….तो रशिया और चीन अफ़गानिस्तान पर नियंत्रण हासिल करेंगे – यूरोपिय महासंघ के विदेश प्रमुख का इशारा

अफ़गानिस्तान पर नियंत्रणब्रुसेल्स/काबुल – यूरोपिय महासंघ ने अफ़गानिस्तान में दखलअंदाज़ी नहीं की तो रशिया और चीन इस पर कब्ज़ा करेंगे, यह इशारा यूरोपिय महासंघ के विदेश प्रमुख जोसेप बॉरेल ने दिया। अफ़गानिस्तान की स्थिति ड़रावनी आपदा है और यह वास्तव स्वीकारना ही होगा, यह इशारा भी बॉरेल ने दिया। अफ़गानिस्तान के मुद्दे पर यूरोपिय महासंघ के सदस्य देशों के विदेशमंत्रियों की बैठक हुई। इस बैठक में कोई भी पुख्ता निर्णय नहीं हुआ और इसी पृष्ठभूमि पर बॉरेल का यह बयान ध्यान आकर्षित कर रहा है।

‘तालिबान ने अफ़गानिस्तान पर कब्ज़ा करने के एवं उसके बाद का वास्तव फोटो और बहुत कुछ माध्यमों के ज़रिये सामने आ रहा है और इसका मुकाबला करना ही पड़ेगा। अफ़गानिस्तान को लेकर पुख्ता क्या गलती हुई, यह सवाल अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने अपने आप से करना चाहिए। लेकिन, साथ ही अफ़गानिस्तान की स्थिति का चीन और रशिया को लाभ उठाने देना गलत होगा। तालिबान को समर्थन प्रदान करके अफ़गानिस्तान पर नियंत्रण हासिल किया तो अगले दिनों में यूरोपिय महासंघ को कोई नहीं पूछेगा’, यह इशारा भी बॉरेल ने दिया। रशिया और चीन को रोकने के लिए यूरोपिय महासंघ को अफ़गानिस्तान की स्थिति में तुरंत दखलअंदाज़ी करनी पड़ेगी, यह सलाह भी बॉरेल ने दी।

अफ़गानिस्तान में जो कुछ हुआ उससे कई सवाल खड़े हो रहे हैं, इस ओर भी महासंघ के विदेश विभाग प्रमुख ने ध्यान आकर्षित किया। ‘पश्‍चिमी देशों ने २० वर्ष अफ़गानिस्तान में रहकर क्या पाया, यही बड़ा सवाल है। इस दौरान हमने कौनसी कामयाबी हासिल की, यह भी सोचना चाहिए’, ऐसा बयान भी बॉरेल ने किया। यूरोपिय सांसदों के सामने किए बयान में विदेश प्रमुख ने अफ़गानिस्तान की मौजूदा स्थिति ड़रावनी आपदा होने की बात कबूली है।

अफ़गानिस्तान से अमरीका की वापसी पर नाटो सदस्य यूरोपिय देशों ने तीव्र नाराज़गी जताई थी। कई यूरोपिय नेताओं ने अमरीका से लष्करी तैनाती बरकरार रखने का निवेदन भी किया था।

Leave a Reply

Your email address will not be published.