उत्तर कोरिया ने परमाणु क्षमता की दो बैलेस्टिक मिसाइलें दागीं – नए साल में तीसरा परीक्षण

प्योनगैन्ग/टोकियो/सेउल – शनिवार को अंतरमहाद्वीपीय बैलेस्टिक मिसाइल का परीक्षण करने के बाद उत्तर कोरिया ने मात्र ४८ घंटों में दो नई बैलेस्टिक मिसाइलें दागीं। सोमवार सुबह दागी गईं यह मिसाइलें पैस्फिक महासागर में जापान के ‘एक्सक्ल्यूज़िव इकॉनॉमिक ज़ोन’ (ईईज़ेड) के बाहरी हिस्से में गिरने की जानकारी जापानी सुत्रों ने साझा की। यह मिसाइल दागते समय किम जाँग उन की बहेन किम यो जाँग ने पूरा पैसिफिक क्षेत्र उत्तर कोरिया के लिए ‘फायरिंग रेंज’ होने की चेतावनी दी है। सोमवार को दागी गई मिसाइलें नए साल में उत्तर कोरिया द्वारा बैलेस्टिक मिसाइल दागी जाने की तीसरी घटना है।

सोमवार सुबह उत्तर कोरिया ने अपने पूर्व तट पर स्थित अड्डे से एक के बाद एक दो बैलेस्टिक मिसाइलें दागीं। दोनों मिसाइलों की मारक क्षमता ३३५ से ४०० किलोमीटर के दौरान थी। लौन्चर्स से यह मिसाइल दागने का बयान उत्तर कोरिया की वृत्तसंस्था ने अपने वृत्त में किया है। यह मिसाइल ‘टैक्टिकल न्यूक्लियर वेपन’ का हिस्सा होने का दावा भी कोरिया के माध्यमों ने किया। जापान के रक्षा विभाग ने इन दोनों मिसाइलों ने ५० से १०० किलोमीटर की उंचाई प्राप्त करने की जानकारी साझा की।

उत्तर कोरिया द्वारा दागी गई इन मिसाइलों पर जापान ने तीव्र प्रतिक्रिया दर्ज़ करके सुरक्षा परिषद की बैठक की मांग की है। दक्षिण कोरिया के रक्षा विभाग ने मिसाइल दागने की यह घटना यानी गंभीर चेतावनी होने का इशारा दिया। दक्षिण कोरिया के विदेश मंत्रालय ने उत्तर कोरिया की पांच कंपनियां और चार अधिकारियों पर प्रतिबंध लगाने का भी ऐलान किया।

तीन दिनों में दो बार मिसाइल दागने वाले उत्तर कोरिया ने अपनी आक्रामकता कायम रखी है। किम जाँग उन की बहेन किम यो जाँग ने सीधे अमरीका को चेतावनी दी। ‘अमरीका और दक्षिण कोरिया के युद्धाभ्यास का हमारे देश की सुरक्षा पर क्या असर होता है, इसका अभ्यास जारी है। अमरिकी रक्षा बल अगले समय में क्या कार्रवाई करते हैं, इस पर पैसिफिक क्षेत्र का फायरिंग रेंज के तौर पर कैसे इस्तेमाल करना है, यह उत्तर कोरिया तय करेगा’, ऐसा इशारा किम यो-जाँग ने दिया। इससे पहले शुक्रवार को भी उत्तर कोरिया ने अमरीका और दक्षिण कोरिया को धमकाया था।

सोमवार को दागी गई मिसाइल उत्तर कोरिया ने नए वर्ष में मिसाइल दागने की तीसरी घटना है। इससे पहले १ जनवरी को उत्तर कोरिया ने छोटी दूरी की तीन बैलेस्टिक मिसाइलों का परीक्षण किया था। इसके बाद शनिवार १८ फ़रवरी को ‘ह्वासौंग-१५’ नामक अंतरमहाद्विपीय बैलेस्टिक मिसाइल का परीक्षण किया। लगभग १३ हज़ार किलोमीटर मारक क्षमता वाली इस मिसाइल की ‘न्युक्लियर डिटरंट’ क्षमता परखने के लिए यह परीक्षण करने की बात कही गई थी। सोमवार को दागी गई मिसाइलें भी ‘टैक्टिकल न्युक्लियर वेपन्स’ होने का दावा कोरियन माध्यमों ने किया है।

गुरूवार को दक्षिण कोरिया ने उत्तर कोरिया का शत्रुदेश और सबसे बड़ा खतरा ऐसा ज़िक्र करके ‘डिफेन्स रिपोर्ट’ जारी की थी। इसमें उत्तर कोरिया की परमाणु मिसाइलों के साथ बैलेस्टिक मिसाइलों के खतरे की ओर ध्यान आकर्षित किया गया था। पिछले हफ्ते उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जाँग उन ने अपनी सेना को युद्ध की तैयारी करने के आदेश दिए थे। वरिष्ठ सेना अधिकारियों के साथ चर्चा के बाद किम जाँग के इशारे को अहमियत प्राप्त होने की बात दक्षिण कोरियन माध्यमों ने कही थी।

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