गाज़ा पट्टी में कार्रवाई के चलते इस्रायली सेना ने ’अन्य देश’ में हमले किए – इस्रायल के संरक्षणदल प्रमुख अविव कोशावी की ध्यान आकर्षित करने वाली घोषणा

जेरूसलेम – गाज़ा पट्टी के आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई के चलते इस्रायली सेना ने ‘अन्य देश’ में हमले करने की घोषणा इस्रायल के संरक्षणदल प्रमुख अविव कोशावी ने की। इस अन्य देश का नाम इस्रायल के संरक्षणदल प्रमुख ने ज़ाहिर नहीं किया है। पर उनके दावे की वजह से खलबली मची है।

अगस्त के पहले सप्ताह में गाज़ा पट्टी के ‘पैलेस्टीनियन इस्लामिक जिहाद-पीआयजे’ नामक आतंकी संगठन ने इस्रायल पर सैंकडों रॉकेट्स की बौछार की थी। प्रत्युत्तर के तौर पर इस्रायली सेना ने ‘ब्रेकिंग डॉन’ नामक लश्करी मुहिम के अंतर्गत गाज़ा पर हवाई हमले किए। 5 से 8 अगस्त के दौरान हुए इस संघर्ष के बाद इजिप्ट की मध्यस्थता से इस्रायल और पीआयजे में संघर्षबंदी लागू की गई।

इस्रायल के संरक्षणदल प्रमुख लेफ्टनंट जनरल कोशावी ने ‘फेडरेशन ऑफ लोकल ऑथॉरिटीज़’ की बैठक में बोलते समय 5 से 8 अगस्त के दौरान गाज़ा पर कार्रवाई की जानकारी दी। ‘इस्रायली सेना ने गाज़ा के पीआयजे का आतंकी तयसीर जबारी पर सटीक हमला किया। इस हमले में वह मारा गया। तथा उसी समय इस्रायली सुरक्षा यंत्रणाओं ने वेस्ट बैंक में कार्रवाई करके कुछ लोगों को गिरफतार किया। तो अपनी सीमा की सुरक्षा के लिए इस्रायली सेना ने ‘अन्य देश पर हमले किए’, ऐसा संरक्षणदल प्रमुख कोशावी ने कहा। इसके अलावा, इस्रायली सेना 360 डिग्री में अर्थात सभी दिशाओं में अपने देश की सुरक्षा के लिए तत्पर रहे, लेफ्टनंट जनरल कोशावी ने ऐसी ध्यान आकर्षित करने वाले आदेश दिए।

यह अन्य देश कौनसा है, इस हमले में उस देश में किसको लक्ष्य किया गया, इसका बौरा संरक्षणदल प्रमुख अथवा इस्रायली सेना ने नहीं दिया है। पर संरक्षणदल प्रमुख की इस जानकारी के बाद इस्रायली तथा खाडी के माध्यम इस पर भिन्न-भिन्न दावे करने लगे हैं। पिछले आठ वर्षों में इस्रायली लश्कर ने सिरिया के ईरान एवं हिज़बुल्लाह से संलग्न ठिकानों पर सैंकडों हमले किए हैं। पर इतने वर्षों में केवल एक बार ही इस कार्रवाई की माध्यमों के समक्ष मानी थी। अन्यथा सिरिया, ईरान ने चाहे कितने भी आरोप लगाए हों फिर भी इस्रायल ने सिरिया पर कार्रवाई  के बारे में प्रतिक्रिया को टाला है।

दो सप्ताह पहले येमेन में संदिग्ध हमलों की खबर अरबी में प्रसिद्ध हुई थी, इस पर इस्रायली माध्यमे ध्यान आकर्षित कर रहे हैं। 7 अगस्त को येमेन की राजधानी सना के पास शस्त्रास्त्रों के भंडार और कारखाने में बडा विस्फोट हुआ था। विस्फोट के समय यहां पर हौथी विद्रोहियों के साथ ईरान के अधिकारी एवं हिज़बुल्लाह के आतंकियों के मारे जाने की बात वृत्तसंस्थाओं ने कही थी। इसलिए इस्रायल के संरक्षणदल प्रमुख जो दावा कर रहे हैं वह अन्य देश ‘येमेन’ होने की संभावना इस्रायली माध्यमों ने व्यक्त की है। 

इस दौरान, पिछले वर्ष ही हौथी विद्रोहियों ने ईरान की तरफदारी करके इस्रायल पर मिसाईलें और ड्रोम हमले करने की धमकी दी थी। तत्पश्चात इस्रायली सेना को देश के दक्षिण में स्थित एलियट शहर में हवाई सुरक्षा प्रणाली तैनात करनी पडी। इस पृष्ठभूमि पर इस्रायली सेना ने येमेन के ईरानसंलग्न आतंकी संगठन के खिलाफ यह कार्रवाई की होगी ऐसी संभावना से इन्कार नहीं किया जा सकता।

Leave a Reply

Your email address will not be published.