जेलों में कैद ३०० अफ़गानियों को पाकिस्तान रिहा करे – तालिबान की पाकिस्तान से माँग

काबुल – पिछले कई महीनों से पाकिस्तान की जेलों से कैद ३०० अफ़गानियों को पाकिस्तान रिहा करे, यह माँग तालिबान ने पाकिस्तान से की है। अपर्याप्त दस्तावेज़ों का कारण बताकर पाकिस्तान ने आश्रित अफ़गानियों को गिरफ्तार किया था, ऐसी शिकायत तालिबान कर रहा है। लेकिन, पाकिस्तान सरकार और सेना तालिबान की यह माँग बिल्कुल मंजूर ना करे, ऐसी गुहार पाकिस्तान के पत्रकार लगा रहे हैं। तालिबान पर नियंत्रण रखना हो तो इन अफ़गानियों की रिहाई ना करें, ऐसा इन पत्रकारों का कहना है।

जेलों में कैदतालिबानी हुकूमत के विदेश विभाग के उप-प्रवक्ता हफिज़ ज़िया अहमद तकाल ने पाकिस्तान की जेलों में कैद अफ़गानियों की जानकारी वीडियो के ज़रिये सार्वजनिक की। पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद में स्थित अफ़गानिस्तान के दूतावास का तालिबानी दल पाकिस्तानी अधिकारी से बातचीत करके ३०० लोगों की रिहाई कराने की कोशिश कर रहा है। पाकिस्तान की जेलों में कैद इन अफ़गानियों में महिलाओं और बच्चों की संख्या भी काफी होने का दावा किया जा रहा है। इनमें से कुछ लोगों की रिहाई कराने में सफलता मिली है और अन्य लोगों की रिहाई की कोशिश जारी होने की बात तकाल ने कही।

पाकिस्तान के विभिन्न हिस्सों से गिरफ्तार किए गए इन अफ़गान नागरिकों के पास पर्याप्त दस्तावेज़ ना होने का आरोप लगाकर पाकिस्तानी सुरक्षा यंत्रणाओं ने उन्हें हिरासत में लिया था। इसके साथ ही पाकिस्तान ने अफ़गानियों पर लगाया जुर्माना भी काफी बड़ा है और इसका भुगतान करने की क्षमता अफ़गान नागरिक में नहीं है, ऐसी शिकायत तालिबान का उप-प्रवक्ता कर रहा है। कुछ पाकिस्तानी अधिकारी इसका गलत लाभ उठा रहे हैं, यह आरोप भी उप-प्रवक्ता तकाल ने लगाया। पाकिस्तान के कुछ नेता भी अफ़गानियों से हो रहे बर्ताव की आलोचना कर रहे हैं।

जेलों में कैदपाकिस्तान में कम से कम १५ से २० लाख अफ़गान शरणार्थि रह रहे हैं, यह दावा हो रहा है। पिछले साल तालिबान ने अफ़गानिस्तान पर कब्ज़ा पाने के बाद लाखों अफ़गान शरणार्थियों ने पड़ोसी देशों की ओर रुख किया था। सिर्फ पाकिस्तान में ही एक लाख से अधिक अफ़गान नागरिकों ने सीमा से प्रवेश करने की जानकारी पाकिस्तानी यंत्रणाओं ने प्रदान की थी। इन अफ़गानियों को खदेड़कर निष्कासित करें, यह माँग पाकिस्तान में जोर पकड़ रही है। पाकिस्तान पर ईंधन, आर्थिक और अन्न का संकट मंड़रा रहा है और ऐसे में अफ़गानियों को स्वदेश रवाना करने की माँग आम पाकिस्तानी कर रहा हैं।

लेकिन, पाकिस्तान के कुछ पत्रकार अफ़गानियों को हिरासत में लेकर अपनी माँगे पूरी कराएँ यह सुझाव पाकिस्तान की सरकार को दे रहे हैं। ड्युरंड लाईन एवं तेहरिक-ए-तालिबान के साथ बातचीत कामयाब करने के लिए इन अफ़गानियों का इस्तेमाल करें, ऐसा इन पाकिस्तानी पत्रकारों का कहना है।

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