रशिया की सम्पत्ति का राष्ट्रीयकरण कर रहे देशों को राष्ट्राध्यक्ष पुतिन का इशारा

– रशिया के राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमीर पुतिन का इशारा

russia-putin-warning-3मास्को/बर्लिन – ‘दूसरे देशों में मौजूद रशिया की संपत्ति का राष्ट्रीयकरण करने की बयानबाज़ी वे देश कर रहे हैं| लेकिन, यह दुधारी तलवार है, इसका अहसास इसका इस्तेमाल करनेवालों को होना चाहिए’, ऐसी कड़ी चेतावनी रशिया के राष्ट्राध्यक्ष व्लादिमीर पुतिन ने दी है| जर्मनी ने रशिया की शीर्ष ईंधन कंपनी ‘गाज़प्रोम’ का जर्मनी में स्थित उपक्रम ‘गाज़प्रोम जर्मनिया’ के राष्ट्रीयकरण करने का ऐलान किया है| यूरोप के अन्य देशों ने भी रशियन बैंक एवं अन्य उपक्रमों को लेकर यही संकेत दिए है| इस पृष्ठभूमि पर रशियन राष्ट्राध्यक्ष का इशारा ध्यान आकर्षित कर रहा है|

यूरोपिय महासंघ ने अब तक चार चरणों में रशिया पर बड़े प्रतिबंध लगाए हैं| इन प्रतिबंधों के तहत रशिया के ८७० से अधिक नेता, अधिकारी और उद्यमियों के साथ ६२ रशियन कंपनियों को लक्ष्य किया है| लेकिन, ईंधन क्षेत्र के प्रतिबंधों के मुद्दे पर अभी तक सहमति नहीं हो सकी है| यूरोपिय महासंघ के कुछ देश एक ही दिन में रशिया से ईंधन का आयात बंद नहीं कर सकते, इन शब्दों में जर्मनी की विदेशमंत्री ऐनालेना बेयरबॉक ने जर्मनी की भूमिका स्पष्ट की थी| ऐसे में अपनी ईंधन सुरक्षा को खतरे में धकेलनेवाले किसी भी प्रतिबंध को मंजूरी नहीं देंगे, यह इशारा भी हंगरी ने दिया है| महासंघ के विदेश विभाग के प्रमुख जोसेप बॉरेल ने भी हंगरी का नकाराधिकार बरकरार रहने तक यूरोप रशिया पर ईंधन संबंधित प्रतिबंध नहीं लगा सकता, यह स्पष्ट किया था|

इस पृष्ठभूमि पर जर्मनी ने रशियन ईंधन कंपनी का राष्ट्रीयकरण करने का निर्णय लेना अहम घटना मानी जाती है| गाज़प्रोम जर्मनिया नामक जर्मनी में मौजूद उप-कंपनी पर रशिया की ही अन्य कंपनी ने कब्ज़ा करने का वृत्त सामने आया था| इस वृत्त के बाद जर्मनी के वाणिज्य मंत्रालय ने शीघ्र गतिविधियॉं करके सोमवार को गाज़प्रोम जर्मनिया पर जर्मन सरकार ने कब्ज़ा करने का ऐलान किया| जर्मनी की ईंधन आपूर्ति संबंधी सुरक्षा संभालना सरकार की ज़िम्मेदारी है और इसी के अनुसार यह निर्णय लिया गया, ऐसा ऐलान जर्मनी के वाणिज्यमंत्री रॉबर्ट हैबेक ने किया| जर्मनी के ईंधन संबंधी बुनियादी सुविधाओं के निर्णय रशियन हुकूमत नहीं ले सकती, यह इशारा भी जर्मन मंत्री ने इस दौरान दिया|

जर्मनी के बाद ब्रिटेन ने भी रशिया की गाज़प्रोम कंपनी की ब्रिटेन में स्थित उप-कंपनी पर कब्ज़ा करने के संकेत दिए हैं| इस पृष्ठभूमि पर पुतिन ने पश्‍चिमी देशों को इशारा देकर प्रत्युत्तर के लिए तैयार रहें, यह इशारा दिया है| इसी बीच पश्‍चिमी देशों द्वारा लगाए गए प्रतिबंधों की वजह से अंतरराष्ट्रीय ईंधन बाज़ार में उथल-पुथल जारी है और यूरोपिय देश अपनी भूल का ठिकरा रशिया पर फोड़ने की कोशिश कर रहे हैं, यह आरोप भी रशियन राष्ट्राध्यक्ष ने लगाया|

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