ईरान पर हमला करने पर इस्रायल का विनाश होगा – ईरानी सेना अधिकारी ने धमकाया

तेहरान – इस्रायल ने ईरान पर हमला किया तो इस्रायल के विनाश की प्रक्रिया अधिक गतिमान होगी, ऐसी चेतावनी ईरान ने दी है। ईरान के ‘इस्लामिक रिवोल्युशनरी गार्डस्‌‍ कोर’ (आईआरजीसी) के प्रवक्ता जनरल रामेज़ान शरीफ ने धमकाया है। इस्रायल ईरान पर हमला करने की तैयारी कर रहा है और अमरीका की सहायता के बिना ईरान पर हमला करने की तैयारी इस्रायल करे, यह स्वर इस्रायल में सुनाई देने लगा हैं। इस पर बोलते हुए ‘आईआरजीसी’ के प्रवक्ता ने यह धमकी दी है। साथ ही ईरान पर हमला करने के लिए इस्रायल का साथ देने के लिए अमरीका तैयार नहीं है क्योंकि, उन्हें इसके प्रभाव का अहसास है। यही इससे स्पष्ट हो रहा है, ऐसा बयान भी जनरल शरीफ ने किया। 

इस्रायल का विनाशपैलेस्टिन से सीरिया के गोलान क्षेत्र से और लेबनान की सीमा से भी इस्रायल पर रॉकेट हमले किए जा रहे हैं। पैलेस्टिन के हमास और इस्लामिक जिहाद, लेबनान और सीरिया से हिज़बुल्लाह संगठन इस्रायल पर एक ही समय पर हज़ारों रॉकेटस्‌‍ और मिसाइलों की बौछार करने की धमकियां पहले से दे रहे हैं। इसके पीछे ईरान की रणनीति है और ईरान ने खाड़ी क्षेत्र में इस्रायल विरोधी संगठन और गुटों को जोड़कर हमले की बड़ी तैयारी करने की खबरें लगातार प्राप्त हो रही हैं। कुछ दिन पहले अमरीका के एक अखबार ने इससे संबंधित खबर जारी की थी। साथ ही ईरान का परमाणु कार्यक्रम तेज़ी से बढ़ रहा है और जल्द ही ईरान परमाणु बम प्राप्त करेगा, ऐसे दावे किए जा रहे हैं। ऐसी स्थिति में अमरीका का बायडेन प्रशासन ईरान को रोकने के बजाय ईरान के साथ ‘अंतरिम परमाणु समझौता’ करने की तैयारी में होने की चर्चा शुरू हुई है।

अमरीका की इस नीति पर इस्रायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेत्यान्याहू की सरकार तीखी प्रतिक्रिया दे रही है। इससे अमरीका की सहायता लिए बिना ही इस्रायल अब ईरान पर हमला करने की तैयारी करे, ऐसी सलाह इस्रायल के कुछ कूटनीतिज्ञ एवं पूर्व सेना अधिकारी दे रहे हैं। पूर्व राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार याकोव अमिद्रोर ने भी इस्रायल सरकार को अमरीका की सहायता की उम्मीद के बिना ईरान पर हमला करने की तैयारी करने की सलाह दी है। इस्रायल ने ऐसी चेतावनी पहले भी दी थी। लेकिन, यह चेतावनी खोखली नहीं है बल्कि, इस्रायल ने फ़रवरी में ईरान पर हमले की तैयारी के तौर पर हवाई युद्धाभ्यास भी किया था। इसकी खबर भी अमरिकी अखबार ने जारी की थी। पेंटॅगॉन के गोपनीय दस्तावेज सार्वजनिक होने के बाद यह जानकारी सामने आने की बात वर्णित अखबार ने कही थी।

इस पृष्ठभूमि पर ईरान ने इस्रायल के संभावित हमलों पर चेतावनी दी है। ‘आईआरजीसी’ के प्रवक्ता जनरल रामेज़ान शरीफ ने इस्रायल की धमकियों में कुछ नया न होने का दावा किया। लेकिन, अमरीका की सहायता के बिना हम ईरान पर हमले कर सकते हैं, यह संदेश देकर इस्रायल अब अमरीका पर दबाव डाल रहा हैं। यह बात इस्रायल और अमरीका के बीच मतभेद दर्शा रहे हैं। अमरीका ईरान पर हमला करने के लिए इस्रायल का साथ देने के लिए तैयार नहीं है क्योंकि, ऐसा हुआ तो अमरीका के इस क्षेत्र के ठिकानों का भी नुकसान होगा, इसका अहसास अमरीका को है, ऐसा दावा जनरल शरीफ ने किया। साथ ही इस्रायल की मौजूदा सरकार की सहायता के लिए अमरीका तैयार नहीं है, इस पर भी जनरल शरीफ ने ध्यान आकर्षित किया।

फिर भी इस्रायल ने ईरान पर हमला किया तो इस्रायल के विनाश की प्रक्रिया अधिक गतिमान होगी, ऐसा जनरल शरीफ ने कहा है। इसी बीच अमरीका और इस्रायल के बीच के मतभेदों का लाभ उठाकर इस्रायल तेज़ हमले करे, ऐसा संदेश ईरान ने अपने समर्थक संगठनों को दिया है। इसके अलावा, इस्रायल में प्रधानमंत्री नेत्यान्याहू की सरकार के खिलाफ जारी प्रदर्शनों का लाभ उठाना मुमकिन है, ईरान इस्रायल विरोधी संगठनों को यह भी सूचित कर रहा है। लेकिन, इस्रायल के अंदरूनी राजनीतिक विवाद का असर इस्रायल की सुरक्षा संबंधित नीति पर नहीं पडेगा, ऐसा प्रधानमंत्री नेत्यान्याहू ने पहले ही स्पष्ट किया था।

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