‘शीतयुद्ध पूरे ज़ोरों पर है’ : सोवियत रशिया के माजी राष्ट्राध्यक्ष गोर्बाचेव

मॉस्को, दि. १९ : ‘दुनियाभर में राजनैतिक नेतृत्व और सेना के अधिकारियों की भाषा काफी ज़हरीली हो गयी है| दो देशों के बीच के संबंध बिगड़ते जा रहे हैं और शीतयुद्ध पूरे ज़ोरों पर है| यह सारी तैयारी युद्ध की है और जल्द ही जंग भड़क उठेगी’ ऐसी चिंता सोवियत रशिया के भूतपूर्व राष्ट्राध्यक्ष मिखाईल गोर्बाचेव ने जतायी है| एक जर्मन अखबार को दिये इंटरव्यू में गोर्बाचेव ने यह बात कही है| इससे पहले भी गोर्बाचेव ने अमरीका और रशिया में बढ़ते तनाव पर नाराज़गी जताते हुए, इससे महायुद्ध भड़क सकता है, ऐसी चेतावनी दी थी|

‘शीतयुद्ध‘प्रमुख देशों में संबंध बिगड़ते हुए दिखाई दे रहे हैं| इससे अब शीतयुद्ध भड़कने के स्पष्ट संकेत मिल रहे है| किसी भी पल युद्ध शुरु होगा ऐसी स्थिति पैदा हो चुकी हैं’ इन शब्दों में गोर्बाचेव ने ‘बिल्ड’ नामक जर्मन अखबार को दिये इंटरव्यू में अपनी चिंता जतायी है| पिछले कुछ दिनों में अमरिकी सैनिकी कार्रवाइयों की वजह से अंतरर्राष्ट्रीय स्तर पर तनाव बढ चुका है| सीरिया में हुए रासायनिक हमले के बाद अमरीका ने सीरिया के इदलिब हवाई अड्डे पर तेज़ हमले चढाये थे| उसके बाद कुछ ही दिनों में अमरीका द्वारा अफगानिस्तान के ‘आयएस’ के अड्डे पर ‘मदर ऑफ ऑल बॉम्ब्स्’ का प्रयोग किया गया था|

‘शीतयुद्धइस हमले के बाद, अमरीका ने अपना विमानवाहक युद्धपोत ‘यूएसएस कार्ल विन्सन’ उत्तर कोरिया के दिशा में रवाना किया था| उत्तर कोरिया के मामले में अमरीका का सब्र ख़त्म होने की चेतावनी देश के राष्ट्राध्यक्ष और उपराष्ट्राध्यक्ष ने दी है| युरोपीय देशों में अमरिकी अड्डें सक्रिय हो चुके हैं तथा नाटो द्वारा युरोपीय देशों मे हो रहीं गतिविधियाँ तेज़ हो रही हैं| रशिया द्वारा इसका क़रारा जवाब दिया जा रहा है| ऐसी स्थिती में, अमरीका और रशिया के बीच तनाव बढ़ता हुआ दिखाई दे रहा है| रशिया के साथ अच्छे संबंध रखने की राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प की नीति असफल हो चुकी है, ऐसी कड़ी आलोचना शुरू हो गयी है|

गोर्बाचेव ने कहा कि उनका रशिया के राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमिर पुतिन पर पूरा भरोसा है| रशिया आक्रामक नीति द्वारा अमरीका और नाटो देशों को चुनौती दे रहा है, ऐसी आलोचना पश्‍चिमी माध्यमों द्वारा की जा रही है| इसपर गोर्बाचेव ने नाराज़गी जतायी है| अगर हम कुछ ना करते हुए शांत बैठे रहें, तो जल्द ही जंग भडक उठेगी, इतनी भीषण स्थिति बनी हुई है, इसपर गोर्बाचेव ने ग़ौर फ़रमाने की कोशिश की| इससे पहले भी गोर्बाचेव ने, अमरीका और रशिया के बीच के तनाव पर गंभीर रूप से चिंता जतायी थी| दोनों देशों के बीच बढ़ता तनाव युद्ध में परिवर्तित हो सकता है, ऐसा डर जताते हुए गोर्बाचेव ने, दोनों देशों को बातचीत के द्वारा तनाव कम करने की सलाह दी थी|

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