चीन की गतिविधियों के प्रत्युत्तर में फिलीपीन्स द्वारा स्पैटले द्वीपों के क्षेत्र में ‘फ्लोटिंग मार्कर्स’ की तैनाती

मनीला/बीजिंग – साउथ चाइन सी क्षेत्र में चीन की जारी आक्रामक गतिविधियों के प्रत्युत्तर में फिलीपीन्स ने इस क्षेत्र के स्पैटले द्वीपों के करीब ‘फ्लोटिंग मार्कर्स’ (बायोज्‌) तैनात किए हैं। फिलीपीन्स की समुद्री सरहद की सुरक्षा और सार्वभूम अधिकार बरकरार रखने के उद्देश्य से यह बायोय्‌ तैनात करने की जानकारी फिलीपीन्स के तटरक्षक बल ने साझा की थी। पिछले कुछ महीनों में चीन के जहाज़ों की फिलीपीन्स के क्षेत्र में लगातार घुसपैठ हो रही हैं और इसे विरोध जता रहे फिलीपीनी जहाज़ों को धमकाया जा रहा हैं। इस पृष्ठभूमि पर फिलीपीन्स की सरकार ने की यह तैनाती अहमियत रखती है। 

‘फ्लोटिंग मार्कर्स’पिछले कई सालों से जारी साउथ चाइना सी के विवाद को लेकर चीन और फिलीपीन्स के बीच तनाव बना रहा है। फिलीपीन्स के समुद्री क्षेत्र ‘वेस्ट फिलीपीन्स सी’ का क्षेत्र में हमारा होने का दावा चीन कर रहा हैं। इस समुद्री क्षेत्र के स्प्रैटले और स्कारबोरो द्वीपों पर फिलीपीन्स का अधिकार है। लेकिन, वर्ष २०१२ में चीन ने यहां के कुछ द्वीपों पर अपना अधिकार जता कर वहां पर सैन्यीकरण एवं कृत्रिम द्वीपों का निर्माण शुरू किया था। 

फिलीपीन्स ने इस मामले को अंतरराष्ट्रीय अदालत में उठाने के बाद चीन के विरोध में निर्णय हुआ था। चीन इन द्वीपों के क्षेत्र से पीछे हटे, ऐसे निर्देश दिए गए थे। लेकिन, अंतरराष्ट्रीय अदालत के निर्णय का अवमान करके चीन ने फिलीपीन्स दावा कर रहे द्वीपों पर अतिक्रमण करना जारी रखा है। इस समुद्री क्षेत्र में गश्त लगा रहे फिलीपीन्स की नौसेना और तटरक्षक बलों के जहाज़ों को चीनी नौसेना लगातार धमका रही हैं।

फ़रवरी महीने में चीन के जहाज़ ने फिलीपीनी तटरक्षक बल के जहाज़ पर लेज़र तानी थी। इसके बाद अप्रैल महीने में चीन के तटरक्षक बल का जहाज़ फिलीपीनी जहाज़ से बड़े आक्रामक रवैये से टकराने की कोशिश की थी। चीन की ऐसी हरकतों को फिलीपीनी सरकार बड़ी गंभीरता से देख रहा हैं और अपनी रक्षा तैयारी बढ़ाने के लिए आवश्यक कदम उठाना शुरू किया है। स्पैटले द्वीपों के करीबी बायोज्‌ की हुई तैनाती इसी का हिस्सा बनता है। 

मराठी

Leave a Reply

Your email address will not be published.