गोलान पहाड़ियों पर रिहायशी इलाका बढ़ाने का इस्रायल ने किया ऐलान – खतरनाक और उकसानेवाला निर्णय होने का सीरिया का इशारा

मेवो हमा – इस्रायल के नियंत्रण में गोलान पहाड़ियों के क्षेत्र में इस्रायली शरणार्थियों के लिए ७,३०० घरों का निर्माण करने का ऐलान इस्रायल के प्रधानमंत्री नफ्ताली बेनेट किया है। इस वजह से अगले पांच वर्षों में गोलान पहाड़ियों पर इस्रायली नागरिकों की जनसंख्या बढ़कर दोगुनी होगी। इससे रणनीतिक नज़रिए से काफी अहम गोलान पहाड़ियों पर इस्रायल का दावा अधिक मज़बूत होगा, यह कहा जा रहा है। इस पर गुस्सा हुए सीरिया ने इशारा दिया है कि, इस्रायल की यह योजना खतरनाक और स्थिति को बिगाड़नेवाली साबित होगी।

रिहायशी इलाकाइस्रायल के प्रधानमंत्री नफ्ताली बेनेट ने रविवार को गोलान पहाड़ियों पर विशेष साप्ताहिक कैबिनेट बैठक का आयोजन किया था। इस बैठक के बाद इस्रायल के प्रधानमंत्री ने गोलान के विकास कार्यों के लिए ३१ करोड़, ७० लाख डॉलर्स निवेश करने का ऐलान किया। इसके तहत गोलान पहाड़ियों के क्षेत्र में पर्यटन, ऊर्जा, प्रौद्योगिकी, औद्योगिक क्षेत्र के साथ इस्रायली शरणार्थियों के लिए घरों का निर्माण किया जाएगा।

अगले पांच वर्षों में गोलान पहाड़ियों पर दो नए शहरों का निर्माण किया जाएगा। इनमें ७,३०० बस्तियों का निर्माण होगा। इनमें से ३,३०० बस्तियों का निर्माण कात्ज़रिन क्षेत्र में किया जाएगा। इसकी जानकारी साझा करते हुए प्रधानमंत्री बेनेट ने गोलान पहाड़ियों की जनसंख्या बढ़ाकर दोगुनी करने का उद्देश्‍य होने की बात स्पष्ट की। असिफ और मतार समूदायों के नागरिकों को गोलान पहाड़ियों पर बसाया जाएगा, ऐसा प्रधानमंत्री बेनेट ने कहा। यह निर्णय एक अहम क्षण है, यह बयान भी इस्रायल के प्रधानमंत्री ने किया।

रिहायशी इलाका‘गोलान पहाड़ियाँ इस्रायल का ही भूभाग हैं और वर्ष १९८१ से इस क्षेत्र में इस्रायल के कानून लागू किए गए हैं’, ऐसा कहकर प्रधानमंत्री बेनेट ने गोलान पर बस्तियों का निर्माण करने के अपने निर्णय का समर्थन किया। इसके साथ ही वर्ष २०१९ में अमरीका के पूर्व राष्ट्राध्यक्ष डोनाल्ड ट्रम्प ने गोलान पहाड़ियों पर इस्रायल का सार्वभौम अधिकार वैध होने का ऐलान किया था, इसकी याद भी इस्रायल के प्रधानमंत्री ने ताज़ा की।

वर्ष १९६७ में अरब देशों के साथ छह दिनों के संघर्ष के दौरान इस्रायल ने सीरिया की गोलान पहाड़ियों का आधा क्षेत्र जीत लिया था। लगभग देढ़ दशक बाद इस्रायल के नियंत्रण के गोलान पहाड़ियों के क्षेत्र में इस्रायली कानून लागू किए गए। फिलहाल गोलान पहाड़ियों पर लगभग ५० हज़ार जनसंख्या है और इनमें २५ हज़ार इस्रायली नागरिकों का समावेश है।

प्रधानमंत्री बेनेट के इस ऐलान के साथ ही इस्रायल का गोलान पहाड़ियों पर अधिकार अधिक मज़बूत होगा, यह दावा किया जा रहा है। तो गोलान पहाड़ियों पर शरणार्थियों के लिए निर्माण कार्य एवं विकास कार्य करके इस्रायल अपना विस्तार करने की कोशिश में होने की बात कुछ पश्‍चिमी विश्‍लेषक कह रहे हैं।

इसी बीच सीरिया के अधिकारवाले गोलान क्षेत्र में ईरान के सैनिक एवं ईरान से जुड़े हिज़बुल्लाह और अन्य आतंकी संगठन डेरा जमाए हुए होने का आरोप इस्रायल लगा रहा है। ईरान और ईरान से जुड़े आतंकी गुटों की गोलान की सीमा पर यह तैनाती हमारी सुरक्षा के लिए खतरा होने का ऐलान इस्रायल ने पहले ही किया था। साथ ही, किसी की अनुमति के बिना हमारी सुरक्षा के लिए खतरा साबित होनेवालों पर जोरदार हमलें किए जाएँगे, यह इशारा इस्रायल ने पहले ही दिया था।

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