यूक्रैन को मोहरा बनाकर अमरीका द्वारा रशिया को चुनौती दी जाने के बीच रशिया ने लैटिन अमरीका में बढ़ाई गतिविधियॉं

मास्को/कैराकस – यूक्रैन में अमरीका एवं पश्‍चिमी देशों की दखलअंदाज़ी की पृष्ठभूमि पर रशिया ने लैटिन अमरिकी देशों से नज़दिकियॉं बढ़ाने लगी है| लैटिन अमरीका के प्रमुख देश ब्राज़िल के राष्ट्राध्यक्ष जैर बोल्सोनेरो इन दिनों रशिया की यात्रा पर हैं| इसके अलावा रशिया के उप-प्रधानमंत्री युरी बोरिसोव वेनेजुएला समेत क्युबा और निकारागुआ के दौरे पर लैटिन अमरीका में हैं| पिछले महीने रशिया के राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमीर पुतिन ने क्युबा, वेनेजुएला और निकारागुआ के राष्ट्रप्रमुखों से चर्चा की थी|

रशिया को चुनौतीब्राज़िल के राष्ट्राध्यक्ष बोल्सोनेरो के साथ ब्राज़िल के रक्षा एवं विदेशमंत्री भी रशिया पहुँचे हैं| बोल्सेनारो ने रशिया के राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमीर पुतिन से मुलाकात करके द्विपक्षीय मुद्दों पर चर्चा की| इसके बाद दोनों देशों ने संयुक्त निवेदन जारी किया है और ब्राज़िल के राष्ट्राध्यक्ष ने शांति के मुद्दे पर ब्राज़िल का रशिया को समर्थन देने का बयान किया है| दोनों देशों की चर्चा में परमाणु ऊर्जा और सैन्य सहयोग पर भी बातचीत हुई| ब्राज़िल ने इस दौरान रशिया से ‘स्मॉल मोड्युलर न्युक्लियर रिऐक्टर्स’ की मॉंग करने की बात कही जा रही है|

यूक्रैन के मुद्दे पर तनाव की स्थिति में ब्राज़िल के राष्ट्राध्यक्ष का रशिया दौरा अमरीका की चिंता बढ़ा रहा है| अमरिकी विदेश विभाग ने इस मुद्दे पर ब्राज़िल के राष्ट्राध्यक्ष के खिलाफ नाराज़गी भी जताई| राष्ट्राध्यक्ष बोल्सोनेरो ने रशिया का समर्थन करनेवाला निवेदन जारी करना गलत बात है, ऐसा अमरिकी विदेश विभाग ने कहा है| रशिया यात्रा के बाद ब्राज़िल के राष्ट्राध्यक्ष हंगेरी की ओर रवाना होने की बात सामने आयी है|

 

रशिया को चुनौतीइसी बीच, रशिया के उप-प्रधानमंत्री युरी बोरिसोव इन दिनों लैटिन अमरीका का दौरा कर रहे हैं| बुधवार को उन्होंने वेनेजुएला के राष्ट्राध्यक्ष निकोलस मदुरो से मुलाकात की| इसके बाद मदुरो ने रशिया के साथ सैन्य सहयोग बढ़ाने के लिए वेनेजुएला तैयार होने का बयान किया| दोनों देशों के बीच रणनीतिक एवं सामरिक मुद्दों पर चर्चा होने की जानकारी भी रशियन सूत्रों ने प्रदान की है| वेनेजुएला के बाद रशिया का शिष्टमंड़ल क्युबा और निकारागुआ की यात्रा करेगा| पिछले कुछ सालों में अमरीका और नाटो ने रशिया के करीबी देशों में अपनी मौजूदगी और सहयोग बडे पैमाने पर बढ़ाया है| किसी समय रशियन राज्यसंघ का हिस्सा रहे कई देशों को नाटो की सदस्यता प्रदान की गई है| इससे रशिया में तीव्र नाराज़गी है| पश्‍चिमी देशों की अपनी सीमा के करीब जारी गतिविधियों से रशिया बेचैन हैं|

इसके जवाब में रशिया ’अमरीका के आंगन’ के नाम से जाने जा रहे लैटिन अमरिकी देशों में अपनी गतिविधियॉं बढ़ाने लगा है| क्युबा और वेनेजुएला दोनों के साथ रशिया के पुराने ताल्लुकात हैं| यह सहयोग अधिकाधिक मज़बूत करने के लिए रशिया गतिविधियॉं करती दिख रही है| अमरीका यूक्रैन का इस्तेमाल करती है तो रशिया के पास भी लैटिन अमरिकी देशों का अमरीका के खिलाफ इस्तेमाल करने का विकल्प होने का अहसास रशिया दिला रही है|

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