यूक्रैन युद्ध में रशिया अब सीरिया और हिज़बुल्लाह की सहायता प्राप्त कर रही है – ब्रिटेन के रक्षा मंत्रालय का आरोप

किव – ‘यूक्रैन के संघर्ष में रशिया सीरियन सेना और हिज़बुल्लाह जैसी आतंकी संगठन की सहायता प्राप्त कर रही हैं’, यह आरोप ब्रिटेन के रक्षा मंत्रालय ने लगाया| इससे पहले भी पश्‍चिमी माध्यमों ने रशिया पर यूक्रैन संघर्ष में कान्ट्रैक्ट सैनिकों को उतारने का आरोप लगाया था| यूक्रैन के जंगी प्रतिकार से रशिया के सामने ऐसी स्थिति खड़ी हुई हैं, ऐसा ब्रिटेन के रक्षा मंत्रालय का कहना हैं| लेकिन, यूक्रैन की सेना के प्रतिकार को लेकर पश्‍चिमी देश दुष्प्रचार कर रहे हैं, ऐसा रशिया का कहना हैं| उल्टा रशिया के विरोध में ही यूक्रैन में आतंकी गुटों का इस्तेमाल किया जा रहा हैं, यह आरोप रशिया ने लगाया था|

रशियन सेना तेज़ी से यूक्रैन की राजधानी किव एवं पश्‍चिमी यूक्रैन की दिशा में बढ़ रही हैं, ऐसा बयान ब्रिटीश एवंयूरोपिय माध्यम करने लगे हैं| इस संघर्ष में यूक्रैन की सेना को अधिक से अधिक हथियारों की आवश्यकता हैं, ऐसा आवाहन यूरोपिय नेता कर रहे हैं| लेकिन, ब्रिटेन के रक्षा मंत्रालय और गुप्तचर यंत्रणा इस संघर्ष को लेकर अलग अलग जानकारी जारी कर रहे हैं| यूक्रैन की सेना के प्रतिकार की वजह से रशियन फौज पीछे हट रही हैं| इस संघर्ष में रशिया के करीबन ७ हज़ार सैनिक मारे गए| रशियन सेना राजधानी किव के करीब पहुँचे हैं फिरभी इसपर कब्ज़ा करना मुमकिन ना होने का दावा ब्रिटेन के रक्षा मंत्रालय और गुप्तचर यंत्रणा कर रहे हैं|

मुश्किलों से घिरी रशिया ने सीरियन सेना और हिज़बुल्लाह इन आतंकी संगठन की सहयता प्राप्त करने की तैयारी शुरू की हैं, ऐसी जानकारी ब्रिटेन के रक्षा मंत्रालय ने प्रदान की| ब्रिटीश रक्षा मंत्रालय और गुप्तचर यंत्रणाओं ने लगाए इन आरोपों पर रशिया ने अभी बयान दर्ज़ नहीं किया है| इससे पहले भी यूक्रैन की सरकार रशिया विरोधी संघर्ष में सीरिया में मौजूद अल कायदा और आयएस से जुड़े आतंकी संगठनों की सहायता प्राप्त कर रही हैं, ऐसी खबरें सामने आयी थी| इसके अलावा यूक्रैन की सरकार ने जेल में बंद कैदियों के हाथों मे हथियार थमाकर इस संघर्ष में उतारने का बयान रशियन वृत्तसंस्थाओं ने किया था|

दो साल पहलें रशियन सेना ने यूक्रैन में किए हवाई हमले में १८० विदेशी कान्ट्रैक्ट सैनिक मारे गए, यह दावा किया था| इनमें दक्षिण कोरिया की सेना से निवृत्त हुए स्पेसळ फोर्सेस का अधिकारी कैप्टन ली ग्यून का भी समावेश होने के दावे प्रसिद्ध हुए थे| लेकिन, कुछ ही घंटे पहले कैप्टन ली ने इस संघर्ष में हम फंसे हैं, यह स्वीकार करके अपने रिहाई की मॉंग करने की खबर सामने आयी हैं| रशिया के राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमीर पुतिन ने यूक्रैन में स्थित सैन्य कार्रवाई का उद्देश्य सफल होने का ऐलान पहले ही कर दी हैं| इस वजह से रशिया इस युद्ध को जल्द ही रोकने की संभावना जताई जा रही थी| लेकिन, यूक्रैन सेना के प्रतिकार की वजह से रशिया पीछे हटने के लिए मज़बूर हो रही हैं, ऐसा चित्र पश्‍चिमी देश दिखा रहे हैं| इस वजह से यूक्रैन में स्थित रशियन सेना की आक्रामकता अधिक ही बढ़ती दिख रही हैं|

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