नई दिल्ली में ‘एसएएसईसी’ बैठक संपन्न

नई दिल्ली, दि. ३ : भारत, बांगलादेश, भूतान, नेपाल, श्रीलंका, मालदीव एवं म्यानमार इन देशों के वित्तमंत्रियों की बैठक राजधानी नई दिल्ली में संपन्न हुई| दक्षिण एशिया उप-क्षेत्रीय आर्थिक सहयोग (एसएएसईसी) की इस बैठक में सदस्य देशों ने, सन २०२५ तक क्षेत्रीय व्यापार बढ़ाकर, इसीके माध्यम से अपना सकल घरेलू उत्पादन (जीडीपी) को सालभर में ७० अरब डॉलर्स तक बढाने का और हर वर्ष दो करोड़ लोगों को रो़जगार देने का लक्ष्य सामने रखा है|

‘एसएएसईसी’१६ साल पहले भारत, बांगलादेश, नेपाल व भूतान इन देशों ने एक साथ मिलकर ‘एसएएसईसी’ की स्थापना की थी| क्षेत्रीय व्यापार बढ़ाना और इसके लिए जरूरी मूलभूत सुविधाओं का विकास करना यह ‘एसएएसईसी’ के सामने के मुख्य उद्दिष्ट माने जाते हैं| सोमवार को राजधानी नयी दिल्ली में संपन्न हुई इस बैठक में सदस्य देशों के वित्तमंत्री शामिल हुए थे| इस अवसर पर बात करते समय भारत के वित्तमंत्री अरुण जेटली ने, इस संगठन के सामने जो ध्येयनीति है उनको विस्तारपूर्वक प्रस्तुत रखा| सन २०२५ तक क्षेत्रीय परिवहन और व्यापार बढ़ाकर ‘एसएएसईसी’ के सदस्य देश अपने ‘जीडीपी’ में सालभर में ७० अरब डॉलर्स की बढ़ोतरी करनेवाले हैं| साथ ही, हरसाल तकरीबन दो करोड रोजगारों का निर्माण करने का लक्ष्य इन सात देशों ने अपने सामने रखा है, ऐसा वित्तमंत्री जेटली ने कहा|

साथ ही, इंधनगैस और तेल के व्यापार को बढ़ाने के लिए ‘एसएएसईसी’ के सदस्य देश प्रधानता देंगे, ऐसा भी जेटली ने कहा| इसी के साथ, इन देशों के बीच प्राकृतिक साधनसंपत्ति का विकास करनेवाले उद्योगों को बढ़ावा दिया जायेगा| साथ ही, पर्यटन क्षेत्र के विकास के लिए और ज़ोर दिया जायेगा, ऐसा केंद्रीय वित्तमंत्री ने कहा है| दक्षिण एशिया का बड़ी तेज़ी से विकास हो रहा है| विकास की यह गति और बढ़ाने के लिए ‘एसएएसईसी’ के ज़रिये कोशिश की जायेगी, ऐसा भरोसा अरुण जेटली ने दिलाया|

इसी दौरान, भारत ने अपनायी ‘ऍक्ट ईस्ट’ नीति ‘एसएएसईसी’ के विकास के लिए फायदेमंद साबित होगी, ऐसा विश्‍वास वित्तमंत्री जेटली ने जताया है| खास तौर पर बांगलादेश और म्यानमार के बीच बंदरगाह के विकास के लिए भारत ने कदम उठाए हैं और इस वजह से ईशान्य के राज्यों के कृषि एवं वनक्षेत्र से जुड़े उद्योगों को बल मिलेगा, ऐसा दावा जेटली ने किया| एसएएसईसी’ देशों की १९ परियोजनाओं को ‘एशियन डेव्हलपमेंट बैंक’ से ३.६ अरब डॉलर्स की राशि का ऋण दिया जा रहा है| इसी वजह से इस विकास की प्रक्रिया और अधिक गतिमान हुई है, ऐसा दिखाई दे रहा है|

‘एशियन डेव्हलपमेंट बैंक’ पर जापान का वर्चस्व है और यह बँक चीन के प्रतिद्वंद्वी देशों को अधिक से अधिक सहायता कर रही है ऐसा दिखाई दे रहा है| चीन ने ‘वन बेल्ट वन रोड’ (ओबीओआर) योजना हाथ में ली है और इसी के माध्यम से क्षेत्रीय परिवहन और बुनियादी सुविधाओं का विकास करने के लिए तेज़ी से कदम उठाने शुरू किए है| भारत के पड़ोसी देशों को बड़ी मात्रा में निवेश करने का प्रलोभन दिखाकर चीन उन्हें अपनी तरफ खींच रहा है, ऐसा दिखाई दे रहा है| ऐसी परिस्थिति में, भारत ने ‘एसएएसईसी’ का इस्तेमाल करते हुए चीन की महत्त्वाकांक्षी नीति का जवाब देने की तैयारी शुरू की है| नयी दिल्ली में संपन्न हुई हस बैठक में इन कोशिशों को तेज़ गति मिली है, ऐसा दिखाई दे रहा है|

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