ईरान के बॅलेस्टिक मिसाइल परीक्षण के बाद अमरीका ने लगाए निर्बंधों को ईरान का जवाब

तेहरान/वॉशिंग्टन, दि. १९: अमरीका के ट्रम्प प्रशासन ने लगाए नए निर्बंधों के कुछ ही घंटों में ईरान ने अमरीका को करारा जवाब दिया है| अमरीका ने लगाए निर्बंध अवैध हैं, ऐसा इल्जाम लगाते हुए ईरान ने अमरीका की नौ कंपनियों पर निर्बंध लगाने की घोषणा की है| शुक्रवार को ईरान में राष्ट्राध्यक्षपद के लिए मतदान शुरू हुआ है और उसके कुछ घंटे पहले ईरान ने इन निर्बंधों की घोषणा करते हुए अपने इरादे स्पष्ट किए हैं|

महिनेभर पहले ईरान ने बॅलिस्टिक मिसाइल का परीक्षण किया था| ईरान के इस मिसाइल परीक्षण पर अमरीका और मित्र देशों ने कड़ा ऐतराज़ जताया। तभी अमरीका के राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प ने ईरान पर निर्बंध लगाने की घोषणा की थी| साथ ही, गत डेढ़ सालों से ईरान को मिल रहीं सहूलियतें बंद करने के संकेत भी राष्ट्राध्यक्ष ट्रम्प ने दिए थे| इस पृष्ठभूमि पर, बुधवार को ट्रम्प प्रशासन ने ईरान वर नए निर्बंधों की घोषणा की| इन निर्बंधों में ईरान द्वारा किए जानेवाली ईंधन की निर्यात पर प्रतिबंध लगाए गए हैं|

सन २०१५ में अमरीका के तत्कालीन राष्ट्राध्यक्ष बराक ओबामा ने ईरान के साथ अमरीका के ट्रम्प प्रशासनकिए परमाणु समझौते की पृष्ठभूमि पर, ईरान के ईंधन की निर्यात पर के प्रतिबंध शिथिल किए गये थे| ट्रम्प प्रशासन ने इस नर्म नीति को छोडकर ये निर्बंध फिर से कड़े किए हैं| इसीके साथ, अमरीका के कोषागार विभाग ने, ईरान के बॅलिस्टिक मिसाइल के निर्माण को निशाना बनाते हुए और नये प्रतिबंधों की भी घोषणा की है| इसके अलावा, ईरान की ओर से जारी मानवाधिकारों का हनन और सिरिया की अस्साद की सत्ता को दिए जा रहे समर्थन की भी अमरीका के विदेशमंत्रालय ने आलोचना की थी|

अमरीका के ट्रम्प प्रशासन ने ईरान पर लगाए इन निर्बंधों की ईरान के विदेश मंत्रालय ने ज़ोरदार आलोचना की थी। ‘बॅलिस्टिक मिसाइल का परीक्षण करने का मतलब परमाणु समझौते का उल्लंघन नहीं है| इस परमाणु समझौते में मिसाइल के परीक्षण पर प्रतिबंध नहीं लगाए गए हैं’ ऐसा दावा ईरान के विदेशमंत्रालय ने किया है| ‘साथ ही, ईरान के बॅलिस्टिक मिसाइलनिर्माण के कार्यक्रम को निशाना बनाकर अमरीका ने जिन निर्बंधों की घोषणा की है, वह बात अमरीका की ईरान के प्रति होनेवाली दुश्मनी की भावना और दुष्प्रवृत्ति को दर्शाती है| इन प्रतिबंधों का अमरीका और ईरान के बीच हुए परमाणु समझौते पर भी असर होगा और यह परमाणु समझौता ख़ारिज़ किया जा सकता है’ ऐसी चेतावनी ईरान के विदेशमंत्रालय के प्रवक्ता बहराम काशेमी ने दी है|

‘इन नए निर्बंधों की वजह से, अमरीका के साथ हुए परमाणु करार को कामयाब बनाने के लिए अपनायी गयी ज़िम्मेदारी से भी ईरान मुक्त होगा’ ऐसा काशेमी ने कहा है|

शुक्रवार को सुबह ईरान ने अमरीका के प्रतिबंधों को जवाब दिया है| ईरान ने अमरीका की सात कंपनियाँ और दो व्यावसायिकों पर निर्बंध लगाए है| इसमें ‘हंटिग्टन इन्गल्स इंडस्ट्रिज् इंक.’ और ‘डिनकॉर्प इंटरनॅशनल इंक.’ ये दो बड़ी कंपनियाँ शामील हैं| ‘इन दो कंपनियों के इस्रायल के साथ व्यापारी संबंध हैं और इस वजह से ईरान के हितसंबंधों को खतरा पहुँच सकता है’ ऐसा कहते हुए ईरान ने अपने निर्बंधों का समर्थन किया है| इसीके साथ, अमरीका की कुछ कंपनियाँ, पॅलेस्टाईन में इस्रायल द्वारा जारी अत्याचारों का और आतंकी गतिविधियों का समर्थन कर रही हैं, ऐसा इल्ज़ाम लगाते हुए ईरान ने, अपना यह निर्णय सही है, ऐसा कहा है|

अमरीका के निर्बंधों की चीन द्वारा आलोचना

बीजिंग, दि. १९: अमरीका ने ईरान पर लगाए प्रतिबंधों में चीन की कंपनियाँ और उद्योजको को निशाना बनाया गया है| अमरीका के ये प्रतिबंध इकतरफ़ा हैं, ऐसी आलोचना चीन ने की है|

ईरान को बॅलिस्टिक मिसाइल के निर्माण के लिए सहायता करनेवालीं चीन की कंपनियों पर अमरीका ने निर्बंध लगाए हैं| उत्तर कोरिया के प्रक्षेपास्त्र कार्यक्रम की सहायता करनेवालीं चिनी कंपनियों पर भी अमरीका ने प्रतिबंध लगाए थे| चीन के विदेशमंत्रालय की प्रवक्ता हुआ चुनसिंग ने अमरीका के इस निर्बंधों की आलोचना की है|

चीन ने नियमों के दायरे के बाहर न जाकर आंतर्राष्ट्रीय ज़िम्मेदारियों का पालन करते हुए दोस्तराष्ट्रो की सहायता की है, ऐसा चुनयिंग ने कहा है| इस वजह से, दुसरे देशों के हितसंबंधो को धक्का देनेवाले इन एकतरफ़ा प्रतिबंधों का चीन विरोध कर रहा है, ऐसी आलोचना चीन के विदेशमंत्रालय की प्रवक्ता ने की|

 

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