इस्रायल-हमास युद्ध की पृष्ठभूमि पर यूरोप में शरणार्थियों के नए झुंड़ घुसपैठ करेंगे – यूरोपिय युनियन कौन्सिल के अध्यक्ष चार्ल्स मिशेल की चेतावनी

ब्रुसेल्स – इस्रायल-हमास युद्ध की पृष्ठभूमि पर खाड़ी देशों से शरणार्थियों के नए झुंड़ यूरोप में घुसपैठ करेंगे, ऐसी चेतावनी यूरोपियन युनियन कौन्सिल के अध्यक्ष चार्ल्स मिशेल ने दी है। कुछ दिन पहले ही यूरोपिय महासंघ के शीर्ष देश पोलैण्ड ने भी खाड़ी से दाखिल हो रहे शरणार्थियों का मुद्दा उठाया था। इन नए झुंड़ में शामिल होकर चरमपंथी और आतंकवादी भी यूरोप में घुसपैठ कर सकते हैं, ऐसी चेतावनी पोलैण्ड के प्रधानमंत्री ने दी थी। इसी बीच, अमेरिका के शीर्ष उद्यमि एलॉन मस्क ने यह कहकर ध्यान आकर्षित किया था कि, शरणार्थियों के कारण यूरोप में गृह युद्ध छिड़ सकता है।

इस्रायल-हमास युद्ध की पृष्ठभूमि पर यूरोप में शरणार्थियों के नए झुंड़ घुसपैठ करेंगे - यूरोपिय युनियन कौन्सिल के अध्यक्ष चार्ल्स मिशेल की चेतावनीपिछले डेढ़ सालों से यूरोप में घुसपैठ कर रहें शरणार्थियों की संख्या काफी मात्रा में बढ़ती दिख रही है। इटली, स्पेन, ग्रीस और ब्रिटेन जैसे शीर्ष यूरोपिय देशों में शरणार्थियों के झुंड़ लगातार घुसपैठ कर रहे हैं। इनमें अफ्रीका और एशियाई महाद्वीप से दाखिल हो रहे अवैध शरणार्थियों का समावेश हैं। वर्ष २०२२ और २०२३ के पहले आठ महीनों में लगभग १८ लाख से भी अधिक शरणार्थियों ने यूरोप में घुसपैठ की है।

इन शरणार्थियों के झुंड़ रोकने की मांग हो रही हैं और इसी दौरान इस्रायल-हमास युद्ध शुरू होने से अब घुसपैठ बढ़ने के नए संकेत प्राप्त हो रहे हैं। गाजा पट्टी से बाहर निकल रहें हजारों पैलेस्टिनी नागरिक यूरोप में दाखिल होने की संभावना कई देशों ने जताई है। इस्रायल-हमास युद्ध की पृष्ठभूमि पर यूरोप में शरणार्थियों के नए झुंड़ घुसपैठ करेंगे - यूरोपिय युनियन कौन्सिल के अध्यक्ष चार्ल्स मिशेल की चेतावनीशरणार्थियों के इन नए झुंड़ों की वजह से यूरोपिय महासंघ की स्थिति बिगड़ सकती हैं, ऐसी चेतावनी कौन्सिल के अध्यक्ष चार्ल्स मिशेल ने दी। नए झुंड़ों की वजह से शरणार्थियों के विरोध में खड़े गुटों को अधिक ताकत प्राप्त होगी और यूरोपिय देशों में मतभेद बढ़ेंगे, ऐसा ड़र भी मिशेल ने व्यक्त किया है।

इस्रायल-हमास युद्ध को लेकर यूरोप के विभिन्न देशों में प्रदर्शन हो रहे हैं। इन प्रदर्शनों के कारण यूरोपिय देशों में सुरक्षा खतरे के घेरे में होने की बात पहले ही सामने आयी थी। इसी बीच शरणार्थियों की संख्या बढ़ने पर यहां सुरक्षा का मुद्दा अधिक गंभीर हो सकता हैं, ऐसा दावा भी कौन्सिल के अध्यक्ष ने किया है।

Leave a Reply

Your email address will not be published.