अज़रबैजान में इस्रायल की मौजूदगी बर्दाश्त नहीं करेंगे – ईरान के विदेशमंत्री का इशारा

मास्को – ‘कौकशेस के भूराजनीतिक एवं नक्शे में किया गया बदलाव ईरान कभी बर्दाश्‍त नहीं करेगा। इस क्षेत्र में आतंकवादी और इस्रायल की मौजूदगी ईरान के लिए गंभीर चिंता का विषय हैं’, ऐसा इशारा ईरान के विदेशमंत्री हुसेन अमीर-अब्दुल्लाहीया ने दिया। इस्रायल और अज़रबैजान में बढ़ते लष्करी सहयोग की पृष्ठभूमि पर ईरान के विदेशमंत्री ने यह इशारा देने की बात कही जा रही है। अपने पहले रशिया दौरे में विदेशमंत्री अब्दुल्लाहीया ने अज़रबैजान और इस्रायल को यह चेतावनी देकर अपने देश की भूमिका स्पष्ट की।

ईरान और अज़रबैजान के बीच बीते कुछ हफ्तों से तनाव निर्माण हुआ है। अज़रबैजान का तुर्की और पाकिस्तान के साथ सहयोग जारी है और इस देश की अब इस्रायल के साथ भी नजदीकियाँ बढ़ रही हैं। अज़रबैजान ने बीते महीने में तुर्की और पाकिस्तान के साथ सरहद के पासवाले क्षेत्र में युद्धाभ्यास का आयोजन किया था। इस पर गुस्सा जताकर ईरान ने अज़रबैजान को धमकाया था। इसके जवाब में ईरान ने भी अज़रबैजान की सीमा के करीब युद्धाभ्यास शुरू किया है।

azerbaijan-israelअज़रबैजान के राष्ट्राध्यक्ष इल्हाम अलियेव ने ईरान के इस युद्धाभ्यास की आलोचना की है। साथ ही तुर्की के साथ ईरान की सीमा के करीब ‘इन्डिस्ट्रक्टिबल ब्रदरहुड’ नामक युद्धाभ्यास करके अज़रबैजान ने ईरान को प्रत्युत्तर दिया है। इससे आगबबूला हुए ईरान ने अज़रबैजान के लष्करी विमानों के लिए अपनी हवाई सीमा बंद कर दी। इसकी गूँज अज़रबैजान में सुनाई पड़ी। राष्ट्राध्यक्ष अलियेव ने राजधानी बाकू के साथ अन्य प्रमुख शहरों में ईरान के खिलाफ बड़ी कार्रवाई के आदेश जारी किए। इसके अनुसार ईरान के सर्वोच्च धरम नेता आयातुल्ला खामेनी के दफ्तर और इमारतों को बंद करने की सूचना भी अज़ेरी राष्ट्राध्यक्ष अलियेव ने जारी की।

कुछ दिन पहले राजधानी बाकू में शुरू हुई कोरोना की महामारी इसी दफ्तर और इमारत से फैलने का दावा करके अज़रबैजान की यंत्रणाओं ने अपनी कार्रवाई का समर्थन किया। लेकिन, ईरान ने इसका गंभीर संज्ञान लिया है और जल्द ही अज़रबैजान को जवाब दिया जाएगा, ऐसा धमकाया भी है। ऐस स्थिति में ईरान के विदेशमंत्री अब्दुल्लाहीया बुधवार के दिन रशिया पहुँचे। उन्होंने रशियन विदेशमंत्री सर्जेई लैवरोव से मुलाकात की।

रशिया में दाखिल होते ही ईरान के विदेशमंत्री ने अज़रबैजान और इस्रायल के बढ़ते लष्करी सहयोग पर आपत्ति जताई। इस्रायल  अज़रबैजान को हथियारों की आपूर्ति करता है। बीते वर्ष आर्मेनिया के साथ संघर्ष के दौरान अज़रबैजान ने इस्रायली निर्माण के ड्रोन्स एवं अन्य लष्करी तकनीक का इस्तेमाल किया था। ऐसे में अज़रबैजान अब इस्रायल से ‘ऐरो-३’ नामक हवाई सुरक्षा यंत्रणा खरीदने की तैयारी में होने का दावा किया जा रहा है। इसी पृष्ठभूमि ईरान ने अज़रबैजान को धमकाया दिखाई है।

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