नए शरणार्थियों की पृष्ठभूमि पर ग्रीस में तीव्र असंतोष

तृतीय महायुद्ध, परमाणु सज्ज, रशिया, ब्रिटन, प्रत्युत्तरअथेन्स – तुर्की ने सीरिया में शुरू की हुई कार्रवाई और तुर्की राष्ट्राध्यक्ष रेसेप एर्दोगन ने शरणार्थियों के मुद्दे पर लगातार दी हुई धमकियों की पृष्ठभूमि पर ग्रीस में काफी तनाव निर्माण हुआ है| पिछले कुछ महीनों में ग्रीस में पहुंच रहे शरणार्थियों के झुंडों में बढोतरी हुई है और उन्होंने डेरा जमाए ग्रीक द्विपोंपर आपात्काल जैसी स्थिति बनी है| इसी बीच ग्रीस के शहरों में भी शरणार्थियों के विरोध में प्रदर्शन शुरू हुए है और सरकार के सामने मुश्किल खडी होने का चित्र दिखाई दे रहा है|

वर्ष २०१५ से यूरोप में शरणार्थियों की बडी तादाद में घुसपैठ शुरू है और इसका सबसे अधिक झटका ग्रीस को लगा है| ग्रीस में पिछल चार वर्षों में १५ लाख से अधिक शरणार्थियों ने अवैध मार्ग से घुसपैठ की है| इनमें से लाखों शरणार्थि आगे अन्य यूरोपिय देशों में गए है, फिर भी ग्रीस में पहुंच रहे शरणार्थियों को रोकने में यूरोपिय महासंघ एवं अन्य यंत्रणा अभी सफल नही हो सकी है| तुर्की जैसे देश के साथ किया गया समझौता भी नाकामयाब हुआ है और ग्रीस पर बना भार अभी भी कायम है

ग्रीस में पांच द्विपों पर बनाए शिविरों में करीबन छह हजार शरणार्थियों के लिए सुविधा बनाई गई है| पर, असलियत में इन शिविरों में ३४ हजार से भी अधिक शरणार्थी डेरा जमाकर है| साथ ही पिछले चार महीनों में ४० हजार से भी अधिक शरणार्थी ग्रीस में प्रवेश कर चुंके है, यह जानकारी सरकार से जारी की गई है| यूरोपिय महासंघ निर्णय करने में देरी करने से एवं निधी में कमी, आर्थिक संकट एवं अकार्यक्षम यंत्रणा के कारण करीबन ७० हजार शरणार्थियों के अर्जी पर अभी किसी भी प्रकार की कार्रवाई नही हुई है|

इस पृष्ठभूमि पर ग्रीस सरकार ने द्विपों पर रहनेवाले शरणार्थियों को शहर में स्थानांतरित करने का निर्णय करने से शरणार्थियों के विरोध में असंतोष और भी तीव्र हुआ है| उत्तरी ग्रीस में थेसालोनिकीसमेत यानित्सा और सेरेस शहर में शरणार्थियों के विरोध में आक्रामक प्रदर्शन शुरू हुए है| स्थानिय जनता ने सरकार के विरोध में नाराजगी व्यक्त करते समय शहर में शरणार्थियों के झुंड ना रहे, यह मांग की| हमें शरणार्थी नही चाहिए, उन्हें वापिस भेज दो, यह नारेबाजी भी प्रदर्शनकारियों ने की| हमारे शहरों में पहले से काफी परेशानियां है| अब काफी हुआ यह प्रतिक्रिया प्रदर्शनों में शामिल स्थानिय नागरिकों ने दर्ज की है|

ग्रीस सरकार ने प्रशासन और यंत्रणाओं पर बना भार कम करने के लिए शरणार्थियों को वापिस भेजने का निर्णय किया है| इस बारे में संसद में कानून पारित किया गया है और जल्द ही इसपर अमल शुरू होगा, यह दावा सूत्रों ने किया है| वर्ष २०२० के अंत तक कम से कम १० हजार अवैध शरणार्थियों को वापिस भेजा जाएगा| पर, संयुक्त राष्ट्रसंघ और शरणार्थियों के लिए सक्रिय होेनेवाले अन्य गुटों ने ग्रीस के इस नए कानून पर आलोचना की है| इस वजह से शरणार्थियों की जान के लिए खतरा बना है, यह आरोप भी किया गया है|

इसी बीच, ब्रिटेन एवं फ्रान्स की घटनाओं के बाद ग्रीस में भी ट्रक से शरणार्थियों की घुसपैठ करने की घटना सामने आयी है| इसमें ४० से अधिक अफगान वंशिय शरणार्थियों समेत ट्रक चालक को हिरासत में लिया गया है| इस ट्रक ने तुर्की से ही ग्रीस में प्रवेश किया है और इस मामले की जांच शुरू है|

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