उत्तर कोरिया ने ’येलो सी’ क्षेत्र में क्रूज़ मिसाइलें दागीं – दक्षिण कोरिया में इमर्जन्सी बैठक की घोषणा

सेऊल – दक्षिण कोरिया में परमाणु हमले करने की धमकी देनेवाले उत्तर कोरिया ने शनिवार को क्रूज़ मिसाइलों की जांच की। कोरियन पनिनसुला के हिस्से में स्थित ’येलो सी’ क्षेत्र में उत्तर कोरिया ने यह मिसाइलें दागीं। अमेरिका और दक्षिण कोरिया के बीच युद्धाभ्यास की संपन्नता के बाद उत्तर कोरिया ने यह जांच करके इशारा दिया है, ऐसा दावा किया जा रहा है। इस जांच की वजह से कोरियन क्षेत्र में तनाव निर्माण हुआ है और दक्षिण कोरिया ने अपनी सुरक्षा यंत्रणाओं की इमर्जन्सी बैठक आयोजित की है। इस दौरान, चीन के नेताओं के साथ हुई बैठक के बाद उत्तर कोरिया के हुकूमशहा ’किम जॉंग-उन’ का विश्वास बढने का दावा किया जाता है। इसकी वजह से उत्तर कोरिया द्वारा परमाणु हमलों की धमकियां दी जा रही हैं।  

’येलो सी’पिछले ११ दिनों से अमेरिका और दक्षिण कोरिया के नवदलों के बीच युद्धाभ्यास हो रहा था। इसमें अमेरिका के लंबी दूरी वाले ’बी-१बी’ स्ट्रैटेजिक बॉम्बर विमान शामिल थे। इसकी वजह से तिलमिलाए हुए उत्तर कोरिया ने आरोप लगाया कि यह तो हम पर हमला करने का अभ्यास किया जा रहा है। इसके अलावा उत्तर कोरिया ने गुरुवार को दो छोटी दूरी के बैलिस्टिक मिसाइलों की जांच की थी। इसके द्वारा दक्षिण कोरिया के महत्वपूर्ण ठिकानों पर उत्तर कोरिया ने परमाणु हमला करने का अभ्यास करने का इशारा दिया था। आनेवाले दौर में युद्धा छिडा तो हमारी मिसाइलें दक्षिण कोरिया को डरा देंगीं, ऐसा दावा उत्तर कोरिया ने किया था।

इसके पश्चात अमेरिका एवं दक्षिण कोरिया का युद्धाभ्यास संपन्न हो चुका था। इसके दो दिन ही बीते थे कि, शनिवार को प्रभात समय चार बजे के करीब कोरिया ने येलो सी क्षेत्र में क्रूज़ मिसाइलों की जांच की। उत्तर कोरिया द्वारा कुल कितनी मिसाइलें दागीं, यह पता नहीं चल पाया है। पर अमेरिका एवं दक्षिण कोरिया की गुप्तचर यंत्रणाएं इस संबंध में ब्यौरा इक्कठ्ठा कर रही हैं ऐसा दक्षिण कोरिया के संरक्षणदल प्रमुख का कहना है। इसके अलावा किसी भी आकस्मिक स्थिति के लिए दक्षिण कोरिया की सेना तत्पर होने की घोषणा संरक्षणदल प्रमुख ने की।

सन २०२२ की शुरुआत से उत्तर कोरिया ने १०० से अधिक मिसाइलों का परीक्षण किया है। इनमें बैलेस्टिक मिसाइलों का समावेश है। दो दिन पूर्व भी उत्तर कोरिया ने बैलेस्टिक मिसाइलें दागी थीं। पर संयुक्त राष्टसंघ की सुरक्षा परिशद ने घोषित किया कि, निर्बंधों के अनुसार उत्तर कोरिया द्वारा बैलिस्टिक मिसाइलों के परीक्षण पर भी बंदिश है। इस लिए उत्तर कोरिया उक्त निर्बंधों का उल्लंघन करके अमेरिका एवं दक्षिण कोरिया को आव्हान दे रहा है। तो शनिवारी को क्रूज़ मिसाइलें दागकर उत्तर कोरिया ने अमेरिका की विमानवाहक युद्धनौका और विध्वंसकों को लक्ष्य करने का इशारा देने का दावा विश्लेषक कर रहे हैं।

इस दौरान, कुछ दिनों पूर्व चीन और उत्तर कोरिया के नेतृत्व के बीच चर्चा हुई। तो चीन के संरक्षणमंत्री ने उत्तर कोरिया का दौरा करके लश्करी तत्परता का मुआएना किया था। इसके पश्चात उत्तर कोरिया की आक्रमकता में और अमेरिका को धमकाने में ध्यान आकर्षित करने वाली बढोतरी हुई है। तो दूसरी ओर चीन दबाव डाल रहा है कि, दक्षिण कोरिया अमेरिका एवं जापान के साथ सहभाग से पीछे हटे। शुक्रवार को चीन के विदेशमंत्री वैंग ई ने दक्षिण कोरियन विदेशमंत्री पार्क जिन के साह ८० मिनट तक फोन पर चर्चा की। अमेरिका का सीधा उल्लेख चाहे न किया हो फिर भी कोरियन देशों के विवाद में अन्य देश हस्तक्षेप न करें, इसके लिए चीन दक्षिण कोरिया पर दबाव डाल रहा है, ऐसा दावा किया जा रहा है।

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