अफगानिस्तान में हमले करने के लिए पाकिस्तान अमरीका को हवाई सीमा का इस्तेमाल करने देने की तैयारी में

इस्लामाबाद – अफगानिस्तान पर कब्ज़ा करने के लिए तालिबान की सहायता करनेवाले पाकिस्तान ने, अब तालिबान पर हमले करने के लिए अमरीका को अपनी हवाई सीमा का इस्तेमाल करने देने की तैयारी की है। इसके लिए पाकिस्तान के साथ अमरीका चर्चा कर रही होकर, जल्द ही इसका समझौता संपन्न होगा, ऐसा अमरीका के एक न्यूज़ चैनल ने कहा है। एक अमेरिकन संसद सदस्य के हवाले से दी गई इस खबर से हालाँकि पाकिस्तान ने इन्कार किया है, फिर भी पाकिस्तान के माध्यम ही अपनी सरकार द्वारा किये जा रहे इस इन्कार पर भरोसा करने के लिए तैयार नहीं है । अमरीका का दबाव और डॉलर्स का लालच इसका शिकार होकर पाकिस्तान की सरकार अमरीका के साथ सौदा कर रही होने का आरोप ये पाकिस्तानी पत्रकार कर रहे हैं ।

हवाई सीमा का इस्तेमालअफगानिस्तान पर नियंत्रण रखने के लिए अमरीका ने पाकिस्तान के पास लष्करी अड्डा देने की माँग की थी। उसे पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इम्रान खान ने, ‘अ‍ॅब्सोल्युटली नॉट’ ऐसा करारा जवाब दिया था। लेकिन अब अफगानिस्तान में हमले करने के लिए अमरीका को अपनी हवाई सीमा का इस्तेमाल करने देने की तैयारी पाकिस्तान ने की है। लेकिन इसके बदले में पाकिस्तान ने अमरीका के पास यह माँग की है कि अमरीका भारत के साथ पाकिस्तान के संबंध ‘मैनेज’ करा दें। इस पर अमरीका ने क्या प्रतिक्रिया दी, वह अभी भी स्पष्ट नहीं हुआ है। लेकिन इस खबर ने पाकिस्तान में सनसनी मचाई है। क्योंकि कश्मीर को विशेष दर्जा देनेवाली धारा-३७० फिर से लागू किए बगैर भारत के साथ चर्चा नहीं करेंगे, ऐसे दावे पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने ठोके थे। उसी समय, पाकिस्तान का इस्तेमाल अफगानिस्तान पर हमला करने के लिए ना करने देने का ऐलान प्रधानमंत्री इम्रान खान ने किया था। क्या इन दोनों मोरचों पर उन्होंने समझौता किया है? ऐसा सवाल पाकिस्तान में उपस्थित किया जा रहा है।

अफगानिस्तान में आईएस और अलकायदा आतंकवादी संगठनों पर हमले करने के लिए, पाकिस्तान की हवाई सीमा का इस्तेमाल करने की अनुमति अमरीका चाहती है। फिलहाल तो इसमें तालिबान का समावेश नहीं किया गया है। लेकिन आनेवाले समय में अमरीका तालिबान पर भी हवाई हमले करने के लिए पाकिस्तान की हवाई सीमा का इस्तेमाल कर सकती है, इस बात पर पाकिस्तान के पत्रकार गौर फरमा रहे हैं। अगर ऐसा हुआ, तो तालिबान पाकिस्तान के विरोध में जाएगा और पाकिस्तानी लष्कर पर भारी हमले करेगा, ऐसी चिंता ये पत्रकार ज़ाहिर कर रहे हैं। तालिबान ने ऐसी धमकी ही इससे पहले दी थी। ऐसी परिस्थिति में, पाकिस्तान की सरकार जो फ़ैसला कर रही है, वह पाकिस्तान पर ही बूमरैंग हुए बगैर नहीं रहेगा, ऐसी चेतावनी इन पत्रकारों ने दी है।

ऐसी चेतावनियाँ मिल रहीं हैं, ऐसे में पाकिस्तान ने अमरिकी न्यूज़ चैनल की यह खबर ठुकराई है। उसके बाद, चीन और पाकिस्तान के ‘सीपीईसी’ प्रोजेक्ट को झटका देने के लिए ही अमरीका कोशिश कर रही है, ऐसा आरोप पाकिस्तान के प्रधानमंत्री के सलाहकार ने किया है। इसके ज़रिए पाकिस्तान की सरकार, हवाई सीमा के संदर्भ में अमरीका के साथ किया हुआ सहयोग छिपाने की तैयारी में है। क्योंकि अगर अमरीका से इन्कार किया, तो अमरीका अपनी अर्थव्यवस्था को मिट्टी में मिलाएगी, इसका यकीन पाकिस्तान की सरकार को हुआ है। लेकिन अमरीका को हवाई सीमा का इस्तेमाल करने की अनुमति देने की बात अगर सार्वजनिक हुई, तो अफगानिस्तान के और पाकिस्तान के तालिबान के आतंकवादी पाकिस्तान में भयंकर खून खराबा करवायेंगे। इस चपेट में पाकिस्तान फँसा होकर, आनेवाले समय में इसके भयंकर परिणाम पाकिस्तान को भुगतने पड़ेंगे ऐसा दिख रहा है।

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