तालिबान पाकिस्तानी सेना को उसी की भाषा में जवाब देगा – तालिबान के वरिष्ठ कमांडर की धमकी

काबुल – ‘पाकिस्तानी सेना अफ़गानिस्तान पर मॉर्टर हमले करना तुरंत रोक दे, वरना तालिबान इस पर पाकिस्तानी सेना को उसी की भाषा में जवाब देगा’, ऐसी धमकी तालिबान के वरिष्ठ कमांडर ने दी है। पाकिस्तानी सेना ने कुनार प्रांत में किए हमलों के दौरान अफ़गान नागरिक घायल होने के बाद तालिबान ने यह धमकी दी है। यह धमकी खोखली नहीं है बल्कि, तालिबान ने पाकिस्तान की सीमा के करीब रॉकेट लौंचर्स तैनात करने की खबरें प्राप्त हो रही हैं।

afghan-taliban-pak-border-1तालिबान के ‘२०१ खालिद बिन वालिद कोर’ गुट के कमांडर अबू दोजाना ने अफ़गान समाचार चैनल से बातचीत करते समय पाकिस्तानी सेना को धमकाया। ‘अफ़गानिस्तान की तालिबानी हुकूमत को अपने सभी पड़ोसी देशों से अच्छे ताल्लुकात स्थापित करने हैं। इसके बावजूद अफ़गानिस्तान की सुरक्षा के लिए आवश्‍यक हथियारों का भंड़ार भी तालिबान के पास है’, ऐसा अबू दोजाना ने कहा।

‘अफ़गानिस्तान काफी अहम भू-क्षेत्र है। इसके लिए हमने काफी बड़ा बलिदान दिया है। अन्य देशों की तरह अफ़गानिस्तान को पाकिस्तान के साथ भी अच्छे ताल्लुकात रखने हैं। लेकिन, पाकिस्तान की सेना ने अफ़गानिस्तान की सीमा में हमले नहीं रोके तो तालिबान भी पाकिस्तान को उसी की भाषा में जवाब देगा’, ऐसा इशारा दोजाना ने दिया है।

दो दिन पहले पाकिस्तान की सेना ने अफ़गानिस्तान के कुनार प्रांत के चोगाम इलाके में मॉर्टर्स के भीषण हमले किए थे। इस दौरान एक अफ़गान नागरिक घायल हुआ था। साथ ही यहां के घरों को भी बड़ा नुकसान पहुँचा था। इन मॉर्टर हमलों के साथ ही पाकिस्तान के ड्रोन भी हमारे गांवों पर मंड़रा रहे हैं, ऐसी शिकायत अफ़गान नागरिक कर रहे हैं। तालिबान ने गोलिबारी करके पाकिस्तान के ड्रोन को खदेड़ने के दावे किए गए थे। इस पृष्ठभूमि पर तालिबान के कमांडर ने पाकिस्तान की सेना को धमकाया हुआ दिख रहा है।

अफ़गान तालिबान के साथ हो रहा संघर्ष और तालिबान की धमकियों के बारे में पाकिस्तान सरकार एक भी शब्द बोलने के लिए तैयार नहीं है। ड्युरंड लाईन पर हुई मुठभेड़ की खबरें प्रसिद्ध ना हों, इसके लिए पाकिस्तान सरकार अपने माध्यमों पर दबाव ड़ाल रही है। लेकिन, अफ़गानिस्तान के माध्यमों में ड्युरंड सीमा पर संघर्ष की खबरें प्रसिद्ध हो रही हैं।

बीते दो हफ्तों से ड्युरंड सीमा पर अफ़गान तालिबान और पाकिस्तानी सेना का जोरदार संघर्ष जारी हैं। पाकिस्तान की सेना रिहायशी इलाकों को लक्ष्य कर रही है, ऐसे आरोप अफ़गान माध्यम लगा रहे हैं। बीते हफ्ते तालिबान ने ड्युरंड सीमा पर तार की बाड़ उखाड़ी और पाकिस्तान के चार सैनिकों को ढ़ेर किया था। तालिबान को अब तक प्रदान की हुई सहायता का यह फल मिल रहा है तो पाकिस्तान सरकार अंतरराष्ट्रीय समूदाय के सामने तालिबान की वकालत किस लिए कर रही है, ऐसे सवाल पाकिस्तान के विपक्षी नेता करने लगे हैं। इस पर प्रधानमंत्री इम्रान खान की सरकार ने अब तक जवाब नहीं दिया है।

अगले दिनों में तालिबान ही पाकिस्तान की सरकार के सामने सबसे बड़ी चुनौती बनेगी, यह चिंता इस देश के पत्रकार एवं विश्‍लेषक व्यक्त कर रहे हैं।

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