नेताजी-१८५

नेताजी-१८५

एमिली और अनिता के साथ सन १९४२ का ख्रिसमस व्यतीत करके सुभाषबाबू व्हिएन्ना से बर्लिन लौट आये। नन्हीं सी अनिता के साथ गुज़ारे हुए वे दिन तो सुभाषबाबू के छोटे से गृहस्थाश्रमी जीवन के सर्वोच्च आनन्द का एक हिस्सा थे। उसकी बाललीलाओं को निहारने में उनका वक़्त कैसे बीत जाता था, इसका उन्हें पता ही […]

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रशिया-चीन में ‘युआन’ चलन पर निर्भर निवेश के लिए निधि का ऐलान – स्थानिय चलन, ‘ई-कॉमर्स’, परमाणु सहयोग और ‘५जी’ समझौते पर भी हस्ताक्षर

रशिया-चीन में ‘युआन’ चलन पर निर्भर निवेश के लिए निधि का ऐलान – स्थानिय चलन, ‘ई-कॉमर्स’, परमाणु सहयोग और ‘५जी’ समझौते पर भी हस्ताक्षर

मास्को – चीन के राष्ट्राध्यक्ष शी जिनपिंग इनके रशिया दौरे में दोनों देशों में युआन चलन पर आधारित स्वतंत्र निधि स्थापित करने की महत्वपूर्ण घोषणा की गई है| अब तक दोनों देशों में एक दूसरों के साथ व्यापार एवं निवेश बढ़ाने के लिए विविध उपक्रम कार्यान्वित किए गए हैं| फिर भी सिर्फ युआन चलन का […]

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नेताजी-१७५

नेताजी-१७५

१५ फ़रवरी १९४२ को सिंगापूर की पराजय होने के बाद, जर्मनी में घटित हो रहे धीमे घटनाक्रम की अपेक्षा अब महायुद्ध का पूर्वीय मोरचा सुभाषबाबू को अधिक महत्त्वपूर्ण प्रतीत हो रहा था। वैसे भी वे अपनी ‘ओर्लेन्दो मेझोता’ इस विद्यमान पहचान को त्यागकर सही पहचान ज़ाहिर करने के अवसर की ही तलाश में थे। ‘सिंगापूर […]

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अमरिका ‘५जी’ तकनीक के युद्ध में पराजीत हो सकती है – रक्षा विभाग के अहवाल में इशारा

अमरिका ‘५जी’ तकनीक के युद्ध में पराजीत हो सकती है – रक्षा विभाग के अहवाल में इशारा

वॉशिंगटन/बीजिंग/सेऊल – ३० मार्च – चीन के ‘शांघाय’ शहर के एक हिस्से में ‘५जी’ का परीक्षण शुरू| ३ अप्रैल – दक्षिण कोरिया और अमरिका ने व्यावसायिक स्तर पर ‘५जी’ की सेवा शुरू की| – अमरिका के ‘मैसेच्युसेटस् इन्स्टिट्युट ऑफ टेक्नालॉजी’ ने चीन की ‘हुवेई’ एवं ‘झेडटीई’ कंपनीयों के साथ बने संबंध तोड दिए। भविष्य की […]

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नेताजी- १६५

नेताजी- १६५

सुभाषबाबू का विदेश सचिव केपलर के साथ हुआ झगड़ा, यह हालाँकि कोई अच्छी घटना नहीं थी, लेकिन उसकी गूँजों ने तो थोड़ाबहुत अच्छा काम कर दिया। सुभाषबाबू बहुत ही नाराज़ हैं, इस बात को जानने के बाद रिबेनट्रॉप ने स्वयं इस मामले पर ध्यान देना शुरू किया। एक के बाद एक इस तरह ‘एस्प्लनेड’, ‘एक्सलसियर’, […]

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नेताजी-१५९

नेताजी-१५९

हिटलर ब्रिटन के साथ केवल मजबूरन संघर्ष कर रहा है, उसकी महत्त्वाकांक्षा के आड़े आनेवाला देश इसी नाते केवल ब्रिटन हिटलर के शत्रुपक्ष में है, अन्यथा वह ब्रिटन के साथ पंगा लेने की बात को जितना हो सके उतना टाल देता है; अहम बात तो यह है कि वह भारत की ओर ब्रिटन के नज़रिये […]

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नेताजी-१५८

नेताजी-१५८

गुज़र रहे व़क़्त के साथ साथ सुभाषबाबू की बेचैनी बढ़ने लगी थी। हालाँकि योजना के अनुसार काम तो हो रहा था, मग़र फ़िर भी अब तक उसमें मनचाही तेज़ी नहीं आयी थी। सुभाषबाबू बर्लिन में हमेशा कान और आँखें खुली रखकर ही घूमते-फ़िरते थे; साथ ही उन्होंने वहाँ की सरकार के विभिन्न मन्त्रालयों में और […]

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नेताजी-१५७

नेताजी-१५७

सुभाषबाबू के बर्लिन आने के बाद उनकी ख़ातिरदारी करने की ज़िम्मेदारी जिन्हें सौंपी गयी थी, वे डॉ. धवन आगे चलकर अपने कामकाज़ में व्यस्त हो गये। सुभाषबाबू को भी अपने बढ़ते हुए काम का व्यवस्थापन करने के लिए किसी फुल-टाईम सहायक की ज़रूरत महसूस होने लगी थी और इस काम के लिए, जर्मनी में पढ़ […]

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नेताजी-१५६

नेताजी-१५६

हिटलर की ख़ास मर्ज़ी रहनेवाले उनके सहकर्मी विलियम केपलर के कहने पर सुभाषबाबू ने, जर्मन सरकार से उन्हें क्या अपेक्षाएँ हैं, इस विषय में एक १४-पन्नोंवाला निवेदन लिखित स्वरूप में उन्हें दिया। उसमें – ‘इस द्वितीय महायुद्ध में इंग्लैंड़ की निर्णायक हार होना, यह जर्मनी एवं भारत का समान उद्दिष्ट रहने के कारण इन दोनों […]

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स्वतंत्रता को ७५ वर्ष पूर्ण होने के अवसर पर २०२२ में भारत जी-२० का आयोजन करेगा – प्रधानमंत्री मोदी की घोषणा

स्वतंत्रता को ७५ वर्ष पूर्ण होने के अवसर पर  २०२२ में भारत जी-२० का आयोजन करेगा – प्रधानमंत्री मोदी की घोषणा

ब्यूनस आयर्स – २०२२ वर्ष में स्वतंत्रता के ७५ वर्ष पूर्ण हो रहे है| इस अवसर पर भारत जी-२० परिषद का आयोजन करेगा, ऐसा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने घोषित किया है| अर्जेंटीना में जी-२० परिषद की समाप्ति में प्रधानमंत्री मोदी ने यह घोषणा की है| उनके इस घोषणा की वजह से भारत का अंतरराष्ट्रीय प्रभाव […]

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