चीन को प्रत्युत्तर देने के लिए फिलिपाईन्स ने किया ‘आर्म्ड मिलिशिया’ का ऐलान

मनिला/बीजिंग – साउथ चायना सी में जारी चीन की हरकतों को प्रत्युत्तर देने के लिए फिलिपाईन्स ने भी मछुआरों के ‘आर्म्ड मिलिशिया’ का निर्माण करने की तैयारी शुरू की है। फिलिपाईन्स के विदेशमंत्री तिओडोरो लॉक्सिन ने यह जानकारी साझा की। मछुआरों के जहाज़ों की सहायता से समुद्री क्षेत्र में अतिक्रमण करना चीन की नीति है। हम भी अब इसी नीति को अपना रहे हैं, इन शब्दों में फिलिपिनी मंत्री ने चीन को जैसे को तैसा जवाब दिया जाएगा, यह इशारा दिया है। फिलिपाईन्स अब चीन के विरोध में आक्रामक भूमिका अपना रहा है और तभी देश के पूर्व सेनाप्रमुख ने चीन के हमले की संभावना व्यक्त की है। साउथ चायना सी में अमरीका-चीन युद्ध भड़कने पर चीन हमला करके फिलिपाईन्स पर कब्ज़ा करने की कोशिश करेगा, यह दावा पूर्व सेनाप्रमुख इमैन्युएल बाटिस्टा ने किया।

philippines-chinaचीन की नौसेना ने बीते कुछ वर्षों में ‘साउथ चायना सी’ में अपनी गतिविधियों में बड़ी बढ़ोतरी की है। चीन के युद्धपोतों के साथ ही तटरक्षक बल के जहाज़ एवं चीन के हथियारबंद मछुआरों के जहाज़ों का दस्ता (नेवल मिलिशिया) की मौजुदगी बढ़ी है। चीन के युद्धपोत एवं जहाज़ इस समुद्री क्षेत्र में सफर कर रहे अन्य देशों के जहाज़ों को लगातार परेशान कर रहे हैं। अप्रैल में चीन के गश्‍तपोतों ने वियतनाम के मछुआरों के जहाज़ को टक्कर भी दी थी। मई में एवं उसके बाद भी चीन की नेवल मिलिशिया ने मलेशिया एवं फिलिपाईन्स की समुद्री सीमाओं में घुसपैठ करने की घटनाएं भी लगातार सामने आ रही थीं। तैवान ने इस नेवल मिलिशिया की गतिविधियों पर कड़ी चिंता भी व्यक्त की थी।

चीन की जारी इन गतिविधियों के विरोध में अब आग्नेय एशियाई देशों ने आक्रामक भूमिका अपनाई है। कुछ दिन पहले मलेशिया की सुरक्षा यंत्रणा ने चीन के छह जहाज़ हिरासत में लिए थे। अब वियतनाम ने भी अपने तटरक्षक बल को मज़बूत करने की दिशा में कदम उठाए हैं और इसके लिए रशिया, जापान एवं भारत जैसे देशों से सहायता प्राप्त की है। इंडोनेशिया ने निवेदन जारी करके चीन का साउथ चायना सी पर जताया गया हक ठुकराया है और साथ ही रक्षाखर्च में बढ़ोतरी करने के संकेत भी दिए हैं। फिलिपाईन्स ने कुछ महीने पहले साउथ चायना सी में नया अड्डा स्थापित करने की तैयारी की है और अब इसके आगे जाकर चीन को उसी की भाषा में सबक सिखाने का इशारा भी दिया है।

philippines-chinaफिलिपाईन्स ने अपनी समुद्री सीमा में काफगु ऐक्टिव ऑक्ज़िलरी सर्विस नामक ‘आर्म्ड मिलिशिया’ का निर्माण करने का ऐलान किया है। फिलिपाईन्स के नौसेनाप्रमुख वाईस ऐडमिरल गिओवानी कार्लो बकोर्डो ने इसके लिए पहल की है। जिस इलाके में फिलिपिनी नौसेना एवं तटरक्षक बल पहुँच नहीं सकते, वहां पर यह दल काम करेगा, यह बयान वाईस ऐडमिरल बकोर्डो ने किया है। सुरू में इस ‘आर्म्ड मिलिशिया’ में २०० लोगों का समावेश होगा, यह भी उन्होंने स्पष्ट किया।

फिलिपाईन्स आक्रामक भूमिका अपना रहा है तभी साउथ चायना सी में अमरीका-चीन युद्ध भड़कने पर इससे फिलिपाईन्स को झटका लगेगा, यह दावा पूर्व सेनाप्रमुख ने किया है। फिलिपाईन्स, साउथ चायना सी और पैसिफिक महासागर को जोडनेवाले अहम स्थान पर है। अमरीका और चीन के बीच साउथ चाना सी में युद्ध भड़कने पर चीन फिलिपाईन्स पर हमला करके अहम क्षेत्र पर कब्जा करने की कोशिश करेगा। इसमें बाशी चैलन के साथ फिलिपिनी समुद्री सीमा के मिन्डोरो, सेबु, बालाबक, सैन बर्नारडिनो और सुरीगाओ का समावेश होगा। साउथ चायना सी पर प्रभाव बनाए रखना हो तो इस क्षेत्र पर नियंत्रण प्राप्त करना अहमियत रखता है, इन शब्दों में पूर्व सेनाप्रमुख इमैन्युएल बाटिस्टा ने चीन के हमले का इशारा दिया। इस दौरान उन्होंने अमरीका और फिलिपाईन्स के रक्षा सहयोग से संबंधित समझौते का भी ज़िक्र किया और यही बात चीन को फिलिपाईन्स पर हमला करने के लिए ज़िम्मेदार साबित हो सकती है, यह इशारा भी उन्होंने दिया है।

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