नाइजर ने फ्रान्स को यूरेनियम और सोने की निर्यात करना बंद किया – फ्रान्स, यूरोपिय महासं की कार्रवाई के बाद नाइजर की सैन्य हुकूमत का निर्णय

नियामे – ‘अपने देश यूरेनियम, डायमंडस्‌, सोना, ईंधन का इतना भंड़ार होने के बावजूद हमे गुलाम की तरह क्यो रखा जा रहा है?’, नाइजर की जनता ने किए इस सवाल पर वहां की सैन्य हुकूमत ने जवाब दिया है। पिछले हफ्ते नाइजर की बागडोर हथियाने के बाद जनरल चियानी ने की हुकूमत ने फ्रान्स को हो रही युरेनियम और सोने की निर्यात रोक दी है।

नाइजर ने फ्रान्स को यूरेनियम और सोने की निर्यात करना बंद किया - फ्रान्स, यूरोपिय महासंघ की कार्रवाई के बाद नाइजर की सैन्य हुकूमत का निर्णयपिछले हफ्ते नाइजर में हुए तख्तापलट के बाद फ्रान्स और यूरोपिय महासंघ ने सैन्य हुकूमत को धमकाया था। इसपर नाइजर की यह प्रतिक्रिया सामने आने का दावा किया जा रहा है। इसी बीच, नाइजर के यूरेनियम का इस्तेमाल फ्रान्स के बिजली परियोजनाओं में किया जाता है। नाइजर के इस निर्णय के कारण फ्रान्स एवं यूरोपिय महासंघ की मुश्किले बढ़ेगी, ऐसा दावा किया जा रहा है।

पश्चिम अफ्रीकी देश नायजर में युरेनियम का बड़ा भंड़ार है। दुनियाभर के कुल यूरेनियम भंड़ार का ४.७ प्रतिशत हिस्सा नाइजर में हैं। नाइजर के इस भंड़ार से फ्रान्स और अन्य यूरोपिय देशों को यूरेनियम की निर्यात होती है। फ्रान्स के साथ यूरोपिय देशों की बिजली परियोजनाएं एवं इलाज के लिए यूरेनियम का इस्तेमाल होता है। इसके लिए फ्रान्स और अन्य यूरोपिय देश कझाकस्तान, ऑस्ट्रेलिया और नाइजर पर निर्भर है।

नाइजर ने फ्रान्स को यूरेनियम और सोने की निर्यात करना बंद किया - फ्रान्स, यूरोपिय महासंघ की कार्रवाई के बाद नाइजर की सैन्य हुकूमत का निर्णयफ्रान्स में कुल ५६ बिजली परियोजनाएं हैं। इनके लिए कझाकस्तान, ऑस्ट्रेलिया और नाइजर से यूरेनियम की निर्यात होती है। फ्रान्स अपनी परियोजनाओं में इस्तेमाल हो रहा लगभग १९ प्रतिशत यूरेनियम नाइजर से प्राप्त होता है। नाइजर के युरेनियम भंड़ार के लिए फ्रान्स की कंपनी ने पिछले कई सालों से नाइजर के उत्तरी हिस्से में अपने पैर जमाए हैं। इसके साथ ही नाइजर के सोने की खदानों में भी फ्रान्स ने बड़ा निवेश किया है। यूरेनियम और सोने का खनन सुरक्षित हो, इसके लिए फ्रान्स ने इस देश में अपनी सेना भी तैनात की थी।

फ्रान्स एवं अन्य पश्चिमी देशों के सैनिकों की अपने देश में हुई यह तैनाती नाइजर की जनता को मंजूर नहीं। इसके लिए यहां की जनता ने प्रदर्शन भी किए थे। लेकिन, पश्चिमी देशों से सहयोग कर रहे नाइजर के राष्ट्राध्यक्ष बझूम ने इन प्रदर्शनों को कुचलने के लिए अपनी जनता पर भी सख्त कार्रवाई की थी। लेकिन, पिछले हफ्ते नाइजर में हुए तख्तापलट के बाद यहां की जनता का असंतोष फुटा है।

नाइजर ने फ्रान्स को यूरेनियम और सोने की निर्यात करना बंद किया - फ्रान्स, यूरोपिय महासंघ की कार्रवाई के बाद नाइजर की सैन्य हुकूमत का निर्णययूरेनियम, हिरे, सोना, ईंधन का भंड़ार रखने वाले अपने देश पर फ्रान्स का नियंत्रण हमें मंजूर नहीं है, ऐसा नाइजर की जनता कह रही है। साथ ही फ्रान्स की सेना को अपने देश से बाहर खदेड़ ने की मांग भी जनता कर रही है। जनरल चियानी के नेतृत्व में नाइजर की बागड़ोर हथियाने वाली सेना ने फ्रान्स को हो रही यूरेनियम और सोने की निर्यात तुरंत रोक दी है। साथ ही आगे के समय में इससे भी अधिक सख्त कार्रवाई करने के संकेत नाइजर की सैन्य हुकूमत ने दिए हैं।

इसी बीच, नाइजर के सत्ता परिवर्तन के बाद इस अफ्रीकी देश से यूरोपिय देशों को हो रही यूरेनियम की आपूर्ति टूटने के बावजूद यूरोप पर कोई भी असर नहीं होगा, ऐसा यूरोपिय नेताओं का कहना है। लेकिन, पिछले एक साल से शुरू यूक्रेन युद्ध के कारण फ्रान्स समेत यूरोपिय देश ईंधन संकट का सामना कर रहे हैं। रशिया ने ईंधन की आपूर्ति रोकने से यूरोपिय देशों के सामने बिजली संकट खड़ा हुआ था। अब नाइजर ने बिजली परियोजनाओं के लिए ज़रूरी यूरेनियम और सोने की आपूर्ति करने पर रोक लगाने से यूरोपिय देशों के सामने खड़ा संकट अधिक तीव्र होने के आसार दिख रहे हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published.