अमरीका को धमकाने के बाद उत्तर कोरिया ने किया अंतरमहाद्वीपीय बैलेस्टिक मिसाइल का परीक्षण – इस वर्ष किया गया १२ वां परीक्षण

प्योनगैन्ग/सेउल – मंगलवार को अमरीका के ‘स्पाय प्लेन्स’ नष्ट करने की धमकी देने के कुछ ही घंटे बाद उत्तर कोरिया ने अंतरमहाद्वीपीय बैलेस्टिक मिसाइल दागी। बुधवार सुबह किए गए इस परीक्षण के दौरान दागी मिसाइल ने एक हज़ार किलोमीटर की दूरी तय करने का दावा जापानी माध्यमों ने किया। राजधानी प्योनगैन्ग के करीब से दागी गई यह मिसाइल ‘हवसाँग-१८’ होगी, यह अनुमान जताया जा रहा है। उत्तर कोरिया ने इस वर्ष में अंतरमहाद्वीपीय मिसाइल का किया यह चौथा परीक्षण हैं। उत्तर कोरिया के नए परीक्षण पर अमरीका के साथ दक्षिण कोरिया एवं जापान की प्रतिक्रिया सामने आयी है और यह परीक्षण सुरक्षा परिषद के समझौतों का उल्लंघन होने की आलोचना की है। 

अंतरमहाद्वीपीय बैलेस्टिक मिसाइलबुधवार सुबह करीबन १० बजे उत्तर कोरिया ने राजधानी प्योनगैन्ग के करीबी ठिकाने से इस बैलेस्टिक मिसाइल को प्रक्षेपित किया। करीबन ११.१५ बजे यह मिसाइल ‘सी ऑफ जापान’ में जा गिरा, ऐसी जानकारी जापान के रक्षा विभाग ने प्रदान की। उत्तर कोरिया का यह मिसाइल परीक्षण के दौरान छह हज़ार किलोमीटर की उंचाई तक पहुंचा था, यह भी जापान ने कहा है। उत्तर कोरिया के इस मिसाइल ने लगभग ७० मिनिट उड़ान भरी, यह कहकर इतने लंबे समय तक मिसाइल के हवां में रहने का यह पहला अवसर होने की ओर जापान ने ध्यान आकर्षित किया। 

उत्तर कोरिया के इस नए परीक्षण पर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर तीव्र प्रतिक्रियाएं सामने आयी हैं। यूरोप में शुरू बैठक की पृष्ठभूमि पर नाटो ने कोरिया के परीक्षण की आलोचना की है। दक्षिण कोरिया के राष्ट्राध्यक्ष ने उच्च स्तरीय बैठक करके सैन्य तैनाती और युद्धाभ्यास का दायरा अधिक बढ़ाने का निर्णय किया है। अमरीका और जापान ने भी उत्तर कोरिया के मिसाइल परीक्षण पर तीव्र नाराज़गी जतायी है और इसपर सही जवाब दिया जाएगा, ऐसी चेतावनी दी है।

बुधवार को किए इस परीक्षण से पहले उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जाँग-उन की बहेन किम यो जाँग ने अमरीका को धमकाया था। अमरीका के गश्ती विमान उत्तर कोरिया की हवाई सीमा में मंड़रा रहे हैं, यह आरोप किम यो जाँग ने लगाया। फिर से ऐसी घुसपैठ करने की कोशिश हुई तो अमरीका के विमानों का आगे का सफर अच्छा नहीं होगा, इन शब्दों में विमान को लक्ष्य करने की चेतावनी दी थी। 

उत्तर कोरिया द्वारा लगातार किए जा रहे परीक्षण परमाणु क्षमता बढ़ाकर अमरीका समेत मित्र देशों को दबाव में रखने की नीति का हिस्सा समझा जा रहा है। कुछ महीने पहले दक्षिण कोरिया ने अपनी ‘डिफेन्स रिपोर्ट’ में उत्तर कोरिया के बढ़ते खतरे की ओर ध्यान आकर्षित किया था। ‘शत्रु देश उत्तर कोरिया लगातार परमाणु, जैवं एवं रासायनिक हथियार विकसित कर रहा हैं। उत्तर कोरिया ने १५४ पौंड प्लुटोनियम प्राप्त किया है और इस देश ने छोटे आकार के परमाणु अस्त्र विकसित करने की सफलता हासिल की है। उत्तर कोरिया विकसित कर रहे बैलेस्टिक मिसाइलों की संख्या में भी बड़ी बढ़ोतरी हुई हैं’, यह मुद्दा भी दक्षिण कोरिया के रिपोर्ट में रेखांकित किया गया था।

उत्तर कोरिया सीधे अमरीका तक हमला करनेवाले मिसाइलों का परीक्षण करके इस क्षेत्र में तनाव बढ़ा रहा हैं। उत्तर कोरिया के मिसाइल परिक्षण एवं तैयारी अलास्का और कैलिफोनिया में स्थित अमरिकी हवाई सुरक्षा यंत्रणाओं को चुनौती दे सकते हैं, ऐसी चिंता अमरिकी माध्यम व्यक्त कर रहे हैं। वहीं, उत्तर कोरिया ने शुरू किए मिसाइल परीक्षण और उन्हें प्राप्त हो रही सफलता मिसाइल की प्रौद्योगिकी में इस देश की बढ़ती क्षमता के संकेत देते हैं, ऐसा इशारा विश्लेषकों ने दिया है।

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