उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जाँग-उन रशिया पहुंचे – अमरीका ने दी नए प्रतिबंधों की चेतावनी

मास्को/वॉशिंग्टन – उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जाँग-उन मंगलवार को रशिया पहुंचे। रशिया के पर्यावरण मंत्री अलेक्झांडर कॉझ्लोव ने प्राइमोर प्र्रांत में किम जाँग-उन का स्वागत करने की जानकारी रशिया के सरकारी वृत्तसंस्था ने साझा की। उत्तर कोरिया से विशेष ‘आर्म्ड ट्रेन’ से किम जाँग-उन रशिया पहुंचे हैं। इस दौरे में वह रशिया के राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमीर पुतिन से मुलाकात करेंगे और इस दौरान हथियारों के सहयोग पर चर्चा होगी, ऐसी जानकारी सुत्रों ने प्रदान की। 

तानाशाह किम जाँग-उनपिछले महीने रशिया के रक्षा मंत्री सर्जेई शोईगू के साथ उच्चस्तरीय रशियन शिष्टमंड़ल ने उत्तर कोरिया का दौरा किया था। उस समय उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जाँग-उन ने रशियन शिष्टमंड़ल के साथ कोरियन हथियारों की जानकारी प्राप्त की थी। दोनों देशों के वरिष्ठ रक्षा अधिकारियों ने लंबे समय तक बैठक भी की थी। शोईगू ने रशिया के राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमीर पुतिन का एक खुफिया खत उत्तर कोरिया के तानाशाह को दिया था। उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जाँग-उन ने भी राष्ट्राध्यक्ष पुतिन के लिए खत भेजा था। 

इसके बाद तानाशाह किम जाँग-उन और रशियन राष्ट्राध्यक्ष की संभावित बैठक का वृत्त सामने आया था। इस मुलाकात में उत्तर कोरिया के हथियारों की संभावित सहायता के मुद्दे पर अधिक जोर देगी, ऐसे संकेत दिए गए हैं। लेकिन, अमरीका ने रशिया और उत्तर कोरिया के बीच हथियारों की आपूर्ति करने के सहयोग से संबंधित मुद्दे को लेकर पहले ही आगाह किया है।

उत्तर कोरिया ने रशिया को पहले ही हथियारों की आपूर्ति करना शुरू किया है, ऐसा अमरीका का कहना हैं। लेकिन, इसके किसी भी तरह के सबूत पेश नहीं किए गए हैं। उत्तर कोरिया और रशिया गुप्त मार्ग से इसका लेन-देन कर रहे हैं, ऐसा अमरिकी अधिकारियों ने कहा हैं। उत्तर कोरिया के अधिकांश हथियार ‘सोवियत’ निर्माण के होने से रशिया बड़ी आसानी से इसका इस्तेमाल कर सकती हैं, इसपर भी संबंधित अधिकारी और विश्लेषकों ने ध्यान आकर्षित किया है। रशिया और उत्तर कोरिया इन दोनों देशों ने यह दावे ठुकराए हैं। 

पिछले महीने उत्तर कोरिया ने रशिया को हथियार प्रदान ना करें, ऐसी चेतावनी अमरीका ने दी थी। अमरीका के ‘नैशनल सिक्योरिटी कौन्सिल’ के प्रवक्ता जॉन किरबाय ने अमरिकी यंत्रणाओं से जुड़ी जानकारी हैं और यह बड़ी चिंता की बात होन की चेतावनी भी दी। इससे पहले दिसंबर २०२२ में भी अमरिकी अधिकारियों ने यह दावे किए थे कि, उत्तर कोरिया रशिया को हथियार प्रदान कर रहा हैं।

उत्तर कोरिया रशिया को ‘आर्टिलरी शेल्स’, रॉकेटस्‌, ग्रेनेडस्‌ एवं मिसाइलों की आपूर्ति कर सकता हैं, ऐसा अमरिकी अधिकारियों ने कहा हैं। रशिया जिस तरह से युद्ध लड़ रही हैं, इसे देखें तो उसे अधिक से अधिक हथियारों की ज़रूरत है और यह ज़रूरत सीर्फ रशियन रक्षा उद्योग पुरी नहीं कर सकते, इसपर भी अमरीका ने ध्यान आकर्षित किया है।

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