रशिया-यूक्रैन युद्ध की पृष्ठभूमि पर अमरिकी शिष्टमंड़ल का वेनेजुएला दौरा

कैराकस – रशिया-यूक्रैन युद्ध के मुद्दे पर रशिया पर व्यापक प्रतिबंध लगानेवाली अमरीका ने अब रशिया के मित्रदेशों पर दबाव डालने की कोशिश शुरू की है| पिछले कुछ दिनों में अमरिकी नेता और अफ़सरों ने भारत, चीन एवं ब्राज़ील को रशिया के मुद्दे पर अपनाई भूमिका को लेकर इशारे दिए थे| इसके बाद अब लैटिन अमरीका के वेनेजुएला पर दबाव डालने की कोशिश शुरू हुई है| शनिवार को अमरीका के उच्च स्तरीय शिष्टमंड़ल ने वेनेजुएला का दौरा करने का वृत्त अमरिकी माध्यमों ने दिया है|

russia-ukraine-us-venezuela-visitवाईट हाऊस और अमरिकी विदेश विभाग के वरिष्ठ अफसरों ने शनिवार को वेनवेजुएला का दौरा किया| इन अफसरों के नाम सार्वजनिक नहीं किए गए हैं और वाईट हाऊस एवं विदेश विभाग ने इससे संबंधित जानकारी देना भी टाल दिया है| इस वजह से इस दौरे को लेकर विभिन्न अनुमान लगाए जा रहे हैं|

पिछले कुछ सालों में अमरीका ने वेनेजुएला के तानाशह निकोलस मदुरो एवं प्रशासन पर बड़े प्रतिबंध लगाए हैं| वेनेजुएला में हुकूमत बदलने की कोशिश भी हुई, लेकिन इसे सफलता हासिल नहीं हुई| अमरीका की इन हरकतों की पृष्ठभूमि पर वेनेजुएला ने रशिया और चीन से करीबियाँ बढ़ाना शुरू किया है| रशिया ने वेनेजुएला में गुप्त सैन्य अड्डा स्थापित किया है, ऐसा कहा जा रहा है और कुछ साल पहले रशियन बॉम्बर्स भी इस देश में दाखिल हुए थे|

कुछ दिन पहले रशिया के वरिष्ठ नेता ने वेनेजुएला का दौरा भी किया था| इस दौरान राष्ट्राध्यक्ष मदुरो ने रशिया के साथ रक्षा सहयोग बढ़ाने के लिए मंजूरी देने की बात सामने आयी थी| ऐसी स्थिति में अमरिकी शिष्टमंड़ल ने वेनेजुएला का दौरा करना ध्यान आकर्षित कर रहा है| अमरिकी शिष्टमंड़ल का दौरा, क्या प्रतिबंध लगाए हुए वेनेजुएला से तेल का आयात करना मुमकिन होगा, यह जानने के लिए था, यह दावा भी कुछ विश्‍लेषकों ने किया है| 

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