ईरान के साथ परमाणु समझौता उचित मार्ग पर होने के बायडेन प्रशासन के संकेत

वॉशिंग्टन/तेहरान – महीने भर पहले ब्रिटेन स्थित अरबी न्यूज़ एजेंसी ने अमेरिका और ईरान के बीच परमाणु समझौते  के मुद्दों पर सहमति होने का रहस्योद्घाटन किया था। हालांकि वियना में जारी चर्चा में यह सहमति हुई, फिर भी उसकी घोषणा करने के लिए दोनों देश अनुकूल वातावरण की प्रतीक्षा कर रहे हैं काम आए सदा वाइस न्यूज़ एजेंसी ने किया था। यह दावा अब सच में उतरने की बात दिखाई दे रही है। ईरानी अगर आवश्यक गंभीरता दिखाई कामा तो परमाणु समझौता अंजाम तक पहुंच जाएगा कामा ऐसा अमेरिका के विदेश मंत्रालय ने कहा है। कुछ दिन पहले कामा अगर परमाणु समझौता नहीं हुआ तो ईरान के विरोध में अन्य विकल्प खुले होने का दावा करने वाले बायडेन प्रशासन की नीतियों में हुआ बदलाव उल्लेखनीय साबित होता है।

raisi-nuclear-deal-bidenअमरीका और ईरान के बीच दो सालों का अंतरिम परमाणु समझौता हुआ होकर, बायडेन प्रशासन ईरान पर लगाए प्रतिबंध हटाने के लिए तैयार है, ऐसा महीने भर पहले ब्रिटेन स्थित अरबी न्यूज़ एजेंसी ने अपनी खबर में कहा था। इसके बदले में ईरान अपने न्यूक्लियर प्लांट की युरेनियम की राशि रशिया के पास सौपेगा, यह बात अमरीका और ईरान के बीच निश्चित हुई है, ऐसा इस खबर में कहा गया था।

पिछले दो दिनों से अमरीका और ईरान की ओर से परमाणु समझौते को लेकर सकारात्मक प्रतिक्रियाएं आ रही हैं। ईरान के साथ परमाणु समझौता अंतिम चरण में पहुँचने का ऐलान अमरीका के विदेश मंत्रालय ने दो दिन पहले किया था। वहीं, अमरीका के ही विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने गुरुवार को अंतर्राष्ट्रीय न्यूज़ एजेंसी के साथ बात करते समय, परमाणु समझौते के संदर्भ में उल्लेखनीय प्रगति होने का दावा किया। ईरान ने अगर अधिक गंभीरता से कोशिश की, तो आने वाले कुछ दिनों में भी यह परमाणु समझौता संपन्न हो सकता है, ऐसा इस प्रवक्ता ने कहा है।

ईरान की वैसे ही संकेत दे रहा है। इससे पहले कभी भी नहीं था उतना यह परमाणु समझौता संभव होने की बात अब दिखाई दे रही है, ऐसा ईरान ने परमाणु चर्चा के लिए नियुक्त किए मध्यस्थ अली बाघेरी ने कहा। साथ ही, अमेरिका इसके लिए वास्तव वादी प्रयास करके गंभीरता से फैसले करें, ऐसा भी बाघेरी ने कहा। अमेरिका और ईरान से ऐसे ऐलान किए जा रहे हैं, ऐसे में इस परमाणु समझौते के कुछ अहम मुद्दे सामने आ रहे हैं।

तकरीबन 20 पन्नों की इस रिपोर्ट में अमरीका और मित्र देश, ईरान के कब्ज़े में होनेवाले पश्चिमी नागरिकों की रिहाई करवायें। साथ ही, ईरान पाँच प्रतिशत से अधिक युरेनियम का संवर्धन रोकें, ऐसीं मांगे कीं हैं। इसके बदले में दक्षिण कोरिया के बैंक में होनेवाली ईरान के सात अरब डॉलर की राशि खुली करने की बात अमरीका ने मान ली है। साथ ही, ईरान के ईंधन तथा अन्य क्षेत्रों पर लगाए प्रतिबंध क्रमानुसार धीरे-धीरे हटाए जाएंगे, इस पर चर्चा होने का दावा अन्तर्राष्ट्रीय न्यूज़ एजेंसी ने किया।

अमरीका और ईरान ने इन खबरों की पुष्टि नहीं की है। लेकिन अमरीका और ईरान परमाणु समझौते के नजदीक पहुँच रहे हैं, इन खबरों पर इस्रायली माध्यमों में से प्रतिक्रियाएँ आ रही हैं। अमरीका और ईरान के बीच होनेवाले किसी भी परमाणु समझौते के साथ इस्रायल प्रतिबद्ध नहीं है, यही इस्रायल ने पहले ही स्पष्ट किया है। उसी प्रकार, ईरान को परमाणु बम निर्माण से रोकने के लिए इस्रायल आवश्यक कार्रवाई करेगा, ऐसी चेतावनी भी इस्रायल के प्रधानमंत्री बेनेट ने दी है, इसकी याद इस्रायली माध्यम करा दे रहे हैं। वहीं, बायडेन की सत्ताधारी डेमोक्रॅट पार्टी के वरिष्ठ नेता भी, ईरान के साथ होने जा रहे इस परमाणु समझौते के साथ सहमत नहीं हैं, इस पर माध्यम गौर फरमा रहे हैं। सऊदी अरब, युएई तथा अन्य अरब देश भी इस परमाणु समझौते पर तीव्र प्रतिक्रिया दे सकते हैं। उनका विरोध खारिज करने के लिए बायडेन प्रशासन ने पहले ही गतिविधियाँ शुरू कीं थीं। लेकिन इन कोशिशों को सफलता मिलने की कुछ खास संभावना नहीं है।

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