेस्टिनी नेता ध्यान आकर्षित कर रहे हैं।

इससे पहले अमरीका के पूर्व राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प ने तेल अवीव में स्थित दूतावास जेरूसलम में स्थापित किया था। साथ ही जेरूसलम को इस्रायल की राजधानी भी घोषित किया था। इसके बाद ग्वातेमाला, होंडूरास इन देशों ने भी यही निर्णय किया था। इसी बीच हंगरी ने भी जेरूसल में दूतावास शुरू करने का विचार शुरू किया है।

ऐसे में, जेरूसलम में दूतावास का दफ्तर शुरू करने का रशिया ने किया निर्णय समय के अनुसार है। अमरीका और इस्रायल के संबंधों में तनाव निर्माण हुआ है। बायडेन प्रशासन इस्रायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेत्यान्याहू की नीति से सहमत नहीं हैं और व्हाईट हाऊस इस्रायल के नेतृत्व की आलोचना कर रहा हैं। ऐसे दौर में इस्रायल ने रशिया के साथ जारी विवाद को दूर करके जेरूसलम के मुद्दे पर सहयोग करने की भूमिका अपनाई दिख रही है।

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