अमरीका के नवनियुक्त रक्षामंत्री का पाकिस्तान को पहला झटका

वॉशिंग्टन, दि. १३: डोनाल्ड ट्रम्प ने, ‘अमरीका के रक्षामंत्री’ के तौर पर चुने हुए ‘जेम्स मॅटिस’ ने पाकिस्तान को पहला झटका दिया| अमरिकी संसद की ‘आर्म सर्व्हिसेस कमिटी’ को जानकारी देते समय मॅटिस ने, ‘पाकिस्तान तालिबान की सहायता कर रहा है, इसी वजह से अफगानिस्तान में ख़ूनखराबा हो रहा है’ ऐसा इल्ज़ाम लगाया है| साथ ही, ‘अमरीका के इस क्षेत्र में रहनेवाले उद्दिष्टों को पाकिस्तान की नीति की वजह से ख़तरा पैदा हुआ है| मैं रक्षामंत्री के पद पर आने के बाद पाकिस्तान को इन आतंकवादियों पर कार्रवाई करने के लिए मजबूर करूँगा’ ऐसा मॅटिस ने कहा है|

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अमरीका के राष्ट्राध्यक्ष पद पर ट्रम्प का चुनाव होने के बाद पाकिस्तान को काफ़ी बड़ा झटका लगा है| लेकिन इससे बड़ा झटका, ट्रम्प ने रक्षामंत्रीपद के लिए जेम्स मॅटिस के नाम की घोषणा करने के बाद लगा है| ‘युएस सेंट्रल कमांड’ के कमांडर के तौर पर सन २०१३ में मॅटिस सेवानिवृत्त हुए थे| ‘अफगाणिस्तान के तालिबानी आतंकवादियों की सहायता पाकिस्तान कर रहा है’ ऐसा बड़ा इल्ज़ाम लगाते हुए मॅटिस ने पाकिस्तान के खिलाफ़ कड़ा रूख़ अपनाया था| इस वजह से, रक्षामंत्रीपद पर आने के बाद मॅटिस पाकिस्तान को निशाना बनाने का एक भी मौका नहीं छोड़ेंगे, ऐसी चिंता पाकिस्तान के विश्‍लेषक जता रहे हैं|

‘आर्म सर्व्हिसेस कमिटी’ को जानकारी देते समय मॅटिस ने, पाकिस्तान के सिलसिले में अपनी मूल भूमिका सौम्य शब्दों में रखी| पाकिस्तान अफगानिस्तान के तालिबानी आतंकवादियों को सहायता कर रहा है और इस वजह से अफगानिस्तान में कत्लेआम मचा हुआ है| पाकिस्तान की सीमा से अफगानिस्तान में हमले करनेवाले आतंकी संगठनों का सामना कैसे करें, यह सवाल अफगानी सुरक्षाबलों के सामने खड़ा हुआ है| इसीलिए पाकिस्तान ने अपनी सीमा से दूसरे देशों में हमले करनेवाले तालिबान और हक्कानी नेटवर्क के आतंकवादियों पर कार्रवाई करनी चाहिए, ऐसी उम्मीद मॅटिन ने जताई| साथ ही, इस संदर्भ में पाकिस्तान को सख़्त निर्णय लेने पड सकते हैं, इन शब्दों में मॅटिस ने ताना मारा|

मैं अमरीका के रक्षामंत्रीपद पर आने के बाद आतंकवादी संगठनों पर कार्रवाई करने के लिए पाकिस्तान को प्रोत्साहन दूँगा| अमरीका के इस क्षेत्र में रहनेवाले उद्देश्य हासिल करने के लिए पाकिस्तान की सरकार और सेना पर भरोसा रखने जैसी स्थिति नहीं है| लेकिन मैं रक्षामंत्री बना, तो यह विश्‍वास बढ़ाने के लिए कोशिश करूँगा, ऐसा मॅटिस ने कहा| इससे, ‘पाकिस्तान की ओर से हमें क्या अपेक्षित है’ इसकी रूपरेखा ही ‘आर्म सर्व्हिसेस कमिटी’ के सामने मॅटिस ने रखी है, ऐसा दिखाई दे रहा है|

मॅटिस के रक्षामंत्री बनने पर, पाकिस्तान पर बढनेवाले दबाव की झलक ही उनके इस दावे से मिल रही है| इसी दौरान, ‘रशिया कुछ क्षेत्रों में अमरीका का प्रतिद्वंद्वी है और रशिया की ओर से अमरीका को सबसे बड़ा ख़तरा महसूस हो रहा है| रशिया के साथ चर्चा करने की हमारी भूमिका है, लेकिन इस संदर्भ में वास्तववादी भूमिका अपनाने की ज़रूरत है| रशिया असल में क्या कर रहा है, यह जानना ज़रूरी है’ ऐसा कहते हुए मॅटिस ने, डोनाल्ड ट्रम्प ने अब तक अपनाई नीति से विपरित भूमिका प्रस्तुत की है, ऐसा दिखाई दे रहा है|

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