पश्‍चिमियों की रशिया विरोधी कार्रवाईयों पर तीव्र प्रत्युत्तर देंगे – रशिया के विदेशमंत्री का इशारा

मास्को/लंदन – पश्‍चिमी देशों की शत्रुत्व की भावना से की जानेवाली कार्रवाईयों को उसी पद्धति से और ज़रुरत पड़ने पर अधिक तीव्र और अलग तरीके से प्रत्युत्तर दिया जाएगा, यह इशारा रशिया के विदेशमंत्री सर्जेई लैवरोव ने दिया। इस दौरान रशियन विदेशमंत्री ने नाटो की उकसानेवाली हरकतों पर भी आलोचना की। बीते कुछ महीनों में रशिया और पश्‍चिमी देशों के बीच तनाव लगातार बढ़ रहा है और दोनों ओर से आक्रामक गतिविधियाँ जारी हैं। इस पृष्ठभूमि पर रशिया का इशारा ध्यान आकर्षित कर रहा है।

रशिया के विदेशमंत्रीबीते कुछ महीनों में रशिया ने युक्रैन की सीमा के करीबी क्षेत्र में भारी मात्रा में लष्करी गतिविधियाँ शुरू की हैं। युक्रैन पर लष्करी दबाव बढ़ाने के लिए और तनाव निर्माण करने के लिए रशिया ने युक्रैन की सीमा के करीब ९० हज़ार सैनिकों की तैनाती करने का आरोप युक्रैन के रक्षा मंत्रालय ने बीते हफ्ते लगाया था। सिर्फ भू-सीमा ही नहीं बल्कि, ब्लैक सी के समुद्री क्षेत्र में भी रशियन युद्धपोतों की गतिविधियाँ बढ़ने का दावा युक्रैन ने किया था। इस पृष्ठभूमि पर अमरीका के विदेशमंत्री ने रशिया युक्रैन पर हमला कर सकती है, यह इशारा दिया था।

रशिया ने इन दावों को स्पष्ट शब्दों में ठुकराया है। साथ ही, पश्‍चिमी देशों की गतिविधियों को प्रत्युत्तर देने की तैयारी भी करने का इशारा विदेशमंत्री लैवरोव ने दिया है। ‘रशिया की भूमिका काफी संयमी है और यह कायम रहेगी, यह बात हमने बार बार स्पष्ट की है। रशिया से किसी भी तरह का तनाव निर्माण नहीं किया गया है। लेकिन, पश्‍चिमी देशों की शत्रुता की भावना से कार्रवाईयाँ जारी हैं। इन कार्रवाईयों पर हम जैसे को तैसा पद्धति से जवाब देंगे और ज़रुरत महसूस हुई तो अधिक सख्त और अलग पद्धति से भी प्रत्युत्तर दिया जाएगा’, यह इशारा रशियन विदेशमंत्री ने दिया।

रशिया के विदेशमंत्रीविदेशमंत्री लैवरोव फ्रान्स के दौरे पर हैं और इस दौरान उनका यह बयान सामने आया है। इस दौरान उन्होंने रशिया और यूरोपिय महासंघ के ताल्लुकात सामान्य करने के लिए फ्रेंच विदेशमंत्री से चर्चा करने की जानकारी भी साझा की।

इसी बीच युक्रैन और बेलारुस की मुद्दे पर रशिया और पश्‍चिमी देशों के बीच तनाव अधिक बढ़ने के संकेत प्राप्त आ रहे हैं। रशिया द्वारा बेलारूस के साथ संयुक्त लष्करी युद्धाभ्यास शुरू करने की जानकारी भी सामने आयी है। इस युद्धाभ्यास के दौरान रशिया ने बेलारुस में पैराट्रूपर्स का दल उतारने की बात स्पष्ट हुई है। रशिया ने अपने कुछ लष्करी दल एवं सुरक्षा यंत्रणाओं को भी बेलारुस में तैनात करने के दावे सामने आए हैं। रशिया द्वारा लड़ाकू विमान और बॉम्बर्स के उड़ानों की संख्या भी बढ़ाई गई है।

रशिया के विदेशमंत्री

रशिया ने शुक्रवार के दिन ब्रिटेन के करीबी ‘नॉर्थ सी’ क्षेत्र में दो बार बॉम्बर्स विमानों को रवाना करने की घटना सामने आयी है। इन बॉम्बर्स को भगाने के लिए ब्रिटेन ने अपने लड़ाकू विमानों की तैनाती करने की जानकारी ब्रिटीश वायु सेना ने प्रदान की। युक्रैन की समा एवं बेलारूस-पोलैण्ड सीमा पर तनाव बढ़ने की स्थिति में रशिया ने अपने बॉम्बर्स यूरोपिय देशों की सीमा के करीब रवाना करना ध्यान आकर्षित करनवाली घटना साबित होती है। इससे पहले रशिया एवं नाटो के विमान एक-दूसरे की हवाई सीमा के करीब पहुँचने की दो घटनाएं इस हफ्ते में हुई हैं। रशिया के युद्धपोत ब्लैक सी में मौजूद अमरिकी युद्धपोतों की निगरानी कर रही हैं, यह भी स्पष्ट हुआ है।

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