हथियारों की आपूर्ति के मुद्दे पर बातचीत करने के लिए उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जाँग-उन रशिया का दौरा करेंगे – अमरिकी माध्यमों का दावा

वॉशिंग्टन/प्योनगैन्ग/मास्को – हथियारों की आपूर्ति करने के मुद्दे पर रशिया और उत्तर कोरिया के बीच शुरू आखिरी चरण में होने का दावा अमरिकी नैशनल सिक्योरिटी कौन्सिल ने पिछले हफ्ते किया था। इसके बाद अब उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जाँग-उन रशिया का दौरा करेंगे, ऐसी जानकारी अमरिकी माध्यमों ने प्रदान की है। किम जाँग-उन रशिया के राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमीर पुतिन से मुलाकात करेंगे और हथियारों की आपूर्ति एवं सहायता के मुद्दों पर चर्चा करेंगे, ऐसा अमरिकी माध्यमों ने कहा हैं। रशिया ने इसपर बयान करने से इनकार किया है। 

किम जाँग-उनअमरीका के ‘सीबीएस’ नामक समाचार चैनल एवं ‘द न्यूयॉर्क टाईम्स’ अखबार ने किम जाँग-उन के रशिया दौरे का वृत्त दिया है। उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जाँग-उन ‘आर्मर्ड ट्रेन’ से रशिया के पूर्वी हिस्से के ‘व्लाडिवोस्टॉक’ पहुंचेंगे, ऐसा अमरिकी माध्यमों ने अपनी खबर में कहा है। १० से १३ सितंबर के दौरान ‘ईस्टर्न इकॉनॉमिक फोरम’ का आयोजन हो रहा है। इसके पृष्ठभूमि पर किम जाँग-उन रशिया पहुंचेंगे, ऐसा कहा गया है। इससे पहले वर्ष २०१९ में भी किम जाँग-उन ने व्लाडिवोस्टॉक में ही रशिया के राष्ट्राध्यक्ष पुतिन से मुलाकात की थी, इसपर अमरिकी माध्यमों ने ध्यान आकर्षित किया।

पिछले महीने रशिया के रक्षा मंत्री सर्जेई शोईगू के साथ उच्चस्तरीय रशियन शिष्ट मंड़ल ने उत्तर कोरिया का दौरा किया था। उस समय उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जाँग-उन ने रशियन शिष्ट मंड़ल के साथ कोरियन हथियारों की समीक्षा की थी। दोनों देशों के वरिष्ठ सेना अधिकारियों की लंबी बैठक भी हुई थी। शोईगू ने रशिया के राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमीर पुतिन का एक गोपनीय पत्र उत्तर कोरिया के तानाशाह को थमाया था। उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जाँग-उन ने भी राष्ट्राध्यक्ष पुतिन के लिए खत भेजा था। इसके बाद अमरीका ने उत्तर कोरिया और रशिया के बीच हथियारों की लेनदेन होने के दावे किए थए। 

किम जाँग-उनरशियन शिष्ट मंड़ल ने अपने उस दौरे में उत्तर कोरिया के संभावित शस्त्र सहायता के मुद्दे पर अधिक जोर देने का दावा अमरिकी अधिकारी और यंत्रणाओं ने किया था। उत्तर कोरिया ने रशिया को पहले ही हथियार प्रदान करना शुरू किया है, ऐसा अमरीका दावा है। लेकिन, इसके किसी भी तरह के सबूत पेश नहीं किए गए हैं। उत्तर कोरिया और रशिया गुप्त मार्ग से लेनदेन कर रहे हैं, ऐसा अमरिकी अधिकारी ने कहा है। उत्तर कोरिया के अधिकांश हथियार ‘सोवियत’ निर्मिती होने से रशिया बड़ी आसानी से इनका इस्तेमाल कर सकती है, इसपर भी इन अधिकारी एवं विश्लेषकों ने ध्यान आकर्षित किया था। उत्तर कोरिया रशिया को आर्टिलरी शेल्स, रॉकेटस्‌, ग्रेनेडस्‌ एवं मिसाइलों की आपूर्ति कर सकता हैं, ऐसा इस अमरिकी अधिकारी ने कहा है।

हथियारों की आपूर्ति करने से संबंधित समझौते पर रशिया से अंतिम बातचीत करने के लिए ही किम जाँग-उन रशिया का दौरा कर रहे हैं, ऐसा दावा किया जा रहा है।

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