अमरीका के महंगे ईंधन को रशियन गैस का स्थान मिलना नामुमकिन – हंगरी के राष्ट्राध्यक्ष विक्टर ऑर्बन

hungary-us-russian-oil-2बुडापेस्ट – रशिया के यूक्रैन पर हमले की वजह से यूरोपिय देशों का ईंधन संकट अधिक तीव्र होता जा रहा है| ऐसी स्थिति में अमरीका ने यूरोपिय देशों के लिए अपने ईंधन का भंड़ार खुला करने का ऐलान किया| लेकिन, बायडेन प्रशासन महंगे दर से ईंधन की आपूर्ति कर रहा है, यह चर्चा यूरोपिय देशों में जोर पकड़ रही है| हंगरी के राष्ट्राध्यक्ष विक्टर ऑर्बन ने स्पष्टरूप से इस बात पर ध्यान आकर्षित किया| रशियन गैस के लिए विकल्प के तौर पर अमरीका से महंगे दरों से ईंधन खरीदना कुछ देशों को स्वीकार नहीं होगा, ऐसे स्पष्ट शब्दों में ऑर्बन ने अपनी भूमिका स्पष्ट की|

यूक्रैन युद्ध के ३९ दिन पूरे हुए हैं और रशिया के हमले बढ़ने का दावा किया जा रहा है| इसके अलावा यूरोपिय देशों का ईंधन संकट अधिक तीव्र होता जा रहा है और जल्द ही रशिया से यूरोपिय देशों को ईंधन की आपूर्ति बंद की जाएगी, ऐसी खबरें सामने आ रही हैं| इसका लाभ उठाकर अमरीका ने यूरोपिय देशों को विकल्प के तौर पर ईंधन प्रदान करने का ऐलान किया है| लेकिन, यूरोपिय देशों की स्थिति का लाभ उठाकर अमरीका महंगे दर से ईंधन बेच रही है, ऐसी शिकायत यूरोप के कुछ माध्यम एवं गुट कर रहे हैं|

हंगरी के राष्ट्राध्यक्ष विक्टर ऑर्बन ने स्थानिक रेडियो चैनल से बातचीत करते समय यही शिकायत की| रशिया से प्राप्त हो रहे सस्ते गैस से मूंह मोड़कर अमरीका से महंगे दर पर ईंधन खरीदना हंगरी के हित में नहीं होगा, यह बयान ऑर्बन ने ड़टकर किया| नज़दिकी दिनों में कम से कम हंगरी के लिए रशियन गैस के सप्लाई का विकल्प बिल्कुल ही ना देने की बात दिख रही है, ऐसी फटकार ऑर्बन ने लगाई| रशिया से प्राप्त हो रहा गैस खंड़ित हुआ तो हंगरी आगे का विचार ही नहीं कर सकता, ऐसी चिंता ऑर्बन ने व्यक्त की|

hungary-us-russian-oil-1रशिया-यूक्रैन युद्ध में हंगरी ने अब तक तटस्थ भूमिका अपनाई है| रशिया के यूक्रैन पर हमलों की ऑर्बन ने पहले भी आलोचना की थी| ‘यह हंगरी का युद्ध नहीं है और इसमें कूदकर हंगरी इसे जित नहीं सकता| लेकिन, इस युद्ध में हंगरी अपना सबकुछ खो सकता है’, ऐसा कहकर ऑर्बन ने इस युद्ध में यूक्रैन को किसी भी तरह के हथियारों की आपूर्ति ना करने का ऐलान किया था| ऑर्बन की यही भूमिका रशिया की ओर झुकाव दिखानेवाली होने की आलोचना यूरोपिय देशों से हुई थी|

इसी बीच, हंगरी में रविवार को संसदिय चुनावों के लिए मतदान हो रहा है| कुछ दिन पहले हंगरी में किए गए सर्वेक्षण में ऑर्बन को बढ़त प्राप्त होती देखी गई थी| लेकिन, यूक्रैन इन सायबर हमलों के ज़रिये अपने देश के चुनावों में हस्तक्षेप करने की कोशिश कर रहा है, यह आरोप ऑर्बन ने लगाया| यूक्रैन को शस्त्र प्रदान करने से इन्कार करने वाले ऑर्बन को इस चुनाव में पराजय का सामना करना पडेगा, यह दावा यूरोपिय माध्यम कर रहे हैं|

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