रशियन राष्ट्राध्यक्ष और सौदी के क्राऊन प्रिन्स में चर्चा

रियाध/मास्को/वॉशिंग्टन – रशिया के राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमीर पुतिन और सौदी अरब के क्राऊन प्रिन्स मोहम्मद बिन सलमान की फोन पर बातचीत हुई। ईंधन उत्पादक देशों के ‘ओपेक प्लस’ गुट का सहयोग और साथ ही खाड़ी की सुरक्षा और स्थिरता के मुद्दे पर इन दोनों नेताओं की बातचीत होने का ऐलान रशियन सरकार ने किया। इसी बीच, अमरिकी राष्ट्राध्यक्ष ज्यो बायडेन सौदी यात्रा करके लौटने के लगभग एक हफ्ते में ही रशिया के राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमीर पुतिन और सौदी के क्राऊन प्रिन्स में यह चर्चा हुई, इस ओर अंतरराष्ट्रीय माध्यम ध्यान आकर्षित कर रहे हैं।

रशियन राष्ट्राध्यक्षपिछले हफ्ते अमरीका के राष्ट्राध्यक्ष ने सौदी अरब का दौरा किया था। सौदी समेत ईंधन उत्पादक अरब-खाड़ी मित्रदेश ईंधन उत्पादन बढ़ाएँ, यह माँग लेकर राष्ट्राध्यक्ष बायडेन सौदी गए थे। पिछले डेढ़ साल में सौदी और अरब मित्रदेशों का खोया हुआ भरोसा फिर से पाने की कोशिश बायडेन इस दौरे से करने की मंशा रखते थे। लेकिन, बायडेन के इस दौरे की वजह से अमरीका और सौदी के संबंध ऐतिहासिक न्यूनतम स्तर पर पहुँचे, ऐसा दावा अमरिकी अखबार ‘द वॉल स्ट्रीट जर्नल’ ने ही किया था।

रशियन राष्ट्राध्यक्षईरान के साथ परमाणु समझौते की हो रही बातचीत के मसले को लेकर सौदी और अरब मित्रदेशों को आश्वस्त करने में राष्ट्राध्यक्ष बायडेन नाकामयाब रहे, ऐसी आलोचना अमरिकी माध्यमों ने की। इस वजह से किसी समय अमरीका का करीबी सहयोगी देश रहे सौदी ने ईंधन उत्पादन बढ़ाने की बायडेन की माँग को अहमियत नहीं दी, ऐसा इस अखबार का कहना है। बायडेन के सौदी यात्रा को एक हफ्ता भी नहीं बीता है और इसी बीच रशियन राष्ट्राध्क्ष पुतिन और सौदी के क्राऊन प्रिन्स मोहम्मद में फोन पर बातचीत हुई।

रशियन राष्ट्राध्यक्षद्विपक्षीय मित्रता के संबंध, ईंधन का वैश्विक बाज़ार, आर्थिक सहयोग के मुद्दे पर रशिया और सौदी के नेता में चर्चा हुई। इसी दौरान सीरिया का संघर्ष और अस्ताना बैठक की जानकारी भी राष्ट्राध्यक्ष पुतिन ने प्रिन्स मोहम्मद को प्रदान की। चार दिन पहले ईरान की राजधानी तेहरान में ‘अस्ताना’ बैठक का आयोजन हुआ था। इस दौरान राष्ट्राध्यक्ष पुतिन के साथ मेज़बान ईरान के राष्ट्राध्यक्ष इब्राहिम रईसी और तुर्की के राष्ट्राध्यक्ष रेसेप एर्दोगन शामिल थे। इस वजह से इस बैठक को लेकर भी रशिया और सौदी के नेताओं के बीच हुई चर्चा पर पश्चिमी माध्यम ध्यान आकर्षित कर रहे हैं।

इसी बीच, पिछले हफ्ते सौदी के दौरे के दौरान राष्ट्राध्यक्ष बायडेन ने यह ऐलान किया था कि, अमरीका खाड़ी से पीछे नहीं हटेगी। रशिया को अमरीका का स्थान लेने नहीं देंगे, यह भी बायडेन ने कहा था। लेकिन, अगले ही हफ्ते रशियन राष्ट्राध्यक्ष और सौदी के नेतृत्व में हुई चर्चा बायडेन प्रशासन की नींद उड़ानेवाली घटना बनी है। रशिया और सौदी में यह चर्चा यानी बायडेन प्रशासन पर अविश्वास है, ऐसी चेतावनी अमरिकी विश्लेषक दे रहे हैं।

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