‘पीओके’ में पाकिस्तान के खिलाफ़ ज़ोरदार प्रदर्शन

मुझ्झफराबाद, दि. २ (वृत्तसंस्था) – ‘जम्मू-कश्मीर में भारत द्वारा मानवाधिकारों का कत्ल किया जा रहा है’ ऐसी चिल्लाहट पाकिस्तान संयुक्त राष्ट्रसंघ में कर रहा है, लेकिन पाकिस्तान को अपने कुछ प्रांतो के साथ साथ ‘पीओके’ को भी संभालना नहीं आता है, ऐसे भारत के प्रधानमंत्री ने किए हुए आरोप अब नये सिरे से साबित हुए है| रविवार के दिन पाकिस्तान के क़ब्जेवाले कश्मीर (पीओके) इलाके में जोर-शोर से प्रदर्शन हुए| ‘पाकिस्तान की सेना मतलब कश्मिरियों के कसाई’ होने की नारेबाज़ी इस समय नाराज़ समर्थक कर रहे थे| साथ ही ‘हमें पाकिस्तान में बंदी बनाकर रखा है’, ऐसा दावा भी इन समर्थको ने किया|

‘पीओके’ रविवार के दिन ‘पीओके’ के कोटली इलाके में ये प्रदर्शन हुए| ‘पीओके’ के ‘ऑल पार्टी नैशनल अलायन्स’ द्वारा (एपीएनए) ये प्रदर्शन आयोजित किए गए थे| इन प्रदर्शनों में हज़ार से भी अधिक लोग शामिल हुए थे| ‘पीओके’ में पाकिस्तानी सेना, ‘आयएसआय’ और सरकार के खिलाफ़ उठनेवाली हर आवाज़ को दबा दिया जा रहा है| पिछले कुछ सालों में कई राजनीतिक हत्याएँ हुयी है| इन हत्याओंकी जाँच अभी तक हुई नहीं है| फर्ज़ी मुठभेड़ में कई कश्मिरियों को मार दिया जा रहा है, ‘एपीएनए’ के अध्यक्ष आरीफ शहीद इनकी भी इसी प्रकार से हत्या हुई थी| उनका कत्ल ‘आयएसआय’ ने किया था, ऐसे इल्ज़ामों इस समय निदर्शको ने दोहराये| साथ ही, ‘पाकिस्तान मुर्दाबाद’, ‘गो बॅक पाकिस्तान’, ‘पाकिस्तान की सेना कश्मिरियों की कसाई ’ ‘आयएसआय’ से ज़्यादा कुत्ता इमानदार होता है’ इस प्रकार की नारेबा़ज़ी करके समर्थकों ने अपनी नाराज़गी ज़ाहिर की|

पिछले कुछ महीनों में, ‘पीओके’ में पाकिस्तान के खिलाफ नारा़ज़गी है, यह बात सामने आयी थी| कुछ महीनें पहले यहाँ पर चुनाव हुए थे, जिसमें पाकिस्तान में सत्ता पर बैठे प्रधानमंत्री नवाझ शरीफ इनकी पार्टी जीत गयी| लेकिन यह चुनाव मतलब ढोंग था, ऐसी आलोचना स्थानीय लोगों के साथ ही, पाकिस्तान के पत्रकार भी कर रहे थे| क्योंकि इन चुनावों के पहले यहाँ के कुछ नेताओं की हत्या की गई थी| साथ ही, ‘फर्ज़ी मतदान और अन्य गैरव्यवहारों का आधार लेकर नवाझ शरीफ की पार्टी ने जीत हासिल की है’ ऐसा इल्ज़ाम पाकिस्तान के कुछ पत्रकारों ने लगाया था| इसके परिणाम ‘पीओके’ में दिखाई दे रहे हैं| इन निदर्शनों के ज़रिये समर्थक अपनी भूमिका ज़ाहिर करने लगे हैं|

‘पीओके’ यह पाकिस्तान का सबसे पिछड़ा इलाका माना जाता है| यहाँ पर सुविधाएँ बाल्यावस्था में हैं| प्राकृतिक आपदाओं के समय, पाकिस्तान सरकार ने ‘पीओके’ पर ज़्यादा ध्यान नहीं दिया था, यह बात कई बार स्पष्ट हुई है|

पिछले कुछ महीनों से भारत ने ‘पीओके’ पर अपना अधिकार अधिक दृढ़ता से दुनिया के सामने लाने के प्रयास शुरू किये हैं| कुछ दिन पहले ‘पीओके’ में किये ‘सर्जिकल स्ट्राईक’ का ऐलान करते समय भी, ‘भारतीय सेना ने पाकिस्तान के इलाके में प्रवेश किया नहीं था’ इसकी याद केंद्र सरकार द्वारा हर बार दिलायी जा रही है| ‘पीओके’ यह भारत का ही इलाक़ा है, यहाँ पर कार्रवाई करने का हमारा अधिकार है, यह बात भारत डटकर कह रहा था|

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