रशिया के विस्फोट में १० लोगों की मौत; आतंकवादी हमले की संभावना

सेंट पीटर्सबर्ग, दि. ३ : रशिया के सेंट पीटर्सबर्ग में हुए विस्फोट में दस लोगों की जानें चली गयीं और ५० लोग घायल हुए| दोपहर २.४५ के करीब हुए इस विस्फोट का कारण अब तक स्पष्ट नहीं हुआ; फिर भी यह आतंकवादी हमला हो सकता है, ऐसा शक जताया जाता है| राष्ट्राध्यक्ष पुतिन ने भी यह आतंकवादी हमला होने की संभावना जतायी है|

विस्फोटपिछले कई महीनों से ब्रिटन, जर्मनी, फ्रान्स इन युरोपीय देशों में आतंकी हमले हो रहे हैं| आतंकी संगठन युरोपीय देशों पर इससे भी अधिक तीव्र हमले करेंगे, ऐसी चेतावनी प्रमुख देशों की खुफिया एजन्सियों द्वारा दी जाती है| इस पृष्ठभूमि पर, रशिया के दूसरे बड़े शहर ‘सेंट पीटर्सबर्ग’ में हुए इस विस्फोट पर पूरी दुनिया का ध्यान लगा है| इस विस्फोट के बाद पीटर्सबर्ग की मेट्रो रेल सेवा बंद कर दी गयी है| साथ ही, रशियन यंत्रणा ने सुरक्षा के लिए जरूरी कदम उठाये हैं, ऐसी जानकारी रशिया की वृत्तसंस्था दे रही है| रशिया की आतंकवादविरोधी यंत्रणा ने सार्वजनिक परिवहन की सुरक्षा बढ़ाने के आदेश दिये थे|

इस विस्फोट के लिए ‘आयईडी’ का इस्तेमाल किया गया होगा, ऐसी संभावना ‘इंटरफैक्स’ इस रशियन वृत्तसंस्था ने जतायी है| यह विस्फोट हुआ, तब रशिया के राष्ट्राध्यक्ष पुतिन इसी शहर में थे| इससे इस घटना की गंभीरता बढ़ती हुई दिखाई देती है| रशियन यंत्रणा इस स्फोट की पूरी तरह जाँच कर रही है|

पिछले महीने में लंडन में संसद को लक्ष्य करनेवाला आतंकी हमला हुआ था| इस हमले के बाद युरोपीय देशों की रक्षा का सवाल अधिकतर गंभीर बना था| ‘आयएस’ ने इन हमले की जिम्मेदारी का स्वीकार किया था| रशिया के इस हमले के पीछे ‘आयएस’ का हाथ है, ऐसी संभावना जतायी जाती है| ‘आयएस’ ने रशिया में घातपात मचाने की धमकी दी थी|

इस समय रशिया अफगानिस्तान में ‘आयएस’ का प्रभाव रोकने की कोशिश कर रहा होकर, इसके लिए अफगानिस्तान के तालिबानी आतंकवादियों का और पाकिस्तान का सहयोग ले रहा है| ‘आयएस’ से अपनी सुरक्षा को खतरा होने के कारण रशिया यह कदम उठा रहा है, ऐसा खुलासा इस देश से किया जाता है| जल्द ही रशिया द्वारा अफगानिस्तान के संदर्भ के परिषद का आयोजन किया होकर, ‘आयएस’ पर रोक लगाने के लिए इस बैठक में रशिया द्वारा अधिक आक्रामक कोशिशें की जायेगी, ऐसे संकेत मिल रहे थे| इसी कारण यह विस्फोट रशिया को सबक सिखाने के लिए ‘आयएस’ ने किया होगा, ऐसी आशंका जतायी जाती है| इससे पहले सन २०१० में रशिया की राजधानी मॉस्को में मेट्रो रेल में दो महिला आत्मघाती हमलावरों ने बमविस्फोट किये थे| इस बमविस्फोट में ३८ लोगों की जानें चली गयीं थीं।

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