ओडेसा पर रशिया ने किए हमले में ६० हज़ार टन अनाज़ नष्ट – यूक्रेन का गंभीर आरोप

किव – यूक्रेन के ओडेसा और निकोलाईव्ह शहरों पर रशिया ने किए बड़े हमलों की खबरों को अंतरराष्ट्रीय माध्यमों ने बड़ी अहमियत दी है। ओडेसा में रशिया के हमले में करीबन ६० हज़ार टन अनाज़ नष्ट होने का आरोप यूक्रेन ने लगाया है। यह अनाज़ अन्य देशों को निर्यात करने की योजना थी। उससे पहले ही रशिया ने हमला करके अनाज़ का यह भंड़ार नष्ट किया, ऐसी शिकायत यूक्रेनी सेना ने की है। लेकिन, अनाज़ की निर्यात करने के आड़ हथियारों की तस्करी हो रही है, ऐसा आरोप रशिया लगा रही हैं।

रशिया और यूक्रेन के ‘ग्रेन डिल’ की वजह से पिछले वर्ष यूक्रेन से करीबन ३.२ करोड़ टन अनाज़ अफ़गानिस्तान, सूड़ान और येमन जैसे देशों को भेजे जाने की बात कही जा रही है। रशिया बड़ी सख्ती से इस समझौते का पालन करता रहा, फिर भी हमारे खादन और अनाज़ की निर्यात का विचार नहीं हो रहा है, ऐसी शिकायतें रशिया ने की थी। साथ ही अनाज़ की आपूर्ति करने के आड़ हथियारों की तस्करी हो रही है, ऐसा आरोप भी रशिया ने लगाया था। कुछ दिन पहले ही रशिया ने इस ‘ग्रेन डिल’ से पीछे हटने का ऐलान किया था।

इसके बाद गुरुवार के हमले में रशिया ने यूक्रेन के ओडेसा में रखा साठ हज़ार टन अनाज़ नष्ट करने का आरोप लगाया जा रहा है। यह खबर प्रसिद्ध होने के बाद यूरोप में अनाज़ की कीमतें उछली है। आगे के दिनों में यह समस्या अधिक तीव्र होने के स्पष्ट संकेत प्राप्त हो रहे हैं। क्यों कि, आगे से यही समझा जाएगा कि, ब्लैक सी क्षेत्र से गुजर रहा कोई भी जहाज सैन्य सामान के साथ जा रहा है, ऐसा ऐलान रशिया ने किया है। साथ ही ब्लैक सी क्षेत्र में रशिया ने समुद्री बारूद लगा होने की चिंता जताई जा रही है।

अमरीका के नैशनल सिक्योरिटी कौन्सिल के प्रवक्ता एडम होज्‌ ने . के बंदरगाह में दाखिल हो रहे जहाज़ों को रोकने के लिए रशिया ने ब्लैक सी में समुद्री बारूद लगाए होने का आरोप है। यहां से गुजरते जहाज़ इस बारूद का लक्ष्य होने के बाद रशिया इसके लिए यूक्रेन ही ज़िम्मेदार  होने के दावे करना शुरू किया। ऐसी साज़िश ही रशिया ने बनाई है, ऐसा दावा होज्‌ ने किया। जर्मनी ने ‘ग्रेन डिल’ से पीछे हटने वाली रशिया को इसके विरोध में आगाह किया है। वहीं, यूरोपिय महासंघ के विदेश नीति के प्रमुख जोसेफ बोरेल ने आलोचना करते हुए यह कहा है कि, ग्रेन डिल से पीछे हटकर रशिया अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अनाज़ की किल्लत निर्माण कर रही हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published.