जापान और इस्रायल ने बढ़ाया आर्थिक सहयोग

टोकियो/जेरूसलम – जापान और इस्रायल का आर्थिक सहयोग बढ़ने का दावा इस्रायली सलाहकार संस्था की रपट में किया गया है। ‘हैरेल-हर्ट्ज़ इन्वेस्टमेंट हाऊस’ ने साझा की हुई जानकारी के अनुसार जापानी कंपनियों ने वर्ष २०२१ के दौरान इस्रायल में तकरीबन ३ अरब डॉलर्स का निवेश किया है। वर्ष २०२० की तुलना में जापान के निवेश में कुल तिगुनी बढ़ोतरी होने की जानकारी इस्रायली संस्था ने साझा की है।

आर्थिक सहयोगपिछले दशक में चीन ने खाड़ी देशों में प्रभाव बढ़ाने की जोरदार कोशिश की थी। इस दौरान इस्रायल के साथ नज़दिकियाँ बढ़ाने के लिए भी चीन ने काफी निवेश करने की जानकारी सामने आयी थी। इस पृष्ठभूमि पर जापान द्वारा इस्रायल में निवेश बढ़ाना ध्यान आकर्षित कर रहा है। जापान ने इस्रायल के सायबर, दूरसंचार एवं प्रौद्योगिकी क्षेत्र में निवेश करने का बयान ‘हैरेल-हर्टज़्‌ इन्वेस्टमेंट हाऊस’ ने किया है।

वर्ष २०१४-१५ से जापान और इस्रायल का आर्थिक सहयोग बढ़ना शुरू हुआ और इसके पीछे दोनों देशों के प्रमुखों के दौरे कारण बने हैं। इस्रायल के पूर्व प्रधानमंत्री बेंजामिन नेत्यान्याहू ने वर्ष २०१४ में जापान की यात्रा की थी। इसके बाद वर्ष २०१५ में जापान के पूर्व प्रधानमंत्री एबे शिन्ज़ो ने इस्रायल का दौरा किया। इस दौरान दोनों देशों के बीच कई समझौते किए गए थे। इसके बाद दोनों देशों का निवेश एवं आर्थिक सहयोग बढ़ने की शुरूआत हुई।

अब तक जापानी कंपनियों द्वारा इस्रायल में लगभग १३ अरब डॉलर्स के निवेश की जानकारी सामने आयी है। जापान की तकरीबन ९० से अधिक कंपनियाँ एवं ब्रैंडस्‌ फिलहाल इस्रायल में सक्रिय हैं। इस्रायल में निवेश करनेवाली जापानी कंपनियों में ‘सॉफ्टबैंक’, ‘मित्सुबिशी’, ‘एनटीटी’, ‘मित्सुई’, ‘सुमितोमो’ कंपनियों का समावेश है। ‘सॉफ्टबैंक’ के इस्रायल स्थित उपक्रम का ज़िम्मा इस्रायल के गुप्तचर प्रमुख योसी कोहेन को सौंपा गया है।

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