अफ़गानिस्तान में जारी तालिबान के रक्तपात के पीछे पाकिस्तान का हाथ – सुरक्षा परिषद में अफ़गान राजदूत ने लगाया गंभीर आरोप

संयुक्त राष्ट्रसंघ – तालिबान पाकिस्तान के ‘सुरक्षित स्वर्ग’ का पूरा लाभ उठाकर अफ़गानिस्तान में भयंकर रक्तपात कर रही है, ऐसा तीखा आरोप संयुक्त राष्ट्रसंघ में नियुक्त अफ़गानिस्तान के राजदूत गुलाम इसकज़ाई ने लगाया है। अफ़गानिस्तान और पाकिस्तान की सीमा ‘ड्युरांड लाईन्स’ से तालिबान की मुक्त आवाजाही शुरू होने की बात कहकर इस वजह से अब अफ़गानिस्तान का पाकिस्तान पर भरोसा नहीं रहा, यह इशारा इसकज़ाई ने दिया। सुरक्षा परिषद में अफ़गानिस्तान पर हो रही चर्चा के दौरान राजदूत इसकज़ाई ने आलोचना करके पाकिस्तान का आतंकी चेहरा विश्‍व के सामने पेश किया। इसके साथ ही भारत ने सुरक्षा परिषद में आतंकियों का सुरक्षित स्वर्ग और अभय अरण्य तुरंत नष्ट करने की माँग करके इसके लिए ज़िम्मेदार देशों को ज़िम्मेदार ठहराने का आवाहन किया है।

रक्तपातअफ़गानिस्तान के आवाहन के अनुसार सुरक्षा परिषद के अध्यक्षपद प्राप्त भारत ने तुरंत बैठक का आयोजन किया था। शुक्रवार के दिन यह बैठक शुरू हुई और इस बैठक के दौरान अफ़गानिस्तान के राजदूत इसकज़ाई ने तालिबान के आतंक में पाकिस्तान का हाथ होने का गंभीर आरोप लगाया है। तालिबान के आतंकी ड्युरांड लाईन से मुक्त आवाजाही कर रहे हैं। तालिबान के लिए सभी ज़रूरतों की आपूर्ति पाकिस्तान से हो रही हैं। साथ ही तालिबानी आतंकियों को पाकिस्तान के अस्पतालों में इलाज़ हो रहे हैं, यह बात अब पूरे विश्‍व को मालूम हुई हैं। यह बात संयुक्त राष्ट्रसंघ के वर्ष १९८८ में किए समझौते का खुलेआम उल्लंघन है। इस वजह से अफ़गानिस्तान और पाकिस्तान के विश्‍वास को झटके लग रहे हैं, यह आरोप राजदूत इसकझई ने लगाया।

बीते महीने में ताश्‍कंत में अफ़गानिस्तान के मसले पर हुई बैठक में हमारे देश ने पाकिस्तान से तालिबान को सहायता प्रदान ना करने का निवेदन किया था, इस की याद भी राजदूत इसकझई ने दिलाई। अफ़गानिस्तान को पाकिस्तान से मित्रता और शांति के साथ सह अस्तित्व एवं एकदूसरें की संप्रभुता के सम्मान की उम्मीद हैं। लेकिन, पाकिस्तान इस निवेदन पर रिस्पान्स नही दे रहा हैं, यह संकेत देकर अफ़गानिस्तान में जारी हिंसा और अस्थिरता के पीछे पाकिस्तान की साज़िश होने के संकेत भी राजदूत इसकझई ने दिए। बीते दो दशकों के दौरान अफ़गानिस्तान में जिन भी बुनियादी सुविधाओं का निर्माण हुआ हैं, इन्हें तालिबान हमारी आँखों के सामने नष्ट कर रही हैं। तालिबान के हमले में आम अफ़गान नागरिक मारे जा रहे हैं और कई लोग घायल हो रहे हैं, यह अफसोस भी अफ़गान राजदूत ने व्यक्त किया।

इन भयंकर अत्याचारों के पीछे केवल तालिबान नहीं बल्कि, अलग अलग देशों में सक्रिय आतंकियों का नेटवर्क है, यह आरोप राजदूत इसकज़ाई ने लगाया। अफ़गान राजदूत ने लगाए इन आरोपों का भारत ने समर्थन किया है। भारत के राजदूत तिरूमुर्ती ने भारत के पड़ोसी देश अफ़गानिस्तान में बनी स्थिति पर गंभीर चिंता जताई। अफ़गानिस्तान के आतंकवाद के पीछे सीमा के उस ओर बना आतंकियों का सुरक्षित स्वर्ग एवं अभय अरण्य होने का बयान करके भारत के राजदूत ने पाकिस्तान को लक्ष्य किया। यही नहीं, बल्कि आतंकियों का यह स्वर्ग और अभय अरण्य तुरंत नष्ट करने पड़ेंगे और इसके पीछे समर्थन में खड़े होनेवालों को ज़िम्मेदार मानना ही होगा, यह माँग तिरूमुर्ती ने रखी है।

आतंकवाद बिल्कुल बर्दाश्‍त ना करने की नीति स्वीकारना आवश्‍यक है, यह कहकर इस मुद्दे पर आक्रामक भूमिका अपनाने का आवाहन तिरूमुर्ती ने सुरक्षा परिषद में किया। भारत सुरक्षा परिषद में अफ़गानिस्तान का मसला उठाकर पाकिस्तान को सवालों के दायरे में खड़ा करेगा, यह संकेत पहले ही प्राप्त हुए थे।

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