गाजा की हमास के हमले में इस्रायल के २४ सैनिकों की मौत – इस्रायली सेना की खान युनूस में बड़ी कार्रवाई

तेल अवीव – गाजा पट्टी के दक्षिणी ओर के खान यूनुस में हमास के आतंकवादियों ने किए ‘आरपीजी’ हमले में इस्रायल के २४ सैनिकों की मौत हुई। पिछले तीन महीनों से गाजा पट्टी में शुरू सैन्य कार्रवाई में पहली बार इस्रायल को इतनी बड़ी मात्रा में जीवित नुकसान भुगतना पड़ा है। खान यूनुस में फंसे हमास के आतंकवादियों ने इस्रायली सेना के विरोध में गुरिल्ला युद्ध नीति का इस्तेमाल शुरू करने का दावा किया जा रहा है। इस बीच, १३० अगवा नागरिकों की रिहाई के लिए इस्रायल ने हमास के सामने नई मांग रखने की खबर अमेरिकी वृत्तसंस्था ने प्रदान की है।

इस्रायल के रक्षाबलों ने दक्षिण गाजा के खान यूनुस में हमास के आतंकवादियों के विरोध में जोरदार कार्रवाई शुरू की है। इस्रायल के लड़ाकू विमान और टैंक खान युनूस में बम की बौछार कर रहे हैं। गाजा की हमास के हमले में इस्रायल के २४ सैनिकों की मौत - इस्रायली सेना की खान युनूस में बड़ी कार्रवाईवहीं, इस्रायल की सेना खान युनूस में इमारतों में घुसकर हमास के आतंकवादियों की खोज कर रहे हैं। सोमवार दोपहर के समय खान युनूस की एक इमारत में इस्रायली सैनिक सर्च अभियान चला रहे हैं और इस बीच आतंकवादियों ने बड़ी दूरी से दागे ‘रॉकेट प्रॉपेल्ड ग्रेनेड’ (आरपीजी) के हमले में पुरी इमारत ढ़ह गई। इस हमले में इस्रायल के २४ सैनिक वहीं के वहीं मारे गए।

पिछले तीन महीनों से अधिक समय से इस्रायल ने गाजा पट्टी में हमास के विरोध में सैन्य अभियान शुरू किया है। इस संघर्ष में इस्रायल को पहली बार इतनी बड़ी मात्रा में जीवित नुकसान उठाना पड़ा, ऐसा दावा किया जा रहा है। गाजा के संघर्ष में अब तक २१९ में इस्रायली सैनिक मारे गए हैं। इस्रायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेत्यान्याहू ने सैनिकों की मौत पर शोक जताया। साथ ही इस संघर्ष में पुर जीत हासिल हुए बिना इस्रायल शांत नहीं रहेगा, ऐसा ऐलान प्रधानमंत्री नेत्यान्याहू ने किया। इसके बाद इस्रायल के रक्षाबल ने हमास के आतंकवादियों को खान युनूस में घेराव कर रखा होने का दावा किया है।

गाजा की हमास के हमले में इस्रायल के २४ सैनिकों की मौत - इस्रायली सेना की खान युनूस में बड़ी कार्रवाईउससे पहले रविवार को प्रधानमंत्री नेत्यान्याहू के नेतृत्व में हो रही कैबिनेट की बैठक के बीच में हमास ने बंधक बनाए रखे अगवा नागरिकों के परिवारों ने इस्रायली संसद की इमारत में घुसपैठ की। प्रधानमंत्री नेत्यान्याहू और कैबिनेट की बैठक में गड़बड़ी करने की कोशिश भी अगवा नागरिकों के परिवारों ने किया। हमास के कब्जे में कैद अपने प्रियजनों की रिहाई की मांग इन गुस्सा हुए परिवारजनों ने प्रधानमंत्री नेत्यान्याहू से की। इसके लिए गाजा का संघर्ष रोकने के लिए आवाहन इन परिवारों ने किया।

उसके कुछ ही घंटे बाद इस्रायल ने हमास के सामने युद्ध विराम का नया प्रस्ताव देने की जानकारी अमेरिका के शीर्ष वृत्तसंस्था ने प्रदान की। इस्रायली गुप्तचर यंत्रणा मोसाद के प्रमुख डेविड बार्नी ने हमास को दिए नए प्रस्ताव में दो महीनों का युद्ध विराम करना स्वीकार किया है। इस दौरान हमास १३० अगवा नागरिकों को रिहा करें, ऐसी मांग इस्रायल ने की है। अगवा नागरिकों की रिहाई तक इस्रायल गाजा में हमले नहीं करेगा, ऐसा बार्नी ने कतर को दिए प्रस्ताव में कहा है। लेकिन, हमास की मांग के अनुसार ६,००० आतंकवादियों को मुक्त करने के साथ गाजा से सेना हटाने के मुद्दे पर इस्रायल ने हमास या कतर को किसी भी तरह का आश्वासन नहीं दिया है, ऐसी खबर अमेरिकी वृत्तसंस्था ने दी है। हमास के नेताओं से बातचीत करके कतर आगे के दिनों में इस मुद्दे पर अपना निर्णय घोषित करेगा। लेकिन, अपने सहयोगियों की रिहाई के बिना हमास इस्रायल की यह मांग स्वीकार करना कठिन होने का दावा किया जा रहा है।

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