कम्युनिस्ट हुकूमत ने कार्रवाई करने के बावजूद ग्वांगझोऊ में प्रदर्शनों की तीव्रता बढ़ी – कोरोना के नए विस्फोट की पृष्ठभूमि पर चीन के उत्पादन क्षेत्र में बड़ी गिरावट

ग्वांगझोऊबीजिंग/ग्वांगझोऊ – कोरोना को रोकने के लिए लगाए गए प्रतिबंधों के खिलाफ चीन में प्रदर्शनों को काबू करने में कम्युनिस्ट पार्टी असफल होती दिख रही है। पिछले दो दिनों में बडे पैमाने पर सुरक्षा यंत्रणा तैनात करके कार्रवाई करने के बावजूद बुधवार को चीन के प्रमुख ग्वांगझोऊ शहर में बडे पैमाने पर प्रदर्शन हुए। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने सुरक्षा यंत्रणाओं पर पथराव करने की वजह से यह प्रदर्शन हिंसक बने। ग्वांगझोऊ के साथ ही शांघाई के कुछ हिस्सों में आम नागरिक और सुरक्षा यंत्रणाओं के बीच मुठभेड़ होने के वीडियो सामने आए हैं। इसी बीच कोरोना के नए विस्फोट से चीन के उत्पादन क्षेत्र को बड़ा नुकसान पहुँचा है और ‘पीएमआई’ ४८ तक गिरा है।

ग्वांगझोऊकुछ हफ्ते पहले चीन के ग्वांगझोऊ शहर में कोरोना संक्रमण बढ़ने लगते ही ‘लॉकडाउन’ घोषित किया गया था। इसके बाद लगातार इसकी अवधि बढ़ाई जा रही है और प्रतिबंध अधिक सख्त होते जा रहे हैं। इसकी वहज से नागरिकों में तीव्र नाराज़गी है और पहले भी जनता सड़कों पर उतरी थी। नागरिकों ने सुरक्षा बलों से विवाद करके सड़कों पर लगाए गए बैरिकेटस्‌‍ हटाने की भी कोशिश की थी। उरुम्कि की घटना के बाद ग्वांगझोऊ के नागरिक फिर से आक्रामक हुए हैं और पिछले पांच दिनों से वहां लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं।

चीन की कम्युनिस्ट हुकूमत ने अतरिक्त सुरक्षा बल तैनात करके कार्रवाई शुरू करने के बावजूद ग्वांगझोऊ में लोगों ने सड़कों पर प्रदर्शन करने से आश्चर्य व्यक्त किया जा रहा है। सड़कों पर उतरे प्रदर्शनकारियों ने कई ठिकानों पर लगाए गए बैरेकेडस्‌‍ हटाए हैं और कुछ हद तक तोड़ने का काम किया दिख रहा है। सुरक्षा बलों ने कार्रवाई शुरू करते ही प्रदर्शनकारियों ने पथराव किए जाने के वीडियो और फोटो सामने आ रहे हैं। सुरक्षा बलों ने कई प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लेने के बावजूद शहरों की सड़कों पर नागरिक बड़ी संख्या में उतरते दिख रहे हैं। ग्वांगझोऊ के साथ ही चीन का आर्थिक केंद्र माने जा रहे शांघाई में भी आम नागरिकों एवं सुरक्षा बलों के बीच कोरोना के प्रतिबंधों के मुद्दे पर मुठभेड़ होने की बात कही जा रही है।

ग्वांगझोऊलगातार पांच दिनों से चल रहे यह प्रदर्शन अब भी बंद ना होने से चीन ने अब सेना तैनात करने की गतिविधियां शुरू की हैं, यह दावा सोशल मीडिया पर हो रहा है। शांघाई के करीबी हिस्सों में सेना के टैंक की यात्रा के वीडियो प्रसिद्ध हुए हैं। इसकी वजह से चीन की कम्युनिस्ट हुकूमत प्रदर्शनों को कुचलने के लिए किसी भी हद तक जाने की तैयारी करने में व्यस्त होने की बात समझी जा रही है। चीन के ‘सेंट्रल पॉलिटिकल ऐण्ड लीगल अफेअर्स कमिशन’ ने जारी किए निवेदन में घुसपैठ और हमलों की कोशिश नाकाम की जाएगी, यह इशारा भी दिया है।

इसी बीच, चीन के उत्पादन क्षेत्र पर कोरोना विस्फोट का भारी असर होता दिख रहा है। उत्पादन क्षेत्र की गतिविधियों का निदर्शक ‘द पर्चेसिंग मैनेजर इंडेक्स’ (पीएमआई) ४८ तक फिसला है। पिछले महीने यही निदेशांक ४९.२ के स्तर पर था। पीएमआई ५० से नीचे रहना मंदी जैसी स्थिति मानी जाती है।

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