चीन की ‘पीपल्स लिबरेशन आर्मी’ द्वारा ताइवान की सीमा में नई घुसपैठ

तैपेई/बीजिंग – चीन की ‘पीपल्स लिबरेशन आर्मी’ के दो विमान तथा दो हेलीकॉप्टर्स ने ताइवान की हवाई सेवा में घुसपैठ करने की बात सामने आई है। शुक्रवार को यह घुसपैठ हुई, ऐसी जानकारी ताइवान के रक्षा विभाग ने दी। घुसपैठ होने से पहले ताइवान के रक्षा बलों ने सागरी क्षेत्र में ‘लाईव्ह फायर ड्रिल्स’ का आयोजन किया था। उस पर नज़र रखने के लिए शायद यह घुसपैठ की गई होगी, ऐसा दावा ताईवानी सूत्रों ने किया है। अप्रैल महीने में घुसपैठ की यह सातवीं घटना है, ऐसा ताइवान द्वारा बताया गया।

चीन की ‘पीपल्स लिबरेशन आर्मी’ द्वारा ताइवान की सीमा में नई घुसपैठशुक्रवार को ताइवान के ‘एअर डिफेन्स आयडेंटिफिकेशन झोन’ (एडीआयझेड) के नैॠत्य भाग से चीन की पीपल्स लिबरेशन आर्मी के दो विमान और दो हेलीकॉप्टर्स ने घुसपैठ की। विमानों में एक लड़ाकू विमान तथा ‘इलेक्ट्रॉनिक वॉरफेअर प्लेन’ का समावेश था। इन विमानों के साथ ही ‘सीएआयसी डब्ल्यूझेड-10 अटॅक हेलिकॉप्टर’ तथा ‘एमआय-17 कार्गो हेलिकॉप्टर’ ने भी ‘एडीआयझेड’ में घुसपैठ की, ऐसा ताइवान के रक्षा विभाग ने बताया। चीन के रक्षा बलों ने पिछले साल भर में पहली ही बार ताइवान में घुसपैठ करने के लिए हेलीकॉप्टर्स का इस्तेमाल किया है।

चीन द्वारा ताइवान की सीमा में की जाने वाली घुसपैठ यह ‘ग्रे झोन वॉरफेअर’ का भाग माना जाता है। ताइवान के रक्षा बलों की क्षमता कम करने के लिए चीन ने इस नीति का इस्तेमाल शुरू किया है। चीन की ‘पीपल्स लिबरेशन आर्मी’ द्वारा ताइवान की सीमा में नई घुसपैठपिछले दो सालों में यह इस्तेमाल बड़े पैमाने पर बढ़ा होने की बात सामने आई है। इससे चीन नजदीकी समय में हमला करने की तैयारी कर रहा है, ऐसे दावे ताईवानी विश्लेषक और अधिकारी तथा माध्यम कर रहे हैं। चीन के ‘ग्रे झोन वॉरफेअर’ का मुकाबला करने के लिए ताइवान ने भी जोरदार गतिविधियाँ शुरू की हैं।

जनवरी महीने में ताइवान ने अपने रक्षा खर्च में साढ़ेआठ अरब डॉलर की अतिरिक्त बढ़ोतरी करने का ऐलान किया था। इस बढ़ोतरी के बाद ताइवान का रक्षा खर्च 17 अरब डॉलर्स पर पहुँचा होकर , यह अब तक का रिकॉर्ड माना जाता है। अतिरिक्त प्रावधानों का इस्तेमाल ताइवान प्रगत क्षेपणास्त्र, लड़ाकू विमान, ड्रोन्स, विध्वंसक तथा पनडुब्बियाँ इनके लिए करेगा ऐसा माना जाता है।

Leave a Reply

Your email address will not be published.