प्रलयकारी बाढ़ का मुकाबला करनेवाले केरल में बचाव कार्य को गति – ८ लाख नागरिक मदद शिविर में महामारी फैलने का खतरा

नई दिल्ली: शतक की सबसे भयंकर बाढ़ का मुकाबला कर रहे केरल में आनेवाले ५ दिनों में कम बारिश का अंदाजा व्यक्त किया गया है। बारिश कम होने से बड़ा दिलासा मिला है और बचाव कार्य अधिक गतिमान रूप से होने लगा है। इस बाढ में अब तक लगभग ८ लाख बेघर हुए हैं और उन्हें मदद शिविर में रखा गया है। पर इससे अधिक आनेवाले समय में केरल के लिए भीषण आपत्ति लेकर आएगा बाढ़ का पानी कम होने के बाद मृत लोगों की संख्या समझ पाएगी, पर उसके बाद आनेवाली महामारी भीषण उत्पाद फैला सकती है ऐसी चेतावनी दी जा रही है।

प्रलयकारी बाढ़, मुकाबला, बचाव कार्य, गति, ८ लाख नागरिक, मदद शिविर, महामारी फैलने, खतरा, केरल, चेतावनीराष्ट्रीय आपत्ती निवारण दल ने अबतक सबसे बड़े बचाव कार्य को केरल में हाथ लिया था। तथा लष्कर, वायु सेना, नौदल और तटरक्षक दल ने भी बड़ी तादाद में जोखिम स्वीकार के नागरिकों को सुरक्षित जगह स्थानांतरित किया है। केरल में १४ में से १३ जिले इस भीषण बाढ़ का सामना कर रहे हैं। तथा बचाव कार्य युद्ध स्तर पर शुरू है। पर अभी भी हजारों नागरिक इस जगह है फंसने का रिपोर्ट है। इडुकी जिले में ४३ लोगों की और मलप्पुरम में २७ लोगों की जान गई है। तथा बली जाने वाले लोगों की संख्या ३३० के ऊपर गई है। पर बलि होने वाले की संख्या इससे कई अधिक होने का डर व्यक्त किया जा रहा है। बाढ़ का पानी कम होने के सिवाय उसका अंदाजा लगाना कठिन है और उसके बाद केरल को एक और भीषण आपत्ति का सामना करना पड़ सकता है, ऐसा डर व्यक्त किया जा रहा है। केरल में महामारी फैलने का खतरा है और इसमें अनेक लोगों को अपने प्राण गंवाने लग सकते हैं। इसकी वजह से आने वाले आपत्ति का सामना करने के लिए प्रशासन ने को सज्ज किया जा रहा है।

राष्ट्रीय आपत्ती व्यवस्थापन प्राधिकरण के अनुसार अब तक ३३ हजार नागरिकों की रिहाई की गई है। इडुकी, कोन्नूर और कोजीकोड जिले में कई जगह पर मुसलाधार बारिश होने की आशंका है। पर अन्य जगह पर आने वाले ५ दिनों में बारिश से रिहाई मिलेगी। इसकी वजह से इन जिले में रेड अलर्ट पीछे लिया गया है।

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