खाड़ी की सुरक्षा के लिए खतरा बने अमरिकी विमानों पर कार्रवाई करने का ईरान को अधिकार – ईरान के विदेश मंत्रालय की चेतावनी

तेहरान – पर्शियन खाड़ी में विदेशी जहाज़ों पर हो रहे हमले रोकने के लिए अमरीका ने ‘एफ-३५’, ‘एफ-१६’ विमान और विध्वंसक तैनात करने का ऐलान किया था। विदेशी जहाज़ों को ईरान से खतरा होने का आरोप अमरीका ने लगाया था। लेकिन, पर्शियन खाड़ी में लगातार अपनी तैनाती बढ़ाकर अमरीका इस क्षेत्र में अस्थिरता निर्माण कर रही हैं। ऐसी स्थिति में इस क्षेत्र की सुरक्षा के लिए खतरा बन रहे अमरिकी विमान और विध्वंसकों पर कार्रवाई करने का ईरान को पूरा अधिकार है, ऐसी चेतावनी ईरान के विदेश मंत्रालय को दी है। साथ ही अमरीका की धमकियों से हम ड़रते नहीं, यह इशारा भी ईरान की सेना ने दिया है। 

विदेश मंत्रालयपिछले दस दिनों में अमरीका ने दो बार पर्शियन खाड़ी में तैनाती बढ़ाने का ऐलान किया है। इस समुद्री क्षेत्र से गुजर रहे विदेशी व्यापारी एवं ईंधन टैंकर पर ईरान के रिवोल्युशनरी गार्डस कार्रवाई कर रहे हैं, ऐसा आरोप अमरीका ने लगाया था। इसके लिए अमरिकी रक्षा मुख्यालय पेंटॅगॉन ने पिछले महीने से इस समुद्री क्षेत्र में ईरान के गश्ती दलों ने की कार्रवाई का दाखिला दिया था। यूरोप से एशियाई देशों तक ईंधन की आपूर्ति कर रहे इस समुद्री क्षेत्र की सुरक्षा के लिए अतिरिक्त तैनाती करने का बयान पेंटॅगॉन ने किया था। 

इसके तहत अमरीका ने शुरू में ‘एफ-१६’ विमानों की तैनाती का ऐलान किया। इसी बीच दो दिन पहले ही पर्शियन खाड़ी की ओर ‘एफ-३५’ और विध्वंसक रवाना करने का ऐलान भी किया गया है। उससे पहले अमरीका के ए-१० विमान की इस क्षेत्र में तैनाती हुई है। इसके बावजूद अमरीका ज़रूरत से ज्यादा रक्षा युद्ध सामान पर्शियन खाड़ी में तैनात कर रही हैं, यह आरोप ईरान लगा रहा हैं। साथ ही इस तैनाती के लिए अमरीका ने हमपर लगाया आरोप हमें बिल्कुल भी मंजूर नहीं हैं, यह बयान ईरान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता नासिर कनानी ने किया है।

पर्शियन खाड़ी से ईंधन की तस्करी कर रहे जहाज़ों पर ईरान के गश्तीपोतों ने कार्रवाई की है। इन जहाज़ों से ईंधन की अवैध तस्करी हो रही थी। ईरान के गश्ती दल ने इन जहाज़ों को रोकने की कोशिश करने के बाद ईरानी मछुआरों के जहाज़ टकराए, ऐसा कनानी ने कहा। इसी वजह से ईरान की नौसेना ने इन जहाज़ों के साथ उनपर मौजूद कर्मचारियों को हिरासत में रखा होने की जानकारी कनानी ने साझा की। लेकिन, ईरान की यह कार्रवाई आक्रामकता है, यह कहर अमरीका इस क्षेत्र में बेवजह अतिरिक्त तैनाती कर रही हैं, ऐसा आरोप कनानी ने लगाया। 

लेकिन, ‘यह तैनाती अस्थिरता निर्माण करने वाली एवं उकसाने वाली हरकत है। इससे पर्शियन खाड़ी में नया संघर्ष छिड़ सकता है। अमरीका की इस तैनाती पर ईरान की बारीक नज़र हैं। इस क्षेत्र की सुरक्षा के लिए खतरा बने खास तौर पर ईरान की सीमा के करीब पहुंच रहे अमरिकी रक्षा सामान पर ईरान कार्रवाई करेगा और ऐसा करने का पूरा अधिकार ईरान रखता है’, ऐसी चेतावनी कनानी ने दी। ईरान के रक्षा मंत्र ब्रिगेडिअर जनरल मोहम्मद रेझा अस्तियानी ने भी अमरीका की यह अतिरिक्त तैनाती भड़काउ होने की आलोचना की है। लेकिन, ईरान के ताकत के सामने अमरीका की यह तैनाती ज्यादा समय तक खड़ी नहीं होगी, यह दावा अस्तियानी ने किया।

इसी बीच होर्मुझ की खाड़ी में अपने हितसंबंधों की तैनाती के लिए ईरान ने मिसाइलों के गुप्त अड्डों का निर्माण कर रखा होने की खबरें पहले ही प्रसिद्ध हुई थी। ईरान के सरकारी समाचार चैनल ने इसका वीडियो जारी किया था। ईरान के मिसाइल ने पर्शियन खाड़ी में गश्त लगा रहे अमरिकी विध्वंसक को लक्ष्य करने की घटना इसमें दिखाई गई थी। इस पृष्ठभूमि पर ईरान की इस धमकी की गंभीरता बढ़ी है।

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