इस्रायली वायुसेना ने किया ईरान के परमाणु प्रकल्पों पर हमला करने का युद्धाभ्यास – रेड सी क्षेत्र में इस्रायली नौसेना की गश्त

जेरूसलम – अमरीका का बायडेन प्रशासन ईरान के साथ परमाणु चर्चा करने की कड़ी कोशिश कर रहा हैं और इसी बीच इस्रायल ने ईरान के परमाणु प्रकल्पों पर हमला करने की तैयारी शुरू की है। इस्रायल के लड़ाकू विमानों ने भूमध्य समुद्र में ईरान के परमाणु प्रकल्प और सैनिकी ठिकानों को लक्ष्य करने का युद्धाभ्यास किया। इसी बीच, रेड सी के क्षेत्र में अपनी पनडुब्बी और विध्वंसक रवाना करके इस्रायल ने ईरान को चेतावनी दी है, यह दावा माध्यम कर रहे हैं। इसके ज़रिये इस्रायल अब ईरान विरोधी युद्ध के लिए अलग अलग स्तर पर तैयारी कर रहा है, ऐसा इस्रायली विश्लेषकों का कहना है।

पिछले महीने इस्रायल के रक्षाबल ने ‘चैरिएटस्‌‍ ऑफ फायर’ नामक पूरे महीने चलनेवाले युद्धाभ्यास का ऐलान किया था। यह युद्धाभ्यास ईरान के परमाणु प्रकल्प, अतिसंवेदनशील सैन्य ठिकाने एवं लेबनान और सीरिया में मौजूद ईरान से जुड़े आतंकी संगठनों के ठिकानों को लक्ष्य करने पर केंद्रित होगा, यह ऐलान इस्रायली रक्षाबल ने किया था। ईरान के परमाणु प्रकल्पों को लक्ष्य करने के लिए आयोजित किया अबतक का यह पहला युद्धाभ्यास होने का दावा इस्रायल ने किया था। पूरे महीने चलनेवाले इस युद्धाभ्यास में इस्रायली रक्षाबल के अधिकांश युनिटस्‌‍ शामिल होंगे। इस वजह से इस युद्धाभ्यास की अहमियत काफी बड़ी होने की बात इस्रायली विश्लेषकों ने कही थी।

२९ मई से इस युद्धाभ्यास की शुरूआत हुई और भूमध्य समुद्र एवं सायप्रस के हवाई क्षेत्र में भी इस युद्धाभ्यास का कुछ हिस्सा आयोजित हो रहा हैं। इनमें से भूमध्य समुद्र के युद्धाभ्यास में इस्रायली वायुसेना ने ईरान के परमाणु प्रकल्पों को निशाना करने का अभ्यास किया। इसमें इस्रायल के लड़ाकू एवं बॉम्बर विमानों के साथ लंबी दूरी के एवं ईंधन टैंकर्स भी शामिल हुए थे। भूमध्य समुद्र में यह युद्धाभ्यास हो रहा था, तब इस्रायली सेना का विशेष दल सायप्रस में, ईरान से जुड़े आतंकी संगठन हिज़बुल्लाह पर हमला करने का युद्धाभ्यास कर रहा था। लेबनान स्थित हिज़बुल्लाह के ठिकानों का मोड़ेल खड़ा करके इस्रायली सेना ने यह युद्धाभ्यास किया।

ईरान के परमाणु प्रकल्प हमारें हमलों से सुरक्षित नहीं रह सकते, ऐसी चेतावनी इस्रायल ने पहले ही दी थी। इस्रायल के रक्षाबलप्रमुख अविव कोशावी ने अपनी वायुसेना को ईरान के परमाणु प्रकल्पों पर हमलें करने की तैयारी जुटाने के आदेश दिए थे। ‘चैरिएट ऑफ फायर’ युद्धाभ्यास इसी तैयारी का हिस्सा बनता है। लेकिन, अगर इस्रायल ने ईरान पर हमलें किए, तो लेबनान के हिज़बुल्लाह एवं सीरिया और गाज़ापट्टी में मौजूद ईरान से जुड़े आतंकी संगठन एक ही समय पर इस्रायल पर टुट पड़ेंगे, इसपर इस्रायली विश्लेषकों ने ध्यान आकर्षित किया था। इसकी पूरी कल्पना रखनेवाले इस्रायल ने भूमध्य समुद्र में ईरान के परमाणु प्रकल्पों को लक्ष्य करने का अभ्यास किया। साथ ही, सायप्रस में हिज़बुल्लाह के ठिकानों को लक्ष्य करने का अभ्यास भी किया।

इस युद्धाभ्यास का अगला चरण इस्रायल ने रेड सी में शुरू किया है। रेड सी के समुद्री क्षेत्र में इस्रायल ने अपने दो विध्वंसक और पनडुब्बी तैनात की है। ईरान ने यदि येमन के हौथी विद्रोहियों की सहायता से रेड सी पर कब्ज़ा करने की कोशिश की, तो उसे जवाब देने के लिए हमारी नौसेना तैयार है, यही बात इस्रायल ने इस तैनाती से दिखाई है, ऐसा इस्रायली माध्यमों ने कहा है।

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