फिलिपीन्स चीन की ‘स्ट्रायकिंग रेंज’ में – लष्करी विश्‍लेषक की चेतावनी

मनिला – ‘साऊथ चायना सी’ पर अधिकार बतानेवाले चीन ने इस सागरी क्षेत्र में अपनीं लष्करी गतिविधियाँ बढ़ायीं हैं। कुछ दिन पहले चीन की ड्रोन पनडुब्बियाँ इंडोनेशिया के सागरी क्षेत्र में देखीं गयीं थीं। वहीं, अब चीन का लष्करी विमान ‘साऊथ चायना सी’ क्षेत्र में स्थित कॅगिटिंगन द्वीप पर उतरा होने की जानकारी सामने आयी है। यह द्वीप फिलिपीन्स के सागरी क्षेत्र में स्थित है। चीन की यह नयी तैनाती ख़तरनाक होकर, इससे फिलिपीन्स चीन की ‘स्ट्रायकिंग रेंज’ में आया है, ऐसी चेतावनी लष्करी विश्‍लेषक दे रहे हैं।

Philippines-chinaलष्करी विश्‍लेषक तथा अभ्यासकों के लिए सॅटेलाईट फोटोग्राफ्स की आपोर्ति करनेवाले ‘मॅक्सर टेक्नोलॉजिज्’ ने कुछ दिन पहले ‘साऊथ चायना सी’ के फोटोग्राफ्स जारी किये थे। इनमें से फिलिपीन्स की सीमा में स्थित ‘कॅगिटिंगन द्वीप’ पर (फेरी क्रॉस रिफ) चीन के ‘पिपल्स लिबरेशन आर्मी एअर फोर्स’ का वाय-२० लष्करी मालवाहक विमान उतरा स्पष्ट रूप में दिख रहा था। २५ दिसम्बर को यह तैनाती हुई थी। वाय-२० यह चीन के लष्कर का सबसे बड़ा मालवहन करनेवाला विमान है। हाँगकाँगस्थित अख़बार ने कॅगिटिंगन द्वीप पर हुई इस तैनाती की ख़बर भी प्रकाशित की थी।

कॅगिटिंगन द्वीप फिलिपीन्स के सागरी क्षेत्र में आता है। लेकिन ‘साऊथ चायना सी’ के ९० प्रतिशत क्षेत्र पर अपना ही हक़ बतानेवाले चीन ने इस द्वीप पर परिवर्धन करके यहाँ लष्करी अड्डा बनाया है। इस क्षेत्र में चीन ने कृत्रिम द्वीपों की बड़ी शृंखला बनाकर इन द्वीपों पर लष्करी, हवाई तथा नौसेना अड्डों का निर्माण किया है। साथ ही, राडार यंत्रणा, क्षेपणास्त्र, क्षेपणास्त्रभेदी यंत्रणा, विमानभेदी तोपें, ड्रोन्स तैनात किये होने के फोटोग्राफ्स भी प्रकाशित हुए थे।

चीन ने शुरू किये इस लष्करीकरण की वियतनाम, फिलिपीन्स ने आलोचना की थी। फिलिपीन्स ने हेग के आन्तर्राष्ट्रीय न्यायालय में चीन की घुसपैंठ के खिलाफ़ शिक़ायत की थी। आन्तर्राष्ट्रीय न्यायालय ने भी, इस सागरी क्षेत्र में चीन कर रहे कृत्रिम द्वीपों का निर्माण ग़ैरक़ानूनी होने का फ़ैसला बताया था। लेकिन उस नज़रअन्दाज़ करके चीन ने इस सागरी क्षेत्र में अड्डों का लष्करीकरण जारी रखा था।

अब तक चीन ने कॅगिटिंगन द्वीप पर नौसेना के अड्डें कार्यान्वित किये थे। लेकिन सॅटेलाईट फोटोग्राफ्स और हाँगकाँग स्थित दैनिक ने जारी की जानकारी के अनुसार, चीन ने इस द्वीप पर हवाईअड्डा भी कार्यान्वित करने की गतिविधियाँ शुरू कीं हैं, ऐसी चिंता फिलिपिनी अख़बार ने ज़ाहिर की है। कॅगिटिंगन द्वीप पर लष्करी विमान रवाना करके चीन ने हवाईअड्डे की क्षमता का परीक्षण किया होगा अथवा चीन ने इस विमान समेत इस द्वीप पर सेनातैनाती भी की होगी, ऐसी संभावना ‘जे बॅटोंग्बॅकल’ इन फिलिपिनो लष्करी विश्‍लेषक ने जताई।

कॅगिटिंगन द्वीप का लष्करीकरण यह पहले से ही चिंता का विषय था। लेकिन चीन यदि इस द्वीप पर हवाईअड्डा कार्यान्वित करनेवाला है, तो यह सबसे बड़ा ख़तरा साबित हो सकता है, ऐसी चेतावनी बॅटोंग्बॅकल ने दी। ‘कॅगिटिंगन द्वीप पर चीन के हवाईअड्डे कार्यान्वित हुए, तो फिलिपीन्स के शहर, बंदरगाह, हवाई अड्डे, लष्करी अड्डे चीन की ‘स्ट्रायकिंग रेंज’ में आयेंगे’, इसपर बॅटोंग्बॅकल ने ग़ौर फ़रमाया।

इसी बीच, ‘साऊथ चायना सी’ में चल रही चीन की आक्रामकता के विरोध में अमरीका, भारत, जापान, ऑस्ट्रेलिया, फ्रान्स और ब्रिटन ये देश, वियतनाम, फिलिपीन्स इन देशों के अधिकारों का समर्थन कर रहे हैं। अमरीका की इस क्षेत्र में सागरी तथा हवाई गश्ती शुरू है। वहीं, ऑस्ट्रेलिया और जापान ने इस सागरी क्षेत्र में युद्धाभ्यास का आयोजन किया था। ब्रिटन और फ्रान्स ने भी साऊथ चायना सी के क्षेत्र में अपने युद्धपोत रवाना करने की घोषणा की है।

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