अफ़गानिस्तान में किए गए आत्मघाती हमले मे २० की मौत – अपने नागरिकों की सुरक्षा को लेकर चीन की बढ़ी चिंता

काबुल/बीजिंग – अफ़गानिस्तान की राजधानी काबुल में आतंकियों ने किए आत्मघाती हमले में २० लोग मारे गए है। अफ़गानिस्तान के विदेश मंत्रालय की इमारत और चीन के दूतावास से कुछ दूरी पर यह विस्फोट हुआ। इस हमले का ज़िम्मा आतंकी संगठन ‘आयएस’ ने स्वीकारा है। चीन ने इस हमले की कड़ी आलोचना की है। साथ ही तालिबान की हुकूमत विदेशी नागरिकों की रक्षा करेगी, यह विश्वास भी चीन ने व्यक्त किया है। आनेवाले साल में अफ़गानिस्तान में चीनी नागरिकों पर तीव्र हमले होंगे, ऐसी चेतावनी दो दिन पहले ही दी गई थी। इस पृष्ठभूमि पर चीन अफ़गानिस्तान में स्थित अपने नागरिकों की सुरक्षा को लेकर अधिक सतर्क होता दिख रहा है।

आत्मघाती हमलेबुधवार शाम चार के करीब बड़े संवेदनशील समझे जा रहे काबुल के झन्बाक चौक में आतंकियों ने हमला किया। यहां की अफ़गान विदेश मंत्रालय की इमारत में प्रवेश करने की कोशिश आतंकियों ने की थी।लेकिन, तालिबानी सुरक्षा रक्षकों ने रोकने के बाद आतंकियों ने वहीं पर आत्मघाती विस्फोट किया। इसमें पांच लोगों के मारे जाने का दावा तालिबन के पुलिस ने किया। लेकिन, इस विस्फोट में कम से कम २० लोगों के मारे जाने का बयान अन्य तालिबानी नेता ने किया है। साथ ही इस विस्फोट के फोटो सोशल मीडिया पर प्रसिद्ध हुए हैं। इसमें सड़कों बिखरे शव दिखाई दे रहे हैं।

आतंकी संगठन ‘आयएस खोरासान’ ने इस हमले का ज़िम्मा स्वीकारा है। इस संगठन ने भी इस हमले में २० लोगों के मारे जाने का बयान किया है। साथ ही मृतकों में राजनीतिक कर्मचारियों का समावेश होने का दावा भी इस संगठन ने किया है। ‘आयएस’ के इस दावे की पुष्टि नहीं हो सकी है। लेकिन, अफ़गान पत्रकार आएशा अहमद ने बुधवार के विस्फोट में अपने चाचा को खोने की बात साझा करके वह वरिष्ठ राजनीतिक अधिकारी थे, ऐसा कहा है। इस वजह से आयएस ने किया दावा बड़ा गंभीर है। अफ़गान विदेश मंत्रालय की इमारत के साथ ही इस विस्फोट के स्थान से करीब ही चीन और तुर्की का दूतावास था।

आत्मघाती हमलेइस विस्फोट की खबर प्राप्त होने के बाद चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता वैंग वेंबिन ने इस हमले की कड़ी निंदा की है। इस विस्फोट में चीनी नागरिकों के हथाहथ होने की बात वेंबिन ने स्पष्ट की। लेकिन, अफ़गानिस्तान की तालिबान सरकार ऐसे आतंकी हमलों से चीन समेत अन्य देशों के नागरिकों की रक्षा करेगी, यह विश्वास भी वेंबिन ने व्यक्त किया है। पिछले कुछ हफ्तों से अफ़गानिस्तान में हो रहे आतंकी हमलों की वजह से चिंता से घिरा चीन ऐसा बयान कर रहा है।

बुधवार को चीनी दूतावास का शिष्टमंड़ल अफ़गानि विदेश मंत्रालय की इमारत की यात्रा करने वाला था, यह जानकारी भी सामने आ रही है। विदेश मंत्रालय की इमारत के बाहर विस्फोट हुआ तभी इस यात्रा का आयोजन होना था। इस हमले के समय क्या चीन के अधिकारी दूतावास में मौजूद थे, यह स्पष्ट नहीं हुआ है। लेकिन, चीनी राजनीतिक अधिकारी और नागरिकों को लक्ष्य करने के लिए आयएस ने इस हमले को अंजाम दिया होगा, ऐसी संभावना जताई जा रही है। यह सच होता है तो पिछले महीने से काबुल में चीनी नागरिकों को लक्ष्य करने के लिए आयएस ने किया यह दूसरा हमला हो सकता है।

इससे पहले काबुल में चीनी नागरिकों की बरी आवाजाही होने वाले होटल पर आयएस के आतंकियों ने भीषण हमला किया था। इसके बाद ही चीन ने अपने नागरिकों की सुरक्षा को लेकर तालिबान से सवाल किया था। इसी बीच साल २०२३ में अफ़गानिस्तान में चीनी नागरिकों पर आयएस के हमले कई गुना बढ़ेंगे, ऐसी चेतावनी अंतरराष्ट्रीय विश्लेषक दे रहे हैं। इस वजह से बुधवार को हुआ हमला चीन के लिए चेतावनी हो सकती है।

मराठी

Leave a Reply

Your email address will not be published.