साऊथ चायना सी में स्थित तीन द्वीपों का चीन द्वारा लष्करीकरण – अमरिकी अधिकारी का आरोप

वॉशिंग्टन/बीजिंग – चीन ने साउथ चाइना सी में स्थित इन द्वीपों का पूरी तरह लष्करीकरण किया होकर, यह दूसरे विश्वयुद्ध पश्चात की सबसे बड़ी रक्षा तैनाती होने का आरोप अमरीका के वरिष्ठ लष्करी अधिकारी अ‍ॅडमिरल जॉन अ‍ॅक्विलिनो ने किया। अमरीका की इंडो-पैसिफिक क्षेत्र की तैनाती इस इलाके में युद्ध रोकने के लिए है, लेकिन ज़रूरत पड़ने पर अमरीका चीन के विरोध में युद्ध में उतरकर यह युद्ध जीतेगी, ऐसी चेतावनी भी अ‍ॅडमिरल अ‍ॅक्विलिनो ने दी।

South-China-Sea-Islandइन पिछले दो दशकों से अधिक समय साउथ चाइना सी में रक्षा तैनाती बढ़ा रहा है। इस क्षेत्र के ‘मिस्चिफ रीफ’, ‘सुबी रीफ’ तथा ‘फिअरी क्रॉस’ इन इलाकों में बनाए कृत्रिम द्वीपों पर चीन ने अपनी रक्षा तैनाती पूरी की होने का आरोप अमरिकी अधिकारी ने किया। इन कृत्रिम द्वीपों पर चीन ने क्षेपणास्त्रों समेत लड़ाकू विमान, युद्धपोत, हथियारों के गोदाम तथा रडार सिस्टिम्स का निर्माण किया है, ऐसा एडमिरल जॉन अ‍ॅक्विलिनो ने बताया। इनकी इस तैनाती का ज़िक्र करते समय, यह दूसरे विश्वयुद्ध पश्चात की सबसे बड़ी तैनाती होने की बात पर अमरिकी अधिकारी ने गौर फरमाया।

चीन की इस तैनाती से साउथ चाइना सी क्षेत्र के अन्य देशों को तथा परिवहन को भी बड़ा खतरा निर्माण हुआ होने की चेतावनी एडमिरल जॉन अ‍ॅक्विलिनो ने दी। चीन के राष्ट्राध्यक्ष शी जिनपिंग ने आश्वासन दिया होने के बावजूद भी इस क्षेत्र में बड़े पैमाने पर लष्करी तैनाती हुई है, ऐसा अमरिकी अधिकारी ने बताया। इस समय उन्होंने इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में अमरीका ने की हुई तैनाती का भी उल्लेख करके, यह तैनाती इस क्षेत्र में युद्ध टालने के लिए है यह स्पष्ट किया।

अमरीका ने चीन को रोकने के लिए उठाए कदम अगर असफल साबित हुए, तो चीन के विरोध में युद्ध में उतरकर अमरीका युद्ध जीतेगी, ऐसा दावा भी अ‍ॅडमिरल जॉन अ‍ॅक्विलिनो ने किया। चीन ने साउथ चाइना सी मामले में अन्तर्राष्ट्रीय पंचाट ने किया फैसला ठुकराकर, पूरा सागरी क्षेत्र अपना ही होने का दावा किया है। इससे आग्नेय एशियाई देश बेचैन होकर, चीन को प्रत्युत्तर देने के लिए इन देशों ने भी अपनी रक्षा तैनाती बड़े पैमाने पर बढ़ाने की शुरुआत की है।

Leave a Reply

Your email address will not be published.