यूरोप में मिसाइल तैनात करने पर अमरिका को रशिया जोरदार प्रत्युत्तर देगा – रशियन राष्ट्राध्यक्ष की धमकी

तृतीय महायुद्ध, परमाणु सज्ज, रशिया, ब्रिटन, प्रत्युत्तरमास्को – अमरिका ने ‘इंटरमिजिएट रेंज न्यूक्लिअर फोर्सेस’ (आईएनएफ) समझौते से वापसी करने पर जवाब में रशिया नए से मिसाइल की तैनाती नही करेगी| क्यों की रशिया को किसी भी स्वरूप का विवाद खडा नही करना है| लेकिन, यदि अमरिका ने यूरोप में छोटे या मध्यम दूरी की मिसाइल तैनात करने की कोशिश की तो रशिया सिर्फ यूरोपीय देश ही नही बल्कि अमरिका को भी लक्ष्य करने में काबिल मिसाइल की तैनाती करेगी, ऐसी धमकी रशियन राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमीर पुतिन इन्होंने खुले तौर पर दी है| रशियन संसद में किए भाषण में राष्ट्राध्यक्ष पुतिन इन्होंने रशिया की रक्षा तैयारी की जानकारी दुबारा घोषित करके रशिया किसी भी परिस्थिति के लिए तैयार होने की बात डटकर कही है|

‘आईएनएफ’ से अमरिका ने की वापसी पर रशियन राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमीर पुतिन इन्होंने स्पष्ट शब्दों में अमरिका को धमकाया है| ‘रशिया को यूरोपीय देशों की सीमा के निकट पहले मिसाइल तैनात करने में रुचि नही है| लेकिन, यदि अमरिका ने यूरोप में मिसाइल तैनात किए तो उसकी वजह से अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा और रशिया को बना खतरा बढ सकता है’, ऐसी आलोचना राष्ट्राध्यक्ष पुतिन इन्होंने की है| इनमें से कुछ मिसाइल १०-१२ मिनिटों में रशिया पर गिर सकते है, यह दावा रशियन राष्ट्राध्यक्ष ने किया| ऐसा हुआ तो रशिया को भी आत्म सुरक्षा के लिए कदम उठाने होंगे, इसका एहसास राष्ट्राध्यक्ष पुतिन इन्होंने दिलाया है| वही, पांच मिनिटों में अमरिका तक पहुंचने में काबिल रशिया के बेडे में है, यह दावा रशिया के सेवा निवृत्त नौसेना अधिकारी एडमिरल सेवोलोव्ह खमिरोव्ह इन्होंने किया है|

‘रशिया की सुरक्षा को चुनौती देनेवाली ऐसी मिसाइल यंत्रणा तैनात करनेवाले देश और इस तैनाती का निर्णय करनेवाले देशों को लक्ष्य कर सकेंगी ऐसी मिसाइल रशिया तैनात करेगी’, ऐसा पुतिन इन्होंने घोषित किया है| रशिया कौन से मिसाइल या यंत्रणा तैनात करेगी, इसकी जानकारी रशियन राष्ट्राध्यक्ष ने इस दौरान नही दी है| लेकिन, रशिया के मिसाइलों की गति अमरिका में मौजूद लष्करी विश्‍लेषक गिन नही सकेंगे, यह दावा पुतिन इन्होंने किया| रशिया की यह मिसाइल अमरिकी कमांड और कंट्रोल सेंटर की दिशा में तैनात रहेगी, ऐसा पुतिन ने कहा है| अमरिका को यह चेतावनी देने के बाद राष्ट्राध्यक्ष पुतिन इन्होंने अगले वर्ष के अंत तक लेजर यंत्रणा तैनात करने का ऐलान किया|

साथ ही ‘आईएनएफ’ समझौते से जुडे रशिया पर अमरिका ने बेवजह आरोप किए थे, ऐसी आलोचना पुतिन इन्होंने की| इस द्विपक्षीय समझौते की वजह से अमरिका और रशिया का मिसाइल निर्माण काबू में रहा था| अन्य देशों के मिसाइल निर्माण का मुद्दा इस समझौते में शामिल नही था| उनके मिसाइल का निर्माण जारी था, यही अमरिका के चिंता का प्रमुख कारण साबित हो रहा था और रशिया इसे समज भी सकता है| लेकिन, इसके लिए अमरिका ने रशिया पर आरोप करके द्विपक्षीय समझौते से बाहर होना सही नही था’, ऐसा पुतिन ने कहा है| इस जगह रशियन राष्ट्राध्यक्ष चीन के मिसाइल कार्यक्रम का दाखिला देते दिखाई दे रहे है|

फरवरी महीने की शुरू में अमरिका ने ‘आईएनएफ’ समझौते से बाहर होने का ऐलान किया| शीत युद्ध के समय अमरिका और रशिया में हुए ‘आईएनएफ’ समझौते के नुसार ५०० से ५,००० किलोमीटर दूरी तक हमला करने में सक्षम मिसाइल का निर्माण करने पर प्रतिबंध है| परमाणु हथियारों के निर्माण से जुडे इस समझौते का रशिया पालन नही कर रहा, ऐसा आरोप अमरिका ने किया था| ‘आईएनएफ’ का उल्लंघन करने से अमरिका की सुरक्षा के लिए बडा खतरा बन रहा है, ऐसा दावा अमरिका ने किया था|

अमरिका के इस निर्णय पर रशिया ने आलोचना भी की थी| इस समझौते का अमरिका की सुरक्षा से जरा भी संबंध नही था| इस वजह से इस समझौते से वापसी करके अमरिका ने मिसाइल निर्माण को अहमियत देकर यूरोपीय देशों की सुरक्षा के लिए खतरा बनाया है, ऐसा प्रतिहमला अमरिका में नियुक्त रशियन राजदूत ‘एंटोली एन्तोनोव्ह’ इन्होंने किया था|

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