रशिया ने पोलैण्ड और बल्गेरिया की ईंधन सप्लाई रोक दी – यूरोपिय महासंघ ने रशिया पर लगाया ‘गैस ब्लैकमेलिंग’ का आरोप

मास्को/ब्रुसेल्स – पश्‍चिमी देशों के प्रतिबंधों पर ‘जैसें को तैसा’ जवाब देने का इशारा दे रहीं रशिया ने अपने बयान को सच्चाई में उतारा| बुधवार को यूरोपिय महासंघ के सदस्य देश होनेवाले पोलैण्ड और बल्गेरिया की ईंधन सप्लाई रशिया ने रोक दी हैं| इन दोनों देशों ने रशियन ईंधन का भुगतान रशिया की ‘रुबल’ मुद्रा में करने से इन्कार किया था| इसके बाद रशिया ने ईंधन सप्लाई बंद करने की बात सामने आयी हैं| रशिया की इस कार्रवाई पर महासंघ ने तीव्र बयान दर्ज़ किया| रशिया का यह ऐक्शन यानी ‘ब्लैकमेल’ होने का आरोप कमिशन की प्रमुख उर्सुला वॉन देर लेयन ने लगाया|

रशिया-यूक्रैन युद्ध शुरू होने के बाद पश्‍चिमी देशों ने रशिया पर आक्रामक प्रतिबंध लगाए थे| इस वजह से रुबल की गिरावट हुई थी| रुबल की गिरावट रोकने के लिए रशिया ने कुछ आक्रामक निर्णय किए थे| इसमें ईंधन की आयात कर रहें  देशों से ईंधन की कीमत का भुगतान रुबल में स्वीकारने के निर्णय का समावेश था| लेकिन, यूरोप के कुछ देशों ने इसे विरोध करके रशियन ईंधन के बजाय विकल्प की खोज करने के संकेत दिए थे| पोलैण्ड ने इसके लिए पहल की थी| यूरोपिय महासंघ रशियन ईंधन की आयार पर रोक लगाएँ, यह मॉंग भी पोलैण्ड लगातार कर रहा था|

इस पृष्ठभूमि पर यूरोप में ईंधन सप्लाई कर रहीं रशियन ‘गाझप्रोम’ कंपनी ने बुधवार को पोलैण्ड और बल्गेरिया की ईंधन सप्लाई बंद करने का ऐलान किया| अप्रैल महीने में प्रदान किए ईंधन की कीमत रुबल में प्राप्त ना होने से पोलैण्ड और बल्गेरिया की ईंधन सप्लाई बंद कर रहे हैं, ऐसा ‘गाझप्रोम’ने कहा हैं| यह दोनों देश रुबल में कीमत नहीं देते, तबतक ईंधन सप्लाई शुरू नहीं होगी, यह इशारा भी इस कंपनी ने दिया हैं|

रशिया की इस कार्रवाई पर संबंधित देशों के साथ यूरोपिय महासंघ ने भी तीव्र बयान किया हैं| पोलैण्ड ने रशिया पर समझौते का भंग करने का आरोप लगाया हैं और कानूनी कार्रवाई का भी इशारा दिया हैं| इसी बीच बल्गेरिया ने गाझप्रोम का निर्णय राजनीतिक उद्देश्यों से प्रेरित होने की आलोचना करके इससे अन्य यूरोपिय  देशों को नुकसान पहुँचेगा, यह इशारा दिया हैं| यूरोपियन कमिशन की प्रमुख उर्सुला वॉन देर लेयन ने रशिया का यह निर्णय यानी ‘ब्लैकमेल’ होने का आरोप लगाया हैं| इस निर्णय से रशिया यह विश्‍वासार्ह भागीदार और ईंधन सप्लायर ना होने की बात साबित होती हैं, यह दावा भी लेयन ने किया| इसके बाद महासंघ के ईंधन गुट की शीघ्रता से बैठक का आयोजन हो रहा हैं|

इसी बीच रशिया से ईंधन खरीद रहें ऑस्ट्रिया ने इसकी कीमत रुबल में चुकाने के संकेत दिए हैं| ऑस्ट्रिया की ईंधन कंपनी ‘ओएमव्ही’ ने इसकी जानकारी दी, यह रशिया ने स्पष्ट किया| इससे पहले हंगरी ने भी रशियन ईंधन का बील रुबल से चुकाने की बात स्वीकारी थी| यूरोप की कुल मॉंग में से लगभग ४० प्रतिशत ईंधन रशिया से आयात होता हैं| यूक्रैन युद्ध के बाद यूरोप ने रशिया पर कई प्रतिबंध लगाए हैं, फिर भी रशिया से ईंधन आयात करने पर प्रतिबंध लगाने में महासंघ असफल हुआ हैं| रशिया के अलावा अन्य देशों से ईंधन की आयात बढ़ाने की कोशिश यूरोपिय देश कर रहे हैं| लेकिन, कतार और अन्य खाड़ी देशों ने रशियन ईंधन को विकल्प देना मुमकिन नहीं होगा, ऐसी स्पष्ट भूमिका अपनाई हैं| इस वजह से यूरोपिय महासंघ काफी मुश्किलों से घिरा दिख रहा हैं|

Leave a Reply

Your email address will not be published.